May 18, 2024

महाकाल मंदिर के आसपास से कत्लखाने व मांस, शराब की दुकाने हटाने के लिए आंदोलन-

नर्मदा की तर्ज पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं करने पर स्वर्णिम भारत मंच जायेंगा उच्च न्यायालय

उज्जैन,18 जनवरी (इ खबरटुडे)। मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चौहान ने नर्मदा के प्रति आस्था प्रकट करते हुए नर्मदा किनारे से ५ किलोमीटर तक शराब की दुकाने हटाने का निर्णय लिया हैं। इस बात की प्रसन्नता के साथ स्वर्णिम भारत मंच नेे प्रशासन को महाकाल मंंदिर क्षेत्र के २ किलोमीटर तक कत्लखाने, मांस-मटन और मदिरा की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने लिए चेताया है।

स्वर्णिम भारत मंच ने चेतावनी दी है कि अतिशीघ्र कत्लखाने व शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया जाए, दो वर्षो से आंदोलन करने के बाद भी प्रशासन ने ठोस कार्यवाही नहीं की हैं। इस बार महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के अवसर पर २९ जनवरी को प्रात: ११ बजे महाकाल मंदिर घाटी पर धरना दिया जाऐंगा, जिसकी तैयारी लेकर मोहल्ला समितियों से बैठक की जा रही है।

स्वर्णिम भारत मंच के दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर व मोक्षदायनी मां क्षिप्रा के दो किलोमीटर क्षेत्र में ही कत्लखाने, मांस-मटन, मदिरा की दुकाने हटाने के लिए स्वर्णिम भारत मंच दो वर्षो से आंदोलन कर रहा हैं। जनता के बीच में जाकर ५३००० हस्ताक्षर, १०० से अधिक संस्था का समर्थन लिया गया है, कई साधु-संतों व प्रशासन के आलाधिकारी व सरकार के मुखिया शिवराजसिंह चौहान को अवगत कराया गया है, परन्तु किसी ने भी महाकाल मंदिर के आसपास कत्लखाने, मांस-मटन और मदिरा की दुकाने हटाने के लिए कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। हाल ही में शिवराजसिंह चौहान ने नर्मदा किनारे से ५ किलोमीटर तक शराब की दुकाने व अभक्ष सामग्री के विक्रय पर रोक लगा दी है तो ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर मंदिर के आसपास रोक क्यों नहीं लगाई।

२९ जनवरी तक प्रशासन नहीं जागा तो र्हाइ कोर्ट में याचिका-
स्वर्णिम भारत मंच द्वारा अपनी मांग को लेकर २९ जनवरी को महात्मा गांधी के पुण्य तिथि के पूर्व महाकाल घाटी पर धरना दिया जावेगा, धरने के बाद प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो स्वर्णिम भारत मंच उच्च न्यायालय में जनहित में याचिका प्रस्तुत करेगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी।
मोहल्ले की समिति और संस्थाओं को भी धरने में करेंगे शामिल-
महाकाल मंदिर के आसपास से कत्लखाने, मांस मदिरा की दुकाने हटाने के लिए आमजनता को जोड़ने के लिए मोहल्ला स्तर पर सम्पर्क किया जा रहा है, जिसमें महाकाल भक्तों को अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने का आग्रह किया जायेंगा। साथ ही समाज के प्रमुख व धार्मिक संस्थाओं को भी धरने में शामिल होने का अनुरोध किया गया हैं।

नर्मदा किनारे रोक, तो मां क्षिप्रा के किनारे क्यों नहीं-
नर्मदा नदी के आसपास जैसे ही शिवराजसिंह चौहान ने शराब की दुकाने पर प्रतिबंध लगाया, उज्जैन के लिए आवाज उठाने वाले स्वर्णिम भारत मंच को ऑक्सीजन मिल गया, क्योंकि स्वर्णिम भारत मंच कई बार कालों के काल बाबा महाकाल के आसपास से मांस-मटन के विक्रय और कत्लखाने की रोक को लेकर रैली-धरना, हस्ताक्षर, भूख हड़ताल आदि प्रदर्शन कर चुका हैं। अब इस बात से उम्मीद है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शिव भक्त है और वे शिव नगरी का धार्मिक वातावरण बनाये रखने के लिए उचित कार्यवाही जरूर करेंगे। प्रशासन से धरने को लेकर अनुमति मांगी गई।

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