गुजरात में 14 फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, सत्तर हजार देकर ली मेडिकल की डिग्री
सूरत,06दिसंबर(इ खबर टुडे)। गुजरात के सूरत में सक्रिय एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। उनके पास से करीब 1,200 फर्जी डिग्रियों का डेटाबेस मिला है। गिरोह के लोग आठवीं कक्षा पास करने वालों को भी मेडिकल की डिग्री देते थे। इसके एवज में वे हर व्यक्ति से 70 हजार रुपये लेते थे। गुजरात पुलिस ने गिरोह से डिग्री खरीदने वाले 14 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी डॉ. रमेश गुजराती को भी गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ‘बोर्ड ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिसिन गुजरात’ या बीईएचएम की ओर से जारी की गई डिग्रियां दे रहे थे। पुलिस को उनके पास से सैकड़ों आवेदन, प्रमाण पत्र और टिकट मिले हैं।
पुलिस और राजस्व विभाग की कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक, सूचना मिली थी कि फर्जी डॉक्टर डिग्री वाले तीन लोग एलोपैथी प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस और राजस्व विभाग ने अभियान चलाकर उनके क्लीनिक पर छापा मारा। पूछताछ करने पर आरोपियों ने बीईएचएम की डिग्रियां दिखाईं। जांच में पता चला कि डिग्रियां फर्जी हैं, क्योंकि गुजरात सरकार ऐसी कोई डिग्री जारी नहीं करती है। आरोपी फर्जी वेबसाइट पर डिग्रियां रिकॉर्ड कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी को पता चला कि भारत में इलेक्ट्रो-होम्योपैथी के बारे में कोई नियम नहीं हैं। इसके बाद उसने उसी कोर्स में डिग्री देने के लिए एक बोर्ड बनाने की योजना बनाई। उसने पांच लोगों को काम पर रखा और उन्हें इलेक्ट्रो-होम्योपैथी में ट्रेनिंग दी। उनने तीन साल से भी कम समय में कोर्स पूरा कर लिया। इस दौरान उन्हें इलेक्ट्रो-होम्योपैथी दवाएं लिखने का प्रशिक्षण दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, जब फर्जी डॉक्टरों को पता चला कि लोग इलेक्ट्रो होम्योपैथी को लेकर संशय में हैं तो उन्होंने अपनी योजना बदल दी और लोगों को गुजरात के आयुष मंत्रालय की ओर से जारी की गई डिग्रियां देने लगे। उन्होंने दावा किया कि उनके बनाए गए बोर्ड BEHM का राज्य सरकार के साथ समझौता है।