राजस्थान के बाद पंजाब भी लॉकडाउन, 31 मार्च तक मिलेंगी सिर्फ इमर्जेंसी सुविधाएं
चंडीगढ़,22 मार्च (इ खबरटुडे)। कोरोना के खतरे के बीच राजस्थान के बाद पंजाब सरकार ने भी बड़ा फैसला लेते हुए पूरे राज्य को 31 मार्च लॉकडाउन करने का फैसला लिया है। सीएम अमरिंदर सिंह ने राज्य की जनता से कोरोना वायरस से लड़ने में प्रशासन की मदद करने की भी अपील की है।
इससे पहले सरकार ने राज्य के कुछ जिलों को लॉकडाउन करने का फैसला किया था। इनमें जालंधर, संगरूर जैसे जिले शामिल थे। लेकिन कोरोना के लगातार सामने आ रहे मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने 31 मार्च तक के लिए पूरे राज्य को लॉकडाउन करने का फैसला किया है। इस दौरान रोजमर्रा की जरूरत वाली सामानों जैसे सब्जी और दूध की दुकानों के साथ-साथ मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। इनके अलावा कोई दुकान नहीं खुलेगी।
31 मार्च तक राजस्थान लॉक डाउन
आवश्यक सेवाओं को छोड़कर आगामी 31 मार्च तक पूरा राजस्थान लॉक डाउन रहेगा. इसके तहत सरकारी दफ्तर, दुकानें और प्रतिष्ठान सभी बंद रहेंगे. केवल अस्पताल और आवश्यक सेवाएं ही चालू रहेंगी. राजस्थान की सीमाएं सील की जाएंगी. शनिवार रात को सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया है. रात 9 बजे इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई. कोराना वायरस को लेकर लॉक डाउन होने वाला देश का पहला राज्य है.
पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है
राजस्थान में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिलने का सिलसिला जारी है. शनिवार को ही प्रदेश में आधा दर्जन नए पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. इन केस समेत राजस्थान में पॉजिटिव पीड़ितों की संख्या 23 हो चुकी है. शनिवार को सामने आए पॉजिटिव केस में 5 भीलवाड़ा में और 1 जयपुर से है. राजस्थान में पॉजिटिव पाए गए 3 मरीजों को ठीक किया जा चुका है. प्रदेश में अब तक 658 सैंपल जांच के लिए आये हैं. इनमें से 593 सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव है. जबकि 42 सैंपल अभी अंडर प्रोसेस हैं.
आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है
कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में आगामी 31 मार्च तक धारा-144 भी लागू है. वहीं सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं. कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार तमाम तरह के कदम उठा रही है. राज्य के तमाम बड़े मंदिरों और दरगाह बंद कर दिए गए हैं. वहां पूजा पाठ के लिए कुछ लोगों को ही जाने की अनुमति है. सीएम अशोक गहलोत लगातार इस मामले को लेकर समीक्षा बैठकें कर रहे हैं. जिला अस्पतालों में भी आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं भीलवाड़ा में बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीजों के मिलने के बाद वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है.