May 19, 2024

यास्मीन शैरानी पर हमले के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार

दो आरोपियों को जेल भेजा,दो पुलिस रिमाण्ड पर

रतलाम,12 अगस्त(इ खबरटुडे)। ग्यारह माह पूूर्व दो युवकों की नृशंस हत्या और पूरे शहर को कफ्र्यू का दंश देने वाले घटनाक्रम कांग्रेस नेत्री यास्मीन शैरानी पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने बुधवार को  पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने इस सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी यास्मीन शैरानी का बिजनेस पार्टनर है,जबकि एक आरोपी पुलिसकर्मी का पुत्र है।उल्लेखनीय है कि इ खबरटुडे ने सबसे पहले इस खबर को अपने पाठकों तक पंहुचाया था। इ खबरटुडे ने पुलिस की घोषणा से पहले ही यह बता दिया था कि यास्मीन शैरानी पर हुए हमले का पर्दाफाश हो चुका है।
पुलिस कंट्रोल रुम पर पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने इस सनसनीखेज काण्ड की विस्तार से जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि करीब ग्यारह माह पूर्व २७ सितम्बर २०१४ को कांग्रेस पार्षद यास्मीन शैरानी पर नगर निगम परिसर में दो अज्ञात आरोपियों ने पिस्टल से गोलियां दाग दी थी,जिसमें श्रीमती शैरानी गंभीर रुप से घायल हो गई थी। श्रीमती शैरानी पर हुए हमले से उपजी परिस्थिति का लाभ लेते हुए कुछ सांप्रदायिक तत्वों ने बजरंग दल के नेता कपिल राठौड और उनके कर्मचारी की नृशंस हत्या कर दी थी। इसके बाद पूरे शहर में कफ्र्यू लागू कर दिया गया था। श्रीमती शैरानी पर हुआ जानलेवा हमला तभी से पुलिस के लिए सबसे बडा सरदर्द बना हुआ था।
पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने बताया कि इस सनसनीखेज वारदात की चुनौती से निपटने के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने जबर्दस्त मेहनत की और आखिरकार इस वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की। पुलिस अनुसंधान में जो कहानी सामने आई है,उसके मुताबिक दिनांक १५ अप्रैल २०१४ में एक कालेज छात्र शहीर शैरानी की कालेज परिसर के पास ही गोली मारकर हत्या की गई थी। इस हत्या का एक आरोपी वैभव बैरागी,यास्मीन शैरानी पर हमले का मुख्य अभियुक्त है। एसपी श्री शर्मा के मुताबिक आरोपी वैभव बैरागी को शहीर हत्याकाण्ड में जमानत मिल चुकी है। उसे यह डर था कि यास्मीन शैरानी उसे इस हत्याकाण्ड में सजा कराने के लिए प्रयासरत है। इसीलिए उसने यास्मीन शैरानी को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। योजना के मुताबिक वैभव बैरागी अपने एक साथी चंदन शर्मा को लेकर घटना दिनंाक को नगर निगम परिसर पंहुचा और उसने यास्मीन पर पिस्टल से गोलियां दाग दी। बाद में दोनो आरोपी मोटर साइकिल से भाग निकले। आरोपियों ने हमले में प्रयुक्त पिस्टल छुपाने के लिए कस्तूरबा नगर निवासी अनुराग लोखण्डे को दे दी। बाद में यह पिस्टल तरुण सांकला ने ले ली थी। पुलिस ने घटना में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और रिवाल्वर को जब्त कर लिया गया है।

एक आरोपी यास्मीन का बिजनेस पार्टनर

एसपी अविनाश शर्मा ने स्वीकार किया कि प्रकरण के एक आरोपी अनुराग लोखण्डे की कांग्रेस नेत्री यास्मीन शैरानी से बिजनेस पार्टनरशिप है। उन्होने कहा कि अभी इस पहलू की जांच की जा रही है कि इस हमले में व्यावसायिक विवाद है या नहीं।

दो आरोपी पुलिस रिमाण्ड पर

प्रेस वार्ता से पहले चारों आरोपियों को कडी सुरक्षा व्यवस्था में न्यायालय ले जाया गया था,जहां उन्हे मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने प्रकरण के दो आरोपियों अनुराग लोखण्डे और तरुण सांकला को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है,जबकि वैभव बैरागी और चंदन शर्मा को एक दिन के पुलिस रिमाण्ड पर सौंप दिया है।

भारी पुलिस बंदोबस्त

प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बंदोबस्त किया था। न्यायालय परिसर में भी बडी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। अनुविभागीय दण्डाधिकारी सुनील झा और सीएसपी प्रतापसिंह राणावत स्वयं न्यायालय में मौजूद थे।

पुलिसकर्मी पुरस्कृत

इस अतिसंवेदनशील और सनसनीखेज प्रकरण का खुलासा करने वाली पुलिसटीम के सदस्यों को उज्जैन पुलिस महानिरीक्षक द्वारा तीस हजार रु.के नगद पुरस्कार की घोषणा की गई है। इस प्रकरण को उजागर करने में सीएसपी प्रतापसिंह राणावत,उनि.शिवांशु मालवीय,सउनि अनिल आचार्य,आर.राहूल,हिमांशु,योगेन्द्र और मुकेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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