सैलाना जेल में बंद कैदी की मौत
धारा 151 में दस दिन से बंद था मृतक
मानवाधिकार हनन का स्पष्ट मामला
रतलाम,27 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। सैलाना उप जेल में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कैदियों ने जेल पहरी को सूचना दी की एक बंदी के मुंह से झाग निकलने लगे। प्रहरी बंदी को चिकित्सालय लेकर पहुंचा तब तक उसकी मौत हो गई थी, घटना के बाद जिला जेल अधीक्षक श्री बांगरे भी सैलाना पहुंच गए। शव का पोस्टमार्ट्म करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। कैदी की अकाल मौत ने जिले में हो रहे मानवाधिकार हनन को स्पष्ट कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरवन थाना क्षेत्र के बेड़दा निवासी संजय पिता गोपाल सिंह सिसौदिया (38) 17 दिसंबर से सैलाना उप जेल में धारा 151 के तहत बंद था। सूत्र बताते है कि शुक्रवार की सुबह जेल से संजय की पत्नी को फोन पर बताया गया कि संजय ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली, सूचना पर परिजन व गांव के लोग जब उप जेल सैलाना पहुंचे तो अलग-अलग बातें सामने आई कोई कह रहा था कि जहरीली गोली खा ली, तो कोई कह रहा था फांसी लगा ली। लेकिन स्थिति स्पष् नहीं थी जेल प्रशासन ने बंदी को शव का पोस्टमार्ट्म करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पोस्टमार्ट्म डाक्टरों की पैनल द्वारा कराया गया है अब पोस्टमार्ट्म रिपोर्ट आने का इंतजार है।
उल्लेखनीय है कि भरतीय दण्ड संहिता की धारा 151 प्रतिबन्धात्मक धारा है और इसके तहत किसी व्यक्ति को असीमीत समय के लिए निरुध्द नहीं किया जा सकता। मृतक संजय विगत दस दिन से धारा 151 के तहत निरुध्द था। सैलाना अनुविभाग या जिले के किसी अधिकारी ने इस बारे में कोई पूछताछ नहीं की,कि धारा 151 के तहत किसी व्यक्ति को दस दिनों तक कैसे निरुध्द रखा गया। यह सीधा सीधा मानवाधिकार हनन का मामला है।
संजय सिसौदिया की मौत की खबर मिलते ही बेड़दा गांव में सन्नाटा छा गया और परिजन सहित गांव के कई लोग सैलाना पहुंचे लेकिन मौत की सूचना सही नहीं देने व पोस्टमार्ट्म में हुई देरी को लेकर हंगामा किया।
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