November 15, 2024

सिंहस्थ के लिए उज्जैन की नजर उतारी जाएगी

बड़े निर्माणों पर काला धागा और नींबू मिर्ची बांधेगा सोश्यल कबाड़ा ग्रुप
उज्जैन,13 मार्च(इ खबरटुडे)।गुरु-चाण्डाल योग के तहत आ रहे सिंहस्थ-2016 की सफलता और उसमें आने वाले श्रद्धालुओं के यहाँ से अमृत योग में स्नान कर बिदाई लेने के लिए उज्जैन शहर की नजर उतारने का क्रम किया जाने वाला है।

इसी के साथ सिंहस्थ के लिए किए गए तमाम बड़े निर्माण कार्यों को बुरी नजर से बचाने के लिए काला धागा और नींबू मिर्ची बांधी जाएगी।
सिंहस्थ के आयोजन को किसी की नजर न लगे और न कोई अनहोनि हो
मकान के नवनिर्माण में इस पर बुरी नजर से बचाने के लिए काली मटकी रखी जाती है। बच्चों को बुरी नजर लग जाए तो उनकी नजर उतारी जाती है। गुरु-चाण्डाल योग को लेकर अच्छे और बुरे की बहस छिड़ी हुई है। उज्जैन शहर की जनता को एक ही चिंता है। सिंहस्थ के आयोजन को किसी की नजर न लगे और न कोई अनहोनि हो। इसी को लेकर पुरातन नजर उतारने के उपाय को अपनाया जा रहा है। शहर के चीर परिचित सोश्यल कबाड़ा ग्रुप के युवा शहर की नजर उतारने जा रहे हैं। इसी के तहत सिंहस्थ की अभूतपूर्व सफलता के लिए रविवार को शहर के तमाम धार्मिक स्थानों पर मन्नत का धागा बांधा जाएगा।
धार्मिक स्थलों पर सफाई कर वहाँ के कचरे की पुडिय़ा बनाकर नजर उतारी जाएगी। इसके तहत गेबी हनुमान मन्दिर से मन्नत का धागा बांधकर ओम शान्ति अभियान का श्रीगणेश किया जाएगा। इसके उपरान्त श्री महाकालेश्वर मन्दिर, मौलाना मौज की मजार, बड़ा रोजा, गुरुद्वारा, चर्च आदि स्थलों पर धागा बांधकर झाडू लगाकर कचरे से नजर उतारने की पुडिय़ा बनाई जाएगी। संस्था के अजेश अग्रवाल के मुताबिक तमाम बड़े निर्माणों की नजर से बचाने के लिए उन पर काला टीका लगाया जाएगा। नींबू-मिर्ची बांधी जाएगी।
 पत्रकारों से चर्चा में श्री अग्रवाल एवं शैलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके ने बताया कि आयोजन के दूसरे चरण में घर-घर ओम शान्ति अभियान के तहत धूपबत्ती एवं सिंहस्थ की नजर उतारने की प्रक्रिया करवाने की पहल की जाएगी। अभियान के तहत एक सुन्दर गीत की रचना गीतकार सूरज उज्जैनी ने की है। उज्जैन के ही अंतर्राष्ट्रीय कलाकार हरीश मोयल ने गीत-संगीत के साथ इसे स्वरबद्ध किया है।
ये जुड़े हैं आयोजन से
सम्पूर्ण आयोजन की परिकल्पना सद्भावना के साथ सोश्यल कबाड़ा ग्रुप के सुमित नारंग, प्रवीण वशिष्ठ, विवेक जायसवाल, अजेश अग्रवाल, कैलाश माहेश्वरी, शकील खान, नवीन बलसारा, रवि लोहिया, सपन माहेश्वरी, अवनिश गुप्ता, बबन तोतला, पं. शैलेन्द्र व्यास स्वामी मुस्कुराके, गिरीश गोयल, नरेश भण्डारी, नीरज हरभजनका, पंकज अग्रवाल, परवेश नीमा, हरप्रीत लक्की बग्गा, फिरोज जीनवाला, सतीन दिसावल, सुनील कोटवानी, विजय मूंदड़ा, कपिल अग्रवाल, जगदीश गुलाटी, रशीद खान, निलेश जैन, मनोज जैन, चेतन गुप्ता, मनीष शर्मा, तेजस व्यास, स्वप्निल देशपाण्डे, संजीवसिंह कुलश्रेष्ठ, आशीष गोयल ने किये।

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