November 24, 2024

रोना बंद करों, अब पैसे मत लेना, एसडीएम करेगें जॉच – कलेक्टर

जन सुनवाई में आये 157 शिकायत

रतलाम 30 अगस्त(इ खबरटुडे)।खाना बनाने वाली एक महिला ने आज जन सुनवाई में रोते हुए बताया कि त्रिपोलिया गेट निवासी डॉ. गोवर्धन कसेरा के द्वारा साप्ताहिक ब्याज वसूला जा रहा है, नहीं देने पर पेनल्टी भी चुकाई। अगस्त माह में बारिश होने और काम नहीं मिलने से जब साप्ताहिक ब्याज नहीं चुका पाई तो सिक्युरेटी के रूप में हस्ताक्षरित खाली जमा चैक में मनमाने तरीके से डेढ़ लाख रूपये की राशि बैंक से बाउंस करवा दिया और अब जेल भेजने की धमकी दे रहा है।

कलेक्टर ने एसडीएम शहर को निर्देशित किया कि जॉच कर पता लगाये कि डॉक्टर गोवर्धन कसेरा डॉक्टर हैं कि साहूकार। कलेक्टर ने पीडि़त महिला को आश्वस्त किया कि उसे अब पैसे देने की जरूरत नहीं हैं। वह अपना रोना बंद करें और निशचिंत होकर अपना कार्य करे। प्रतिमंगलवार होने वाली जन सुनवाई में आज 157 शिकायतों का निराकरण करते हुए आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया।

जन सुनवाई में आज 47/12 सुतारों का वास निवासी सपना केणीचन्द्र पंवार ने कलेक्टर को शिकायत की कि छः माह पूर्व उसने सोनू मीणा नामक व्यक्ति के माध्यम से अत्यावश्यक कार्य होने से डॉक्टर गोवर्धन कसेरा पिता पन्नालाल कसेरा से दस हजार रूपये उधार लिये थे। इसके बदले में डॉक्टर कसेरा ने फोटो आई.डी. एवं एचडीएफसी बैंक के दो खाली चैक हस्ताक्षकर करवाकर सिक्युरिटी के तौर पर अपने पास रखे थे। ली गई राशि के बदले वह साप्ताहिक तौर पर वह पन्द्रह सौ रूपये चुका रही थी। ब्याज की राशि नहीं चुकाने पर तीन सौ रूपये पेनल्टी के रूप में भी उसने चुकायी है। दस हजार रूपये के बदले वह अभी बीस हजार रूपये से अधिक राशि चुका चूकी हैं। इसके बावजूद अगस्त माह में ब्याज की राशि चुकाने असमर्थ होने पर डॉक्टर कसेरा ने डेढ़ लाख रूपये की राशि भरकर बैंक में लगा दिया, चैक बाउंस हो गया तो उसने घर पर नोटिस भिजवाया और बाद में धमकी दी कि पैसे चुकाओं या नहीं तो जेल जाओं। पीडि़ता ने कलेक्टर को बताया कि डेढ़ लाख रूपये की राशि चुकाने की उसकी हैसियत ही नहीं हैं तो वह क्यों उधार लेगे। श्रीमती सपना ने सुतफोर साहुकार और डॉक्टर कसेरा की पताड़ना से मुक्ति दिलाने की मांग की।

टीचर्स टाईम पास कर रहे हैं, हटाया जायें
जन सुनवाई में आज सैलाना तहसील के जामदा भीला के दुलेसिंह नागजी और दिनेश रामचंद्र शासकीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की शिकायत करते हुए बताया कि विद्यालय में पढ़ाई नहीं हो रही हैं। विद्यार्थियों का स्तर नगण्य है क्योकि शिक्षकों के द्वारा विद्यालय में सिर्फ टाईम पास किया जाता हैं पढ़ाया नहीं जाता है। उन्होने बताया कि शिक्षक रईस खॉन विद्यालय में 15 से 20 साल से पदस्थ है और मुख्यालय पर नहीं रहते हैं बल्कि व शिवगढ़ से प्रतिदिन आते जाते है। इसी प्रकार शिक्षिका लालीमा चक्रोत भी रतलाम से आना जाना करती हैं। पढ़ाई संबंधी बात करने पर उनका कहना हैं कि हमारा तो ट्रांसफर होने वाला है। ग्रामीणों ने मांग की हैं कि उपरोक्त शिक्षकों का तत्काल अन्यंत्र स्थानांतरण किया जाये ताकि बच्चों को होने वाले नुकसान को रोका जा सकें। कलेक्टर ने सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक को जॉच कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये।

