Land prices in Bhopal:भोपाल में जमीन के रेट छुएंगे आसमान, 15 साल बाद सबसे बड़ी बढ़ौतरी

Land prices in Bhopal will touch the sky, the biggest increase in 15 years.
Land prices in Bhopal:आजकल वैसे तो जमीन के भाव हर शहर में आसमान छू रहे हैं लेकिन भोपाल में यह और अधिक बढ़ रहे हैं। भोपाल में कलेक्टर गाइडलाइन 2025-26 का ड्राफ्ट संपदा 2.0 की वेबसाइट पर ऑनलाइन जारी किया गया। इसके अनुसार, कुल 2887 लोकेशन में औसतन 18 प्रतिशत रेट बढ़ाने का प्रस्ताव है। यह मंजूर हुआ तो 15 साल में यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी होगी। 2011-12 में 31.50 प्रतिशत हुई थी, जिसके बाद अब यह इतनी भारी बढ़ोतरी होगी।
जहां-जहां शहरों का विकास हो रहा है, वहां पर सरकार जमीन एक्वायर कर रही है। जहां जमीन ज्यादा एक्वायर हो रही है, वहां पर जमीन के दाम आसमान छू रहे हैं। मध्यम वर्ग के लिए जमीन खरीदना एक बड़ा भारी संकट है। आम लोगों की पहुंच से शहरों की जमीन दूर होती जा रही है। शहर के आसपास के क्षेत्र में एक तो वैसे ही जमीन नहीं मिल पाती, यदि मिलती है तो फिर उसे खरीदना लोहे के चने चबाने जैसा है। भोपाल शहर की बात की जाए तो साल 2024-25 में कुल 3,885 लोकेशनों में औसतन 7 प्रतिशत दाम बढ़ाए गए थे। इस साल नर्मदापुरम रोड, कोलार, भानपुर, सलैया, कोकता बायपास जैसी करीब 100 जगह दाम सीधे दोगुने करने का प्रस्ताव है। 23 जगह ऐसी हैं, जहां जमीन के दाम 100 रुपये प्रति वर्गफीट से बढ़ाकर 230 रुपये प्रति वर्गफीट करने का प्रस्ताव है। इनमें भोपाल व आसपास के क्षेत्र जैसे दुबड़ी, अगरिया, सेमरीखुर्द, प्रेमपुरा, समर्धा, पिपलिया, गोविंदपुरा औद्योगिक वार्ड और छापरबंद हैं। 1,602 जगह बदलाव नहीं किया गया है।
आपत्तियों के लिए अंतिम दिन कल
अब आम नागरिक अपनी आपत्तियां और सुझाव 19 मार्च की शाम 5 बजे तक कलेक्टर कार्यालय, वरिष्ठ जिला पंजीयक कार्यालय (परी बाजार), आईएसबीटी कार्यालय (भोपाल) में प्रस्तुत कर सकते हैं। संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन भी अपने सुझाव दर्ज करा सकते हैं। कलेक्टर गाइडलाइन के बढ़ाने प्रस्ताव के विरोध में शहर के मंत्री-विधायक साथ आ गए हैं। नरेला से विधायक और कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग, राज्य मंत्री व गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने कहा कि 18 प्रतिशत बढ़ोतरी अव्यावहारिक है। उचित फोरम में विरोध दर्ज कराएंगे। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा बोले- कई अफसर ऐसे हैं, जो नहीं चाहते कि भोपाल की जनता रजिस्ट्री कराए। एग्रीमेंट पर रजिस्ट्री करा लें, लड़ाई-झगड़ा होता रहे। कई कंपनियां लोन बढ़ाने के लिए मनमाने दाम पर रजिस्ट्री करा लेते हैं। जो खेती की जमीन है, उसकी रजिस्ट्री स्कवायर फीट में कैसे की जा सकती है।