भारत में ट्रेन हादसों की साचिश रचने वाले होदा को काठमांडू से किया गया गिरफ्तार
नयी दिल्ली/पटना/काठमांडू,07 फरवरी(इ खबर टुडे)। भारत में पिछले दिनों हुए रेल हादसों की साजिश रचने वाले एक आरोपी को भारतीय खुफिया एजेंसी ने नेपाल की राजधानी काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया है. इस आरोपी का नाम शमसूल होदा बताया जा रहा है. होदा ने पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम करता है और उसने दुबई में बैठकर भारत की ट्रेनों को निशाना बनाने की साजिश रची थी.
आरोपी होदा को डीपोर्ट करने के लिए नेपाल और भारतीय जांच एजेंसियों ने दबाव डाला था जिसके बाद उसे काठमांडू लाया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय खुफिया एजेंसी आईबी, रॉ और एनआईए की टीमें पहले से ही नेपाल के काठमांडू में मौजूद थीं.
होदा से दो दिनों तक पूछताछ की गई जिसके बाद उसे कलैया ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी. काठमांडू में एनआईए और नेपाल पुलिस की स्पेशल ब्यूरो ने होदा से पूछताछ की. बारा जिला के एसपी ने शमसूल होदा को काठमांडू से कलैया ले जाने की जानकारी दी है.
बता दें कि कानपुर के नजदीक हुए हादसे में 150 यात्री मारे गए थे, जबकि 200 से ज्यादा घायल हो गए थे। मोतिहारी और नेपाल में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद हुदा के बारे में पता चला था। हुदा अपना नेटवर्क नेपाल के ही बृज किशोर गिरी उर्फ बाबा गिरी, शम्भू गिरी और मुजाहिर अंसारी के जरिए चलाता था। इन तीनों को नेपाल में गिरफ्तार किया गया। वहीं, बृज ने बिहार के तीन अपराधी उमाशंकर पटेल, मोतीलाल पासवान और मुकेश यादव को तीन लाख रुपये दिए थे। पैसे देने का मकसद इंदौर-पटना एक्सप्रेस और सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस को दुर्घटनाओं का शिकार बनाने की साजिश रचना था।
बिहार के इन तीन अपराधियों ने कबूल किया है कि उन्होंने नेपाल के एक आईएसआई एजेंट के लिए काम किया। पुलिस का मानना है कि शमशुल बृज का हैंडलर था। बता दें कि रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाकर देश भर में ट्रेन हादसों को अंजाम देने की साजिश रचे जाने से जुड़ी बिहार पुलिस की जांच की दिशा को नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने भी प्रथम दृष्टया सही माना था। एनआईए पूर्वी चंपारण में रेलवे ट्रैक पर धमाके की कोशिश, इंदौर-पटना एक्सप्रेस डिरेलमेंट और आंध्र प्रदेश के कोनेरू में हुए रेल हादसे की जांच कर रहा है।
बिहार पुलिस की जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि इन हादसों में पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। एनआईए ने भी माना है कि आईएसआई के साजिश में शामिल होने के एंगल की और ज्यादा जांच होनी जरूरी है। एनआईए के सूत्रों ने बताया था कि बिहार के मोतिहारी से गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने अफसरों की पूछताछ में अपने दावों को दोहराया था। आरोपियों ने पूर्वी चंपारण में ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की कोशिश और कानपुर रेल डिरेलमेंट में हाथ होने की बात कबूली थी।
एनआईए ने अपनी जांच में पाया था कि बिहार में गिरफ्तार आरोपियों की नेपाली हैंडलर बृज किशोर गिरी, साजिश के मास्टरमाइंड शमशुल हुदा और कराची के संदिग्ध आईएसआई एजेंट शफी शेख से बातचीत हुई। इससे आईएसआई की मिलीभगत के संदेह को और ज्यादा बल मिलता है।’ सूत्रों के मुताबिक, बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों में से एक उमाशंकर पटेल ने हुदा और शेख, दोनों से ही बात की थी। दोनों इस साल अगस्त में दुबई में एक साथ ही थे। गिरी ने दोनों का संपर्क उमाशंकर से कराया था।