मस्जिद के पास ‘लक्ष्मण’ की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव, शुरू हुई सियासत
लखनऊ ,01जुलाई (इ खबरटुडे)।नगर निगम ने फैसला किया है कि पुराने लखनऊ में मौजूद टीलेवाली मस्जिद के सामने लक्ष्मण की बड़ी मूर्ति लगाई जाएगी. इसे लेकर लखनऊ में सियासत तेज हो गई है. इस निर्णय के बाद विवाद शुरू हो गया है. टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान ने दावा कि ये संरक्षित इलाका है, इसलिए भी यहां पर बिना एएसआई की परमिशन के कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है.
बता दें कि नगर निगम की कार्यकारिणी में बीजेपी पार्षद दल के नेता रामकृष्ण यादव और भाजपा पार्षदों के मुख्य सचेतक रजनीश गुप्ता के इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है. लेकिन ये मामला जितना आसान दिखता है उतना है नहीं, क्योंकी टीले वाली मस्जिद के शाही इमाम मौलाना फजले मन्नान कहतें हैं कि टीले वाली मस्जिद पर अलविदा और ईद-बकरीद पर बड़ी तादाद में लोग नमाज पढ़ने आते हैं और वो सड़कों पर भी नमाज पढ़ते हैं. और इस्लाम में किसी मूर्ती या तस्वीर के सामने या उसके पीछे नमाज नहीं पढ़ी जा सकती.
ऐसे में अगर मस्जिद के बाहर सामने चौराहे पर मूर्ती लग जाएगी तो लोग नमाज नहीं पढ़ पाएंगे. लिहाजा वो इस मामले मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक से मुलाकात करके मूर्ती को कहीं और लगाने पर बात करेंगे. इस मामले में लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया कहतीं हैं कि अभी प्रस्ताव पास हुआ है. लेकिन जगह का चयन नहीं हुआ है. वहीं मूर्ती को कहां लगाया जाए इस पर आखिरी फैसला होना बाकी है.