राजस्थान

राजस्थान के छह जिलों में होगा जलसंकट, दो महीने बंद होगी इंदिरा गांधी नहर

Water scarcity will occur in six districts of Rajasthan, and the Indira Gandhi canal will be closed for two months.

राजस्थान के लोगों के लिए गर्मी के मौसम में अच्छी खबर नहीं है। राजस्थान के छह जिलों में लोगों को पेयजल संकट से गुजरना पड़ सकता है क्योंकि इन​ जिलों से गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर दो महीने के लिए बंद की जाएगी। इस कारण कुछ जिलों में पानी का संकट पैदा हो सकता है। नहर के रख-रखाव के लिए क्लोजन रहेगा, इस दौरान पहले 30 दिन पेयजल के लिए केवल दो हजार क्यूसिक पानी ही छोड़ा जाएगा। नहर के बंद रहने के कारण राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर में पानी की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए इन जिलों के लोगों को अपना पानी का स्टॉक कर लेना चाहिए।


लोगों की जीवनरेखा है इंदिरा गांधी नहर
प​श्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ तथा श्रीगंगानगर के लिए इंदिरा गांधी लाइफ लाइन मानी जाती है। बुधवार से यह नहरबंदी शुरू हो गई है, जो 27 मई तक चलेगा। इसी कारण किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए भी पानी नहीं मिलेगा। केवल पहले 30 दिन पेयजल संकट से बचाने के लिए दो हजार क्यूसिक पानी ही छोड़ा जाएगा। वहीं 27 अप्रैल से लेकर 27 मई तक एक महीने के लिए नहर को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।


पानी का शुरू कर दिया स्टॉक
जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ़ तथा श्रीगंगानगर में पीने के पानी का संकट नहीं हो, इसके लिए जल संसाधन विभाग और जलदाय विभाग ने पानी का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। इस पेयजल संकट से निपटने के लिए पानी का स्टॉक हो रहा है ताकि गर्मी के दिनों में लोगों को पेयजल किल्लत से नहीं गुजरना पड़े। वैसे भी गर्मियों में पानी की समस्या हो जाती है, लेकिन इस बार गर्मियों में नहर बंद होने का व्यापक स्तर पर असर देखा जाएगा। पेयजल की यह समस्या इस बार ज्यादा गंभीर हो सकती है।


पशुपालन और खेती पर होगा ज्यादा असर
इस नहरबंदी का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर होगा। इसके अलावा पशुपालन और खेती करने वाले लोगों पर भयंकर होने की आशंका जताई जा रही है। प​श्चिमी राजस्थान से लेकर जैसलमेर तक पंजाब से पानी इंदिरा गांधी नहर के जरिये ही आता है। इसके सही रख-रखाव के लिए 2018 से समय-समय पर नहरबंदी का काम किया जाता है। इस बार यह नहरबंदी का समय लंबा होने के कारण तथा गर्मियों में ही होने के कारण ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पंजाब में इस बार 60 दिन के लिए क्लोजर लगेगा और 26 अप्रैल तक केवल पेयजल संकट से निपटने के लिए केवल दो हजार क्यूसिक पानी ही छोड़ा जाएगा। अगले महीने यानी 27 अप्रैल से लेकर 27 मई तक पानी पूरी तरह से बंद रहेगा।

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