चिकित्सा महाविद्यालयों में समय-सीमा में विकसित की जायें सुविधाएँ
मुख्य सचिव द्वारा अधिष्ठाताओं के साथ विस्तृत चर्चा और समीक्षा
भोपाल,19 अगस्त (इ खबरटुडे)। मुख्य सचिव आर. परशुराम ने शनिवार को मंत्रालय में बैठक में प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में संचालित परियोजनाओं और निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने प्रदेश के 6 चिकित्सा महाविद्यालय में नये भवनों के निर्माण, जाँच और उपचार उपकरणों की स्थापना और चिकित्सा शिक्षा सुविधाएँ बढ़ाने के सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में एक प्रकोष्ठ का गठन कर जरूरी कार्यों की निर्धारित अवधि में पूर्णता सुनिश्चित की जायेगी।
मुख्य सचिव ने चिकित्सा महाविद्यालयों में रोगियों की सुविधाएँ बढ़ाने के लिये किये जा रहे निर्माण कार्यों को गति देने के निर्देश दिये। भोपाल के गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय में वायरोलॉजी लेब और गामा केन्द्र की स्थापना भी इन कार्यों में शामिल है। मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में चिकित्सा महाविद्यालयों में आवश्यक सुविधाएँ विकसित कर इन संस्थानों का आम जनता को पूरा लाभ उपलब्ध करवाना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से नये चिकित्सा उपकरणों की स्थापना सभी चिकित्सा महाविद्यालयों से जुड़े चिकित्सालयों में की जा रही है। प्रदेश में नये 5 चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ करने की पहल भी की गई है। मुख्य सचिव ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, मध्यप्रदेश गृह निर्माण मण्डल और अन्य निर्माण एजेंसियों द्वारा चिकित्सा महाविद्यालयों में डायलिसिस मशीन, ऑडिटोरियम, वार्ड और बाउण्ड्री वॉल के निर्माण, छात्रावास और टेली मेडिसिन सुविधा विकास के कार्य हो रहे हैं। इन कार्यों को तेजी से पूरा कर नागरिकों को आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जायें।
मुख्य सचिव ने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों में जरूरी कार्यों की पूर्णता में अनावश्यक औपचारिकता और प्रक्रियात्मक विलम्ब को सहन नहीं किया जायेगा। मुख्य सचिव ने प्रत्येक चिकित्सा महाविद्यालय में संचालित कार्यों की पृथक-पृथक समीक्षा की।
गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय, भोपाल- मुख्य सचिव ने भोपाल में रोगियों की सुविधा के लिये पीपीपी के माध्यम से पाँच सौ बिस्तर के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल, दो अतिरिक्त डायलिसिस मशीन, गामा केन्द्र और वायरोलॉजी लेब की स्थापना के कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने को कहा। उन्होंने क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान परियोजना का कार्य शीघ्र क्रियान्वित करने को कहा।
चिकित्सा महाविद्यालय, इंदौर– मुख्य सचिव परशुराम ने इंदौर में ह्रदय रोग विभाग की स्थापना, एक हजार सीट ऑडिटोरियम के निर्माण, मानसिक आरोग्य शाला के उन्नयन के कार्य जल्द पूरे करने के लिये निर्देशित किया। मुख्य सचिव ने कमिश्नर, इंदौर को इन सभी कार्यों पर समय-सीमा में निगाह रखने को कहा।
चिकित्सा महाविद्यालय, जबलपुर– मुख्य सचिव ने महाविद्यालय में बाउण्ड्री वॉल के निर्माण का कार्य दिसम्बर, 2012 तक हर हालत में पूर्ण करने को कहा। इसके साथ ही महाविद्यालय में न्यूरो सर्जरी विभाग की स्थापना और 6 वार्ड के निर्माण का कार्य भी अगस्त, 2013 तक पूरा करने को कहा। मुख्य सचिव ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, जबलपुर में कुलपति, रजिस्ट्रार और वित्त नियंत्रक की स्थापना के बाद आवश्यक नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिये। उन्होंने विश्वविद्यालय की भूमि के संबंध में कहा कि कम क्षेत्र में अधिक सुविधायुक्त भवन के निर्माण पर ध्यान दिया जाये।
चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा- बैठक में बताया गया कि चिकित्सा महाविद्यालय, रीवा में सीटी स्केन और एमआरआई यूनिट की स्थापना शीघ्र की जायेगी। यहाँ 46 सीट के दो छात्रावास का निर्माण इसी वर्ष प्रारंभ किया जायेगा। मुख्य सचिव ने यहाँ 3 दशक से लम्बित संजय गाँधी अस्पताल के शेष कार्यों को बिना विलम्ब के पूर्ण करने की हिदायत दी।
चिकित्सा महाविद्यालय, ग्वालियर– मुख्य सचिव ने ग्वालियर में 1000 बिस्तर के अस्पताल के लिये भूमि का आधिपत्य लेने की कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कलेक्टर ग्वालियर से बैठक के दौरान ही दूरभाष पर चर्चा कर एकेवीएन से समन्वय कर इस कार्य को अंजाम देने को कहा।
चिकित्सा महाविद्यालय, सागर- मुख्य सचिव ने बुंदेलखण्ड क्षेत्र के इस इकलौते चिकित्सा महाविद्यालय में ईटीपी, इन्सीनरेटर और जल आपूर्ति जैसी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बताया गया कि सागर में गृह निर्माण मण्डल द्वारा चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित निर्माण कार्य तेजी से पूरे किये गये हैं। लेकिन बर्न यूनिट, ऑडिटोरियम और आवास निर्माण के कार्य अभी अधूरे हैं। वर्तमान में यहाँ 180 बिस्तर क्षमता की सुविधा तैयार हो चुकी है। मुख्य सचिव ने शेष कार्यों को दिसम्बर माह तक पूरा कर लेने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा अजय तिर्की, आयुक्त गृह निर्माण मण्डल मुकेश गुप्ता, संचालक चिकित्सा शिक्षा श्री तिवारी, उप सचिव एस.एस. कुमरे के अलावा जी.एम.सी. भोपाल के डीन डॉ. निर्भय श्रीवास्तव, रीवा के डीन डॉ. एस.एस. कुशवाह, ग्वालियर की डीन डॉ. श्रीमती वीना अग्रवाल, जबलपुर के डीन शशि खरे, सागर के डीन डॉ. पी.के. शर्मा और इंदौर की डीन डॉ. सुश्री पुष्पा वर्मा उपस्थित थीं।
अन्य समीक्षा बैठकें
मुख्य सचिव श्री परशुराम ने आज मंत्रालय में योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, कृषि विभाग से संबंधित परियोजनाओं पर संबंधित अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिवों से चर्चा की। मुख्य सचिव ने छह बैठकों में राज्य सांख्यिकी सुदृढ़ीकरण परियोजना, छठवीं आर्थिक गणना 2012, बारहवीं पंचवर्षीय परियोजना की परीक्षण समिति, स्वास्थ्य परियोजना परीक्षण समिति और यूआईडी के संबंध में संचालित गतिविधियों और भावी कार्यों की जानकारी प्राप्त की।