सिंहस्थ आयोजन के लिये उज्जैन नगर निगम के संसाधन बढ़ेंगे
उज्जैन 29 दिसम्बर(इ खबरटुडे)।नगर एवं मेला क्षेत्र की सफाई के लिये नगर निगम को अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे। सिंहस्थ मद से मेला क्षेत्र के लिये 85 बड़े कचरा कंटेनरए 502 छोटे कचरा कंटेनरए 1185 डस्टबीनए 400 हाथठेलेए 700 हेण्डकार्टए 60 मैजिकए 20 डम्पर प्लेजरए 20 बड़े डम्परए 12 जेसीबीए 30 डम्पर स्लेसरए 7 कॉम्पेक्टरए 17 मूवेबल कम्पेक्टर एवं 8 मूवेबल कम्पेक्टर कंटेनर व्हीकल खरीदे जायेंगे।
इसी तरह नगरीय क्षेत्र की साफ.सफाई के लिये 270 बड़े कचरा कंटेनरए 270 छोटे कंटेनरए 540 डस्टबीनए 486 ठेलाए 432 हेण्डकार्टए 40 मैजिकए 20 डम्पर प्लेजरए 10 टीपरए 5 सीवर क्लिनिंग मशीनए 5 जेसीबीए 5 ट्रेक्टर ट्रॉली हाइड्रोलिक क्रय करने का प्रावधान किया गया है।
दो हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मी डयूटी करेंगे
सिंहस्थ.2016 के लिये झोन एवं सेक्टरवार स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्य योजना तैयार की गई है। सिंहस्थ में 414 मेडिकल आफिसर तैनात किये जायेंगे। इसी के साथ प्रत्येक झोन प्रभारी एक.एक सीएमएचओ होगा। यही नहीं 844 पैरामेडिकल स्टाफ भी लगाया जायेगा। इस तरह सिंहस्थ में अन्य कर्मचारियों सहित कुल 2030 स्वास्थ्यकर्मी अपनी सेवाएं देंगे।
414 मेडिकल आफिसर तैनात होंगे
सिंहस्थ की तैयारियों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग द्वारा व्यापक कार्य योजना तैयार की गई है। क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित समस्त प्रमुख घाटों पर प्राथमिक उपचार की सुविधा से सुसज्जित 10 मेडिकल टीम तैनात रहेगी। आपात स्थिति में यह टीम सम्बन्धितों को तत्काल प्राथमिक उपचार प्रदान कर नजदीकी अस्थायी चिकित्सालय के लिये रैफर करेंगे। इसके अतिरिक्त सभी सेक्टरों एवं सेटेलाईट टाऊन पर छह बेड की अस्थायी डिसपेंसरी मय रोगी वाहनए मानव संसाधन उपकरण आदि से सुसज्जित स्थापित की जायेगी।
मलेरिया नियंत्रण के लिये पृथक से अमला
मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा पृथक से अमला तैनात किया जायेगाए जिसमें प्रत्येक झोन में एक.एक जिला मलेरिया अधिकारीए प्रत्येक झोन में छह.छह मलेरिया निरीक्षकए दो.दो लेब टेक्नीशियनए 18.18 हेल्थ सुपरवाईजरए 80.80 मलेरिया वर्करए दो.दो किट संग्रहकए 12.12 सुपीरियर फील्ड वर्कर व 60.60 फील्ड वर्कर इस तरह कुल 984 शासकीय सेवक इस काम के लिये लगाये जायेंगे।
अस्थायी राशन कार्ड जारी होंगे
खाद्यए नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा सिंहस्थ आयोजन के लिये खाद्य एवं अन्य रसद सामग्री समुचित मात्रा में उपलब्ध कराये जाने की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। विभाग सिंहस्थ मेला प्रारम्भ होने के पूर्व साधु.सन्तों को आवंटित भूमिध्पड़ाव के सत्यापन के बाद अस्थायी राशन कार्ड बनाने एवं जारी करने की व्यवस्था करेगा। इसके बाद प्रत्येक झोन में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के माध्यम से खाद्यान्नए एलपीजीए किरानाए दूधए फलए फूलए लकड़ीए कंडे आदि की वितरण व्यवस्था पर सतत् निगरानी रखेगा। इस कार्य के लिये संभागायुक्त के निर्देश अनुसार उपभोक्ता सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये आईटी बेस्ड हेल्प सेन्टरों की सहायता भी ली जायेगी।
