November 16, 2024

सीएम की सुरक्षा में भारी चूक,तीन घण्टे तक बिना चिकित्सकीय सहायता के रहे मुख्यमंत्री,पुलिस वालों ने डाक्टरों को ही रोका

रतलाम,28 मई (इ खबरटुडे)। रतलाम के प्रवास पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में भारी चूक की गई। पुलिस अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते मुख्यमंत्री तीन घण्टे से अधिक समय तक बिना चिकित्सकीय सहायता के रहे। मुख्यमंत्री की ड्यूटी में तैनात चिकित्सकों को पुलिस वालों ने एम्बूलैंस तक ही नहीं जाने दिया। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के साथ साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी तक के साथ अभद्रता की। चिकित्सकों ने इस घटना की शिकायत भी उच्चाधिकारियों से की है।
अधिकृत जानकारी के अनुसार,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाजना में रात्रि विश्राम के दौरान जिला चिकित्सालय के पांच चिकित्सकों की ड्यूटी मुख्यमंत्री के कार्केड में लगाई गई थी। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर अव्यवस्थाओं का आलम यह था कि चिकित्सकों के लिए न तो भोजन की व्यवस्था थी और ना ही पीने के पानी की। गर्मी के मौसम में प्यास से बेहाल कुछ चिकित्सक,पानी लेने के लिए बाहर निकले। कुछ ही मिनटों के के बाद जब ये चिकित्सक पानी और भोजन लेकर लौटे,तो गेट पर तैनात पुलिस अधिकारी टीआई तेजपाल पंवार व अन्य पुलिस कर्मियों ने इन चिकित्सकों को बैरियर से भीतर जाने से रोक दिया। चिकित्सकों ने बताया कि वे शासकीय ड्यूटी पर है और एम्बूलैंस में तैनात है। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उनकी एक ना सुनी। चिकित्सकों ने पुलिस अधिकारी को ड्यूटी का आदेश भी दिखाया,लेकिन पुलिस अधिकारी अभद्रता करते रहे और उन्होने डाक्टरों को भीतर नहीं जाने दिया।
सीएमएचओ के साथ भी अभद्रता
पुलिस अधिकारियों की हठधर्मिता से परेशान चिकित्सकों ने फोन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे को फोन करके मौके पर बुलाया। हद तो तब हो गई,जब बैरिकेट पर तैनात पुलिस अधिकारी तेजपाल पंवार ने सीएमएचओ को भी नहीं बख्शा। तेजपाल पंवार ने सीएमएचओ डॉ.ननावरे के साथ भी अभद्रता की। उन्होने कहा कि ये सारे डाक्टर तो व्यापम घोटाले से डाक्टर बने है। ये क्या इलाज करेंगे। पुलिस अधिकारी पंवार ने सीएमएचओ से यह तक पूछ लिया कि आर एक्स का अर्थ क्या होता है? वहीं मौजूद एक आरक्षक ने इस पर कहा कि इसे क्या पता होगा कि आरएक्स क्या होता है? पुलिसकर्मियों की अभद्रता से परेशान सीएमएचओ छोटा सा मुंह लेकर वहां से चले आए। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसा प्रतीत हो रहा था कि टीआई तेजपाल  पंवार व उनके साथ तैनात अन्य पुलिसकर्मी नशा किए हुए थे। नशे की वजह से ही वे चिकित्सकों के साथ अभद्रता कर रहे थे।

एम्बूलैंस से पंहुचे डाक्टर
जब बैरिकेट पर तैनात पुलिस वालों ने विशेषज्ञ चिकित्सकों को भीतर जाने ही नहीं दिया तो थक हार कर सीएमएचओ डॉ.ननावरे ने एक नई एम्बूलैंस बुलवाई और उस एम्बूलैंस में डाक्टरों को बैठाकर भीतर प्रवेश करवाया। हांलाकि बैरिकेट पर तैनात टीआई पंवार ने इस एम्बूलैंस को प्रवेश देने में भी आनाकानी की,लेकिन बाद में एम्बूलैंस को प्रवेश दे दिया।
ये सारा घटनाक्रम करीब तीन घण्टे चला और इन तीन घण्टों के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बिना विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति के रहे। जो कि सुरक्षा की एक गंभीर चूक है।

सीएमएचओ को शिकायत
ड्यूटी से अगले दिन लौटने के बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों ने इस बात की लिखित शिकायत सीएमएचओ डॉ.ननावरे से की। डॉ.ननावरे ने उक्त शिकायत को पुलिस अधीक्षक अमित सिंह को अग्रेषित कर दिया है।

बिना भोजन पानी के रहे चिकित्सक
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के रात्रि विश्राम स्थल पर अव्यवस्थाएं फैली हुई थी। मुख्यमंत्री के कार्केड में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों के भोजन और पानी तक की व्यवस्था नहीं थी। ना ही उनके रात्रि विश्राम के लिए कोई व्यवस्था की गई थी। सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों को लगभग चौबीस घण्टे से अधिक की ड्यूटी पर लगाया गया था। लेकिन इसके बावजूद उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर ननावरे ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी आदेश दिखाने के बावजूद उन्होने चिकित्सकों को भीतर नहीं जाने दिया। उन्होने विशेषज्ञ चिकित्सकों से अभद्रता भी की। डॉ.ननावरे ने बताया कि उस स्थान पर मोबाइल कनेक्टिवीटी नहीं होने के कारण वे कलेक्टर को इस घटनाक्रम से अवगत नहीं करवा सके थे। चिकित्सकों द्वारा दी गई शिकायत को उन्होने पुलिस अधीक्षक अमित सिंह को अग्रेषित कर दिया है।
एसपी डॉ.अमित सिंह ने बताया कि यदि ऐसी कोई घटना हुई थी,तो चिकित्सकों को सीधे वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी देना चाहिए थी। एसपी श्री सिंह के मुताबिक अब तक किसी भी चिकित्सा अधिकारी ने उन्हे ऐसी कोई सूचना नहीं दी है। सीएमएचओ द्वारा अग्रेषित शिकायत की जांच करवाई जाएगी और जैसे तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी।

You may have missed