पट्टे की जमीन पर जबरन मंदिर निर्माण, देखे कार्यवाही करें
सैलाना तहसील के ग्राम शिवगढ़ के कनीराम नंदु ने आज जन सुनवाई में शिकायत की कि उसे सरकार द्वारा मकान बनाने हेतु पट्टा दिया गया था जिस पर उसका 1991 से कब्जा है। गॉव के बीस लोगों के द्वारा मिलकर उस पर जबरन तरीके से मंदिर निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है और उसे और उसके परिवार के सदस्यों को धमकी दी जा रही है। उसने नामजद शिकायत करते हुए बताया हैं कि संबंधित लोगों के द्वारा परिवार को भयभीत कर बिना शासन की अनुमति के धार्मिक भावनाओं के नाम पर उसका शौषण किया जा रहा है। कलेक्टर ने तहसीलदार सैलाना को जॉच के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि यदि आवेदक के पास पट्टा हैं तो उस स्थान पर निर्माण कार्य को रोका जाये।

छात्रों को जगह नहीं थी तो रखा क्यों, व्यवस्था करायें
कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने जन सुनवाई से दूरभाष पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को प्रिमेट्रिक बालक छात्रावास के पन्द्रह बच्चों के रहने की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये है। उन्होने फोन पर कहा कि यदि छात्रावास में जगह नहीं थी तो अतिरिक्त स्थानों के नाम पर बच्चों को क्यों रखा। आज जन सुनवाई मंे कक्षा 10वीं के ग्यारह बच्चे, 12वीं के तीन बच्चे एवं 9वीं के एक बच्चे ने लिखित में शिकायत की कि आज 30 अगस्त को होस्टल में जगह नहीं होने के नाम पर उनका नाम होस्टल से निरस्त कर दिया गया है। कलेक्टर ने सहायक आयुक्त को स्थिति का आकलन कर विद्यार्थियों के लिये आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिये।

सीईओ जिला पंचायत कोटड़ा पंचायत सचिव के विरूद्ध कार्यवाही करें
जन सुनवाई में आज रावटी तहसील के कोटड़ा पंचायत के सचिव के विरूद्ध रिश्वत लेने संबंधी शिकायतें अलग-अलग हितग्राहियों ने की। नरसिंग हमीरा गरवाल ने शिकायत करते हुए बताया कि इन्दिरा आवास योजनान्तर्गत उसे पहली किश्त का भुगतान उसे दो हजार रूपये की रिश्वत देने के बाद हुआ, अब दूसरी किश्त के लिये भी दो हजार रूपये की मांग की जा रही हैं और राशि के अभाव में मकान निर्माण का कार्य अधूरा है। इसी प्रकार मोहन ने शिकायत की कि मस्टर निकालने के नाम पर दिपेन्द्र भूरिया सचिव द्वारा पॉच-पॉच सौ रूपये की मांग की जाती है। इसी प्रकार पप्पु ने शिकायत की कि मेढ़बंधान के लिये भी रिश्वत मांगी जा रही है। एक अन्य हितग्राही जीवा ने भी कपिलधारा योजनान्तर्गत लाभ प्राप्ति के लिये दिपेन्द्र द्वारा रिश्वत की मांग की जाने हेतु शिकायत की। कलेक्टर ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को संबंधित सचिव के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

एसडीएम जावरा स्कूल भूमि पर अतिक्रमण हटाये
जन सुनवाई में आज जावरा तहसील के ग्राम सेजावता के नागरिकों के द्वारा शिकायत की गई कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय सेजावता की स्कूल भूमि का सीमाकंन जावरा एसडीएम की मौजूदगी में किया गया था। बावजूद इसके स्कूल की जमीन पर व्यक्तिगत जमीन बताते हुए भूमाफियॉ द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। कलेक्टर ने एसडीएम जावरा को तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये है।

स्वं सहायता समूह की मनमानी, कलेक्टर ने दिये जॉच के निर्देश
जन सुनवाई में आज बाजना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बीड़ के गॉव पिपली का माल के ग्रामीणों द्वारा शिकायत करते हुए बताया गया कि स्थानीय प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनवाड़ी केन्द्र में एक ही स्वं सहायता समूह द्वारा भोजन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। उन्होने शिकायत में बतलाया कि पीरू धन्ना भाभर द्वारा उक्त समूह विगत दस वर्षो से संचालित किया जा रहा है। उसने यह भी बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यहां नहीं रहती हैं उसके कारण आंगनवाडी में भोजन का निर्माण नहीं किया जाता है। ग्रामीणों ने समूह को कार्य से हटाने की मांग की है। कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बाजना को जॉच कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए व्यवस्थागत सुधार करने के निर्देश दिेय है।

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