हड़ताल से थमे रहे ट्रकों के पहिए
दमोह 6 नवम्बर(इ खबरटुडे)। मायसेम सीमेंट फैक्ट्री के उमक्रम इमलाई फैक्ट्री से सीमेंट व अन्य सामग्री ढोने वाले वाहन चालक व परिचालकों ने गुरुवार को ट्रकों के पहिए रोककर हड़ताल शुरू कर दी। उनकी मांग थी कि मालगाड़ियों से कम दूरी का माल सप्लाई होने के कारण उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है, जिस समाप्त किया जाए। दिन भर की हड़ताल के बाद चालकों ने शाम को कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम संयुक्त कलेक्टर नंदा कुसरे को ज्ञापन सौंपा। वाहन चालकों का कहना था कि यदि शीघ्र ही उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वे अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे।
वाहन चालक-परिचालक संघ के अध्यक्ष शिवराम कुर्मी ने बताया कि वर्ष 1991-92 के मोटर वीकल एक्ट के तहत मालगाड़ियों से केवल पांच से सात सौ किमी की दूरी के ही रेक लगाकर माल ढोया जाता था, लेकिन अब उस नियम का पालन न करते हुए सौ से डेढ़ सौ किमी दूरी पर भी मालगाड़ी से माल की सप्लाई की जा रही है। ऐसा होने से उनके रोजगार पर असर पड़ा है और उन्हें परेशानी हो रही है। इसके अलावा फैक्ट्री के भीतर लोडिंग नहीं होती है और अंडर लोडिंग का भाड़ा नहीं बढ़ाया जा रहा है, जिससे उन्हें नुकसान हो रहा है। इसके अलावा उनकी मांग थी कि उन्हें शासन के नियमों के तहत श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ दिया जाए।
वाहनो की पार्किंग की व्यवस्था की मांग
इमलाई फैक्ट्री के समीप, नरसिंगढ़ माइसेम फैक्ट्री के समीप और झांसी व दमोह से जुड़े शहरों में वाहनो की पार्किंग की व्यवस्था कर रात के समय सुरक्षा दी जाए। यदि 15 दिनों के भीतर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो सभी ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, वाहन चालक, परिचालक अनिश्चिकाल के लिए हड़ताल शुरू कर देंगे। संयुक्त कलेक्टर नंदा कुसरे ने ज्ञापन लेने के बाद चालकों से कहा कि वे तत्काल ही उनका ज्ञापन राष्ट्रपति को भेज देंगे।