श्रम विभाग के कडे रुख के बाद खेतान का ले आफ स्थगित
श्रमिक व प्रबन्घन के बीच हुई बैठक,श्रमायुक्त को भेजा ममाला
रतलाम,26 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। सोयाबीन तेल बनाने वाली इकाई खेतान एग्रो द्वारा घोषित ले आफ नोटिस को श्रम विभाग के कडे रवैये के बाद स्थगित कर दिया गया है। पूरा मसला अब श्रमायुक्त को भेजा जा रहा है। श्रमायुक्त के निर्णय तक ले आफ स्थागित रहेगा।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों खेतान एग्रो के प्रबन्धन ने अचानक श्रमिक कर्मचारियों को ले आफ देने का नोटिस चस्पा कर दिया था। नोटिस चस्पा होने के बाद श्रमिकों व कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया था। श्रम विभाग की ओर से खेतान एग्रो को नोटिस जारी कर उद्योग के ले आफ को अवैध घोषित कर दिया गया था। श्रम विभाग द्वारा जोरी नोटिस में कहा गया था कि औद्योगिक विवाद अधिनियम के प्रावधानों के तहत बिना राज्य शासन की पूर्व अनुमति के ले आफ दिया जाना पूर्णत: अवैध है। नोटिस का जवाब देने के लिए खेतान प्रबन्धन को तीन दिन का समय दिया गया था।
गुरुवार को स्थानीय श्रम पदाधिकारी कार्यालय में श्रमिक व प्रबन्धन के बीच बैठक हुई। बैठक के दौरान प्रबन्धन ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में पूरे विश्व में सोयाबीन उद्योग संकटों से जूझ रहा है। उत्पादन बेहद कम हो गया है और ऐसी स्थिति में उद्योग को चलाना अत्यन्त कठिन है। प्रबन्धन का यह भी कहना था कि औद्योगिक विवाद अधिनियम के प्रावधानों के मुताबिक सौ से कम श्रमिक होने की स्थिति में ले आफ देने के पूर्व शासन की अनुमति आवश्यक नहीं है। इसके जवाब में श्रमिक प्रतिनिधियों ने कहा कि खेतान प्रबन्धन उत्पादन नहीं होने की बात कह रहा है,लेकिन चालू वर्ष में उद्योग ने भारी मात्रा में सोयाबीन की खरीदी की है। इतना ही नहीं खुदरा बाजार में खेतान ब्रान्ड का सोयाबीन तेल हर जगह उपलब्ध है और बिक रहा है। ऐसी स्थिति में यह कहना कि खेतान द्वारा उत्पादन नहीं किया जा रहा है,पूरी तरह गलत है। बैठक के दौरान श्रम पदाधिकारी राजेश त्रिवेदी ने कडा रुख अपनाते हुए प्रबन्धन को ले आफ वापस लेने को कहा। लम्बी बहस के बाद श्रम पदाधिकारी ने यह व्यवस्था दी कि खेतान प्रबन्धन और श्रमिकों का पक्ष श्रमायुक्त को भेजा जाएगा और अंतिम निर्णय श्रमायुक्त द्वारा किया जाएगा। श्रमायुक्त का निर्णय आने तक ले आफ स्थगित रखा जाएगा। श्रम पदाधिकारी के इस निर्णय के बाद श्रमिकों ने राहत की सांस ली है।
ये थे मौजूद
श्रम कार्यालय में हुई बैठक में श्रम संघों की ओर से इंटक के जेम्स चाको,भामसं के दिलीप मेहता,राजेन्द्र वर्मा,राजेश पाण्डेय आदि मौजूद थे। खेतान प्रबन्धन की ओर से एचआर महाप्रबन्धक अक्षय दुबे,असि.मैनेजर नवाब खान तथा एमएस राजावत मौजूद थे।