द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की ओर से भागीदारी करने वाले वायुसेना के वारंट ऑफिसर पी. वी. देवशिखामणी नहीं रहे
उज्जैन,02जनवरी (इ खबरटुडे)।द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की ओर से भागीदारी करने वाले वायुसेना के वारंट ऑफिसर पी. वी. देवशिखामणी ने उज्जैन में शुक्रवार को अंतिम सांस ली। उन्होंने देवभूमि उज्जैन को अपनी कर्मस्थली १९६० में बनाया था, उसके बाद से ही वे ईश्वर की सेवा में लीन रहे। 91 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली । उनके परिजनों के मुताबिक उनकी अंतिम यात्रा ४ जनवरी को उज्जैन में उनके निवास स्थान से निकाली जाएगी।
उनके चौथे पुत्र अमेरिका में सांईटिस्ट रहे डा मेल्कीसदेक के अनुसार द्वितीय विश्व युद्ध में भागीदारी करने वाले वायुसेना के वारंट ऑफीसर एवं प्रभु ईशु मसीह के सेवक देवशिखामणी जी ने अपने जीवन के तीन युद्ध में अदम्य साहस का परिचय दिया। जापान, बर्मा, मलेशिया युद्ध में उन्होंने वायुसेना के वारंट ऑफिसर पद पर अपनी सेवाएं दी थी। द्वितीय युद्ध में वायुसेना से भागीदारी करने वाले देवशिखामणी देश में दूसरे सैनिक के बतौर जीवित थे। १९६० में वायुसेना से वे सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होने उज्जैन को अपनी कर्मभूमि बनाया । उन्होंने तीन बार विश्व के तमाम देशों का भ्रमण किया है। वर्ष २००८ में जब वे पुत्र डॉ. मेल्कीसदेक के मिलने अमेरिका गए थे तब वहाँ भी डलास शहर में अमेरिकी सरकार की ओर से उनका अभिनंदन किया गया था।
अमेरिका के ९० शहरों का भ्रमण भी उन्होंने किया था। सेवानिवृत्ति के उपरांत से ही भारत शासन उन्हें पेंशन प्रदान करता रहा। श्री देवशिखामणीजी अपने पीछे पांच पुत्र एवं दो बेटियों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके ज्येष्ठ पुत्र एबनेज़र अमेरिकी पुलिस से सेवानिवृत्त भारत के कोयम्बटुर में निवासरत हैं। दूसरे पुत्र जॉन कनाड़ा में बतौर सीए के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। तीसरे पुत्र डॉ. सेम्युअल भी कनाड़ा में ही सीए हैं। चौथे पुत्र डॉ. मेल्कीसदेक अमेरिका में साइंटिस्ट हैं एवं विगत ४ वर्षों से उज्जैन में रहकर पिता की सेवा में लीन थे। पाँचवे पुत्र टाइटस कुवैत में इंजीनियर के पद कार्यरत है। उनकी पुत्री मेर्सी कुवैत में नर्सिंग सुपरींटेंडेंट के रूप में कार्य करते हुए कुवैत युद्ध में उन्होंने सेवाएं दी थी। श्री देवशिखामणीजी का पार्थिव शरीर उज्जैन में बख्तावर मार्ग स्थित उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। अत्याधुनिक वातानुकूलित मोबाइल मॉर्चुरि में रखा गया है।