रेलवे महाप्रबंधक ने देखे सिंहस्थ के कार्य
रुग्ण गति पर जताया असंतोष, इंदौर हेडक्वार्टर को लेकर कर्मचारियों का विरोध
उज्जैन,14 अक्टूबर(इ खबरटुडे)। मंगलवार को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक जी.सी. अग्रवाल सुबह अवन्तिका एक्सप्रेस के विशेष सैलून से उज्जैन आये। उन्होंने यहां दिनभर सिंहस्थ कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही रेलवे द्वारा बनाये जा रहे प्लेटफार्म के समीप फुट ब्रिज, नीलगंगा से इंदौरगेट की तरफ बन रहे आउटर ब्रिज के अलावा शिप्रा केबिन के निकट बन रहे चिंतामण-मोहनपुरा मार्ग के ओवरब्रिज सहित हालीडे होम का निरीक्षण किया। साथ ही आने वाले सिंहस्थ महापर्व में रेलवे द्वारा अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजनाओं पर क्रियान्वयन के दिशा-निर्देश भी दिये।
श्री अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान कार्यों में हो रहे विलम्ब पर असंतोष भी जताया और कहा कि कार्यों की गति तीव्र हो और हर हाल में फरवरी-मार्च तक उक्त कार्य पूर्ण किये जायें। इधर रेलवे कर्मचारियों ने इंदौर में बने नये हेडक्वार्टर से उज्जैन के कर्मचारियों को रिपोर्टिंग की अनिवार्यता जैसे कदमों का तीव्र विरोध जताते हुए कर्मचारियों ने कहा कि उज्जैन लॉबी को इंदौर हेडक्वार्टर से न जोड़ा जाए। वर्तमान में उज्जैन हेड क्वार्टर की सुविधा ही जारी रखी जाये। रेलवे एसोसिएशन मंडल सहमंत्री एस.एस. शर्मा के साथ कर्मचारियों ने श्री अग्रवाल को ज्ञापन भी सौंपा। यदि उज्जैन लॉबी को ही इंदौर हेडक्वार्टर से जोड़ा गया तो करीब 400 कर्मचारियों पर प्रभाव पड़ेगा। शुरुआत मेल एक्सप्रेस के ड्रायवरों को इंदौर हेडक्वार्टर पर सरेंडर करने के लिये पूर्व में भी ऐसे कदमों का विचार किया जा चुका है। यहां रेलवे के कार्यों का निरीक्षण करने के बाद श्री अग्रवाल, इंदौर के लिये रवाना हो गये। वे आज मुम्बई के लिये रवाना होंगे।
इसी प्रकार जनप्रतिनधियों ने भी जीएम को विभिन्न मांगों से अवगत कराया। उज्जैन-फतेहाबाद मीटर गेज अमान परिवर्तन का कार्य सिंहस्थ 2016 के पूर्व किया जाना नितांत आवश्यक है। इससे उज्जैन में आने वाले करोड़ों यात्रियों को जो कि उज्जैन दर्शन के बाद ओंकारेश्वर जाना चाहेंगे, उन्हें उज्जैन से महू एवं महू से ओंकारेश्वर तक रेल सुविधा प्राप्त हो सकेगी। साथ ही यह रेल मार्ग वर्तमान रेल मार्ग से कम दूरी का होगा।
* इंदौर-उदयपुर 19329 एवं इंदौर-गांधीनगर 19310 शांति एक्सप्रेस में दो-दो सामान्य डिब्बे बढ़ाये जाने चाहिये।
* यहां से चलने वाली लोकल ट्रेनें जो कि 8 या 9 डिब्बे के रेक से चल रही हैं उनमें भी दो-दो सामान्य श्रेणी के डिब्बे बढ़ाये जाना चाहिये।
* उज्जैन से उत्तरप्रदेश व बिहार के महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिये मेल एक्सप्रेस गाडिय़ों को प्रतिदिन यात्रियों की सुविधा के लिये शीघ्र ही चलाई जाना आवश्यक है।
* ट्रेन क्रमांक 12185/12186 भोपाल रीवा रेवान्चल एक्सप्रेस को उज्जैन तक बढ़ाया जाना चाहिये। जो बड़ी संख्या में यात्रियों के लिए लाभदायक होगी।
* गाड़ी क्रमांक- 12951/12952 राजधानी एक्सप्रेस को नागदा जंक्शन पर ठहराव दिया जावे। यह गाड़ी दोनों दिशाओं में मुंबई और नई दिल्ली जाने के लिये उपयुक्त टाईम टेबल पर है। जिससे उज्जैन व नागदा के यात्रियों को दोनों दिशाओं में यात्रा करने के लिये सुविधा उपलब्ध होगी।
* उज्जैन रेलवे लाबी का कैडर लगातार कम किये जाने एवं बेवजह इन्दौर में नई लाबी स्थापित किये जाने के संबंध में प्रयास किया जा रहा है उसे निरस्त करने का प्रस्ताव रखा।
* जैसा कि भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेलवे स्टेशन के बाहर एवं ओवर ब्रिज पर गाडिय़ों के इलेक्ट्रानिक डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाये गये हैं। उसी प्रकार सिंहस्थ के मद्देनजर उज्जैन रेलवे स्टेशन पर भी लगाये जावें।
* रेलवे स्टेशन उज्जैन पर प्रथम श्रेणी यात्रियों के लिये वातानुकूलित प्रतिक्षा कक्ष उपलब्ध नहीं है। सिंहस्थ में आने वाले स्वदेशी एवं विदेशी श्रद्धालुओं के लिये यह होना चाहिये ।
* उज्जैन रेलवे स्टेशन प्लेट फार्म नंबर 1 के बाहर उद्यान का विकास एवं सौन्दर्यीकरण सिंहस्थ के दृष्टिगत अनिवार्य है। इसे शीघ्र पूर्ण किया जावे।
* डबल डेकर ट्रेन को यात्रियों की सुविधा एवं मांग के अनुरूप रतलाम से भोपाल के मध्य चलाया जावे।