वासंती बयारों के बीच जल-महोत्सव हनुवंतिया में आज से
सैलानियों को वॉटर टूरिज्म की नई सौगात
मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री नायडू करेंगे शुभारम्भ
भोपाल,11 फरवरी,(इ खबरटुडे)।प्रदेश में सैलानियों को वॉटर टूरिज्म की सौगात के रूप में प्रथम ‘जल-महोत्सव’ की शुरूआत शुक्रवार 12 फरवरी से होने जा रही है।
शुभारंभ 12 फरवरी को शाम 4 बजे हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स स्थित टेंट नगर में करेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय शहरी विकास, आवास एवं संसदीय कार्य मंत्री वैंकय्या नायडू दस-दिवसीय जल-महोत्सव का शुभारंभ 12 फरवरी को शाम 4 बजे हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स स्थित टेंट नगर में करेंगे। पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक एवं क्षेत्रीय विधायक लोकेन्द्र सिंह तोमर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
जल-महोत्सव की शुरूआत पर सुखद संयोग यह भी जुड़ रहा है कि इसी दिन प्रकृति के उत्सव का दिन वसंत पंचमी है। नर्मदा जयंती भी इसी दौरान आ रही है। राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा प्रथम ‘जल-महोत्सव’ 12 से 21 फरवरी, 2016 तक इंदिरा सागर बाँध के नजदीक हनुवंतिया पर किया जा रहा है। इससे पर्यटक वाटर टूरिज्म का लुत्फ उठा सकेंगे। जल महोत्सव के रोमांचकारी आयोजन से न केवल प्रदेश में पर्यटन के नये क्षेत्र खुल सकेंगे बल्कि जल पर्यटन की दिशा में नई पहल भी शुरू हो जायेगी।
बाँध के बनने से बेक वाटर से प्राकृतिक रूप से अनुमानित 100 से अधिक टापू बन गये
प्राकृतिक रूप से समृद्ध मध्यप्रदेश में इंदिरा सागर बाँध जैसी विपुल जल राशि मौजूद है, जो न केवल देश बल्कि एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित वाटर बाडी है। बाँध का सौंदर्य प्राकृतिक रूप से निर्मित टापुओं ने और भी बढ़ा दिया है। बाँध के बनने से बेक वाटर से प्राकृतिक रूप से अनुमानित 100 से अधिक टापू बन गये हैं। यहाँ पर्यटन विकास निगम द्वारा हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स विकसित किया गया है।
रोजाना 500 से 700 तक पर्यटक की आवाजाही पहले से ही शुरू
पर्यटन विकास निगम द्वारा हनुवंतिया पर कॉटेज, बोट-क्लब एवं रेस्टोरेंट तैयार करवाये गये हैं। पर्यटन सुविधाएँ विकसित करने के लिये निगम द्वारा लगभग 10 करोड़ रुपये व्यय किये गये हैं। टापू को हरा-भरा बनाने के लिये पौध-रोपण भी किया गया है। यहाँ वाटर-स्पोर्ट कॉम्पलेक्स भी स्थापित किया जा रहा है। पर्यटन परिसर में एक क्रूज़ सहित जल-परी, मोटर-बोट एवं वाटर स्कूटर भी उपलब्ध करवाए गये हैं। उल्लेखनीय है कि इस स्थान पर रोजाना 500 से 700 तक पर्यटक की आवाजाही पहले से ही शुरू हो गई है।