शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार इसी सप्ताह होने की संभावना
पवैया,देवडा और पाण्डेय के नाम चर्चाओं में
भोपाल, 27 जून (इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश में राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार की प्रबल संभावनाओं के बीच प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो तीन दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इस बीच श्री चौहान ने आज यहां एक निजी अस्पताल पहुंचकर राज्यपाल रामनरेश यादव से मुलाकात की। राज्यपाल काे अस्वस्थता के चलते कल इस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके स्वास्थ्य में सुधार है और एक या दो दिन में वह स्वास्थ्य लाभ लेकर वापस राजभवन आ सकते हैं। इसके बाद मंत्रिमंडल के विस्तार की पूरी संभावना है।मंत्रीमण्डल में शामिल होने वाले नामों को लेकर चर्चाएं भी तेज हो गई है। जयभान सिंह पवैया,जगदीश देवडा,डॉ.राजेन्द्र पाण्डेय आदि को मंत्रीमण्डल में स्थान दिए जाने का अनुमान है। कुछ मंत्रियों की छुट्टी होने की भी अटकलें हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद अस्पताल के बाहर मीडिया को बताया कि वे यहां पर राज्यपाल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने आए थे। उनका स्वास्थ्य बेहतर है। मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में उन्होंने कुछ नहीं बताया लेकिन कहा कि पहले से निर्धारित काम वे करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान राज्यपाल से मुलाकात के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा से भेंट करने उनके निवास पर पहुंचे। इस मुलाकात को भी राजनैतिक गलियारों में मंत्रिमंडल विस्तार से जोडकर देखा जा रहा है।
श्री चौहान अपनी छह दिवसीय चीन यात्रा से कल ही राजधानी लौटे हैं। उन्होंने इसके बाद अपने निवास पर संवाददाताओं से चर्चा में संकेत दिया था कि मंत्रिमंडल का विस्तार और राज्य में पहली बार ‘हैप्पीनेस मंत्रालय (आनंद मंत्रालय)’ का गठन उनकी पूर्व की घोषणा के अनुरूप किया जाएगा। इसके पहले श्री चौहान ने हाल ही में रीवा में संपन्न भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान कहा था कि राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार 30 जून तक किया जाएगा।
श्री चौहान के नेतृत्व में भाजपा ने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार विजय हासिल की थी और श्री चौहान ने मुख्यमंत्री के तौर पर 14 दिसंबर 2013 में तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण की थी। इसके एक सप्ताह बाद उन्हाेंने अपने मंत्रिमंडल का गठन करके 18 कैबिनेट और चार राज्य मंत्रियों को शामिल किया। इसके बाद से राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार या पुनर्गठन को लेकर समय समय पर अटकलबाजियां चलती रहीं।
राज्य विधानसभा में विधायकों की संख्या 230 होने के कारण निर्धारित मापदंड के अनुरूप प्रदेश में मंत्रियों की अधिकतम संख्या 35 हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत 19 कैबिनेट मंत्री और चार राज्य मंत्री हैं। इस तरह श्री चौहान अधिकतम बारह और विधायकों या व्यक्तियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं। हालाकि माना जा रहा है कि रणनीति के तौर पर श्री चौहान अपने मंत्रिमंडल में कुछ स्थान रिक्त रखेंगे।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तैयारियां शुरू होने के साथ अब राजनैतिक गलियारों में इस बात पर भी चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या श्री चौहान किसी मंत्री को हटाएंगे या फिर विभागीय फेरबदल के जरिए उनका कद कम या ज्यादा कर सकते हैं।
इस बीच श्री चौहान ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुंदरलाल पटवा से भी भेंट की। मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियों के बीच भी यह मुलाकातें महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।