वेतन पूरा पर काम अधूरा, शर्म आना चाहिए-कलेक्टर
शासकीय सेवक समन्वय से काम करे
उज्जैन 27 नवम्बर(इ खबरटुडे)। कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने शुक्रवार को दोपहर में बृहस्पिति भवन के एनआईसी कक्ष में विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं की समीक्षा लेकर अधिकारियों को कड़े लेहजे में डांटते हुये कहा कि वेतन शत प्रतिशत लेते है परन्तु समय पर शासन का काम न हो तो हमें शर्म आना चाहिए। उन्होंने उपस्थित जिला अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह शासन की हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को समय सीमा में दिलाया जाना सुनिश्चित करे, अन्यथा उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। जिन विभागों को हितग्राहीमूलक योजनाओं में लक्ष्य दिया गया है उसका समय पर लक्ष्य की पूर्ति की जाए।
कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने विभागवार योजनाओं को समीक्षा की। कलेक्टर ने सर्वप्रथम पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समीक्षा की और लक्ष्य की पूर्ति न होने पर नाराजगी प्रकट करते हुये निर्देश दिये कि वह समय पर लक्ष्य की पूर्ति करे, वरना शीघ्र ही शोकाज नोटिस जारी करने की कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसुति हितग्राहियों के खाते में राशि न उपलब्ध कराने पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुये कहा कि प्रसूति की प्रथम जॉच में ही उनसे उनके बैंक खाते की जानकारी ली जाये ताकि प्रसूति होने के बाद उनके खाते राशि जमा कराई जाये।
कलेक्टर ने कहा कि आगंनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम का अनिवार्य रूप से समन्वय हो इसी मॉनीटरिंग संबंधित अधिकारी करे। अपने परिवार कल्याण की भी समीक्षा की ओर एक सप्ताह में व्यवस्थाओं को ठीक करे वरना संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
समय पर लक्ष्य की पूर्ति न होने पर वेतन वृद्धि रोकी जायेगी
कलेक्टर ने बैठक् में जिला अन्त्यावसायी, आदिमजाति कल्याण विभाग, हाथकरघा, खादी ग्रामोंद्योग, जिला पंचायत, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में चल रही हितग्राहीमूलक योजनाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को समय सीमा में दिये गये लक्ष्य की पूर्ति अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिये। इस संबंध में पुन: इसकी समीक्षा 10 दिसम्बर को होगी। बैठक में श्रम विभाग में चल रही हितग्राही मूलक योजना की समक्षा के दौरान प्रगति ठीक न होने के कारण नाराजगी प्रकट की और निर्देश दिये कि समय पर लक्ष्य की पूर्ति न होने पर वेतन वृद्धि रोकी जायेगी।
इसी प्रकार महिला सशक्तिकरण की समीक्षा के दौरान नागदा शहर की परियोजना अधिकारी के द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना के लक्ष्य की पूर्ति न करने पर भी नाराजगी प्रकट की और संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि तय सीमा में लक्ष्य की पूर्ति न होने पर संबंधित की निलम्बन की कार्यवाही प्रस्तारित की जायेगी। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रूचिका चौहान तथा संबंधित विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।