4 जवानों की शहादत के बाद देश में रोष, प्रतिशोध की उठी मांग
नई दिल्ली,05 फरवरी (इ खबरटुडे)। जम्मू-कश्मीर में रविवार को पाकिस्तानी सेना के मिसाइल हमले में चार भारतीय जवानों के शहीद होने से देश में भारी रोष है। पाक के कायराना हमले की निंदा करते हुए चार के बदले 40 को मारने की मांग उठ रही है। उधर उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सरथ चंद ने दो टूक कहा, ‘बिना कहे बदला ले लिया जाता है।
जवानों को कहने की आवश्यकता नहीं है। जवाबी कार्रवाई जारी रहेगी, हमारी कार्रवाई खुद बोलेगी।’ वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘सेना की बहादुरी पर देश की जनता को पूरा भरोसा है। सेना उचित जवाब देगी।’
रातभर गोलीबारी, एसआइ घायल राजौरी के डिप्टी कमिश्नर शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि पाक सेना ने बीती पूरी रात रुक-रुककर गोलाबारी की। केरी इलाके में बीएसएफ का एक एसआइ घायल हो गया। भारतीय सेना भी पाकिस्तान को माकूल जवाब दे रही है। किसी नागरिक के हताहत होने की खबर नहीं है। रविवार को पाक सेना ने शांतिकाल में पहली बार नियंत्रण रेखा के पार मिसाइल दागी थी।
इसमें सेना के कैप्टन कपिल कुंडु (हरियाणा), राइफलमैन रामअवतार (ग्वालियर, मप्र) और हवलदार रोशनलाल (सांबा, जम्मू-कश्मीर), राइफलमैन शुभम सिंह (कठुआ) शहीद हो गए थे। पाक बोला- दो नागरिक मारे गए, भारतीय दूत तलब पाकिस्तान ने सोमवार को ‘चोरी और सीनाजारी’ का तरीका अपनाया। भारत पर अकारण गोलीबारी का आरोप मढ़ते हुए दो पाक नागरिकों की मौत का दावा किया।
पाक के दक्षिण एशिया व सार्क मामलों के महानिदेशक मोहम्मद फैजल ने इस्लामाबाद में भारत के उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को तलबकर इस पर एतराज जताया।
तीन साल में पाक ने 834 बार तोड़ा संघर्ष विराम, 97 मौतें
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बताया कि पिछले तीन साल में पाक सेना ने 834 बार संघर्ष विराम समझौते को तोड़ा है। इनमें 41 नागरिकों समेत कुल 97 लोगों की जान गई और 383 घायल हो गए।
कैप्टन कुंडु की मां ने कहा, 4 के बदले चाहिए 24 सिर
डा. ओमप्रकाश अदलखा, गुरुग्राम शहीद कैप्टन कपिल कुंडू की मां सुनीता कुंडू अपने जिगर के टुकड़े की शहादत पर आंसू नहीं बहाना चाहती। उनका कहना है कि उनके बेटे को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी जब चार के बदले देश की सेना 24 पाकिस्तानी सैनिकों का मार गिराएगी।
दुख की इस घड़ी में भी सुनीता कुंडु ने ‘दैनिक जागरण’ से बातचीत की। बात करते-करते उनकी आंख में आंसू आ गए और कुछ देर तक चुप रहने के बाद कहा, मेरा दूसरा बेटा होता तो उसे भी सेना में भेज देती। 10 फरवरी को कैप्टन कपिल का जन्मदिन था, वह जल्दी ही आने वाले थे।
‘जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए’
कैप्टन कुंडु के परिजनों ने बताया कि कपिल काफी साहसी थे। आनंद फिल्म का डायलॉग ‘जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए’ उनका ध्येय था। वह हमेशा देश को सर्वोच्च मानते थे।
बहन से कपिल हर बात साझा करते थे। गांव आने-जाने की जानकारी भी वह बहन को ही बताते थे। बहन ने बिलखते हुए कहा, ‘उसने मुझसे कहा था कि 10 फरवरी को वह घर आ रहा है। उसने हमेशा की तरह मां को यह बात नहीं बताने और उन्हें सरप्राइज देने को कहा था।’