मेला अवधि के लिये अस्थायी गैस कनेक्शन भी जारी किये जायेंगे और एजेन्सी पर एलपीजी सिलेण्डरों का प्रतिदिन आवश्यकता के मान से संग्रहण किया जायेगा। ऑइल कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के समन्वय से सुरक्षा उपकरण एवं सभी अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायेंगी। यही नहीं उचित मूल्य दुकानों पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में निरन्तरता बनाये रखने के लिये वाहनों के मूवमेंट का विशेष ध्यान रखा जायेगा। दुकानों के बाहर एवं भीतर स्टॉकए भावसूची आदि प्रदर्शित करने के लिये बोर्ड रहेगा।
12 अस्थायी पेट्रोल पम्प खुलेंगे
खाद्य विभाग द्वारा तैयार किये गये आंकलन के अनुसार वर्तमान में उज्जैन शहर में प्रतिदिन 56 हजार लीटर पेट्रोल एवं 76 हजार लीटर डीजल की खपत हो रही है। सिंहस्थ के दौरान अतिरिक्त 76 हजार लीटर पेट्रोल और 90 हजार लीटर डीजल की आवश्यकता का आंकलन किया गया है। इस तरह प्रतिदिन कुल एक लाख 32 हजार लीटर पेट्रोल और एक लाख 66 हजार लीटर डीजल की आवश्यकता होगी। इसकी आपूर्ति के लिये इन्दौर रोडए बड़नगर रोडए मक्सी रोडए उन्हेल.नागदा रोडए आगर रोड और देवास रोड प्रत्येक पर दो.दो अस्थायी पेट्रोल पम्प इस तरह कुल 12 पेट्रोल पम्प खोले जायेंगे।
एक लाख लीटर छाछ और 40 हजार किलो घी
सिंहस्थ में आने वाले लाखों श्रध्दालुओं के लिये दुग्ध संघ द्वारा दूधए घीए नमकीन मट्ठाए दहीए सुगंधित दूधए श्रीखंडए लस्सीए पनीरए सादी छाछए मावाए पेड़ा आदि दुग्ध उत्पादों का भण्डारण कर विक्रय किया जायेगा। उज्जैन दुग्ध संघ पहली बार सिंहस्थ में पनीरए मावाए पेड़ाए मिल्क केक श्रध्दालुओं को उपलब्ध करवायेगा। इस कार्य के लिये आवश्यक अतिरिक्त मशीनरी संघ में स्थापित की जायेगी। सिंहस्थ के दौरान उज्जैन दुग्ध संघ का आंकलन है कि प्रतिदिन सामान्य दिनों में 60 हजार लीटर और शाही स्नान के दिनों में एक लाख लीटर दूध का विक्रय होगा।
सिंहस्थ में शामिल होने वाले लाखों श्रध्दालुओं को देखते हुए मिल्क सप्लाई की विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। सिंहस्थ.2016 में एक लाख लीटर नमकीन छाछए 12 हजार किलो श्रीखंडए 26 हजार लीटर लस्सीए पाँच हजार किलो दहीए तीन हजार किलो पनीरए 20 हजार लीटर सादी छाछए तीन हजार किलो मावा एवं दो हजार किलो पेड़ा विक्रय की योजना बनाई गई है। इसके लिये प्रत्येक झोन में एक वितरक नियुक्त किया जायेगा तथा प्रत्येक झोन में 106 अस्थायी सांची पार्लर स्थापित किये जायेंगे।
उन्होंने बताया कि सिंहस्थ पर्व की माँग अनुसार दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थोंए जिनमें सफेद मक्खनए सांची घी का उत्पादन एवं भण्डारण की व्यवस्था की जायेगी। साथ ही आवश्यकता अनुसार पैकिंग मटेरियल एवं उपभोग सामग्री का क्रय करते हुए पूर्व से अनुबंधित बल्क मिल्क विक्रेताओं को दूध का विक्रय निरन्तर जारी रखा जायेगा। इस सब कार्य के लिये दुग्ध संकलन के स्तर को भी बनाया रखा जायेगा।