हिन्दू समाज की एकता को तोडने के लिए झूठी बातों का भ्रम फैलाने के षडयंत्र,इन्हे विफल करना आवश्यक-दीक्षित
रतलाम,14 जुलाई (इ खबरटुडे)। देश में हिन्दूवादी सरकार है और इसलिए देश सही दिशा में तेज गति से आगे बढ रहा है। यही बात देशविरोधी तत्वों को हजम नहीं हो रही है और इसलिए हिन्दू समाज को तोडने का षडयंत्र चल रहा है। दलित वर्ग को झूठी बातों से भ्रम फैलाकर भडकाने के प्रयास किए जा रहे है। इन षडयंत्रों को पूरी शक्ति लगाकर विफल करना होगा। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक विनय दीक्षित ने स्थानीय रंगोली सभागृह में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद द्वारा सामाजिक समरसता -अधिवक्ताओ की भूमिका विषय पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में बडी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित थे।
श्री दीक्षित ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद लोगों को यह अपेक्षा थी,कि देश आगे बढेगा और गौरवशाली स्थान प्राप्त करेगा। लेकिन देश को जितना आगे बढना चाहिए था,उतना बढ नहीं पाया। इसका एकमात्र कारण यह था कि देश में देश के लिए जीने वालों की संख्या कम थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दैनिक शाखाओं के माध्यम से ऐसे देशभक्तों को तैयार करने का काम किया,जो देश के लिए जीते है। इसी का परिणाम है कि आजसीएम से लेकर पीएम तक ऐसे व्यक्ति है,जो शाखा के माध्यम से तैयार हुए है।
श्री दीक्षित ने कहा कि देश में राष्ट्रवादी शक्तियों की सरकार होने से राष्ट्रविरोधी तत्वों के गोरखधन्धों पर रोक लगी है। कम्यूनिस्ट विचार धारा और इसाई मिशनरीज से जुडे लोग विदेशी धन के सहारे देश को कमजोर करने का जो षडयंत्र रच रहे थे,उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगा है। इसका परिणाम यह है कि ये देश विरोधी तत्व येन केन प्रकारेण हिन्दू समाज को तोडने के षडयंत्र कर रहे है।
श्री दीक्षित ने कहा कि देश के अनुसूचित जाति जनजाति के बन्धुओं को झूठी बातों का भ्रम फैलाकर हिन्दू समाज का विरोधी बनाने का षडयंत्र किया जा रहा है। किसी समय पर हिन्दू समाज के ही लोगों ने अनूसूचित जाति जनजाति के बन्धुओं पर अत्याचार किए थे,लेकिन अब समय बदल चुका है और हिन्दू समाज में समरसता का भाव जागृत होने लगा है। देश के अनेक गांव समरस हो चुके है।
कम्यूनिस्ट और इसाई मिशनरीज दलित बन्धुओं को झूठी कहानियों के आधार पर भ्रमित करने में जुटे है। जेएनयू में महिषासुर की पूजा की जा रही है और भारत तेरे टुकडे होंगे के नारे लगाए जा रहे हैं। जबकि दुष्टों की कोई जाति नहीं होती। दुष्ट व्यक्ति किसी भी जाति का हो,दुष्ट ही होता है। ऐसे में किसी दैत्य की पूजा करना उचित कैसे हो सकता है। श्री दीक्षित ने आचार्य द्रोण और एकलव्य का उदाहरण देते हुए कहा कि आचार्य द्रोण ने एकलव्य के साथ अन्याय किया था,इसलिए आज तक समाज में द्रोण को प्रतिष्ठा नहीं मिली है,जबकि एकलव्य हर जगह सम्मानित है। उन्होने कहा कि कम्यूनिस्ट दलित वर्ग में झूठा भ्रम फैलाने के लिए नई नई कहानियां गढ रहे हैं। उन्होने कहा कि होलिका दहन की कहानी हर कोई जानता है,लेकिन अब नई कहानी गढी गई है,जिसमें प्रहलाद और होलिका के बीच अवैध सम्बन्ध होने की झूठी बात फैलाई जा रही है।
श्री दीक्षित ने कहा कि एक ही आधारहीन और झूठी बात को बार बार दोहराने से लोगों को वह सच्ची लगने लगती है। इसी का सहारा लेकर देश विरोधी शक्तियां हिन्दू समाज को तोडने के षडयंत्र में लगी है। जबकि दूसरी ओर सच्चाई को जानने वाले लोग निष्क्रिय बने रहते है।
श्री दीक्षित ने कहा कि दुष्प्रचार करने के लिए आजकल सोशल मीडीया का जमकर उपयोग किया जा रहा है। उन्होने अधिवक्ताओ से आव्हान किया कि सोशल मीडीया पर फैलाए जा रहे भ्रम और झूठी बातों का तार्किक रुप से खण्डन किया जाए और सत्य को सामने लाया जाए.जिससे कि हिन्दू समाज को तोडने के इस षडयंत्र को कुचला जा सके और हिन्दू समाज की एकजुटता कायम रह सके।
प्रारंभ में अधिवक्ता परिषद के वीरेन्द्र कुलकर्णी ने अतिथी परिचय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मंच पर रतलाम जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष संजय पंवार और रा.स्व.संघ के जिला संघचालक वीरेन्द्र वाफगांवकर उपस्थित थे। समारोह में अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारीगण और बडी संख्या में अभिभाषक गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट सतीश त्रिपाठी ने किया।