December 24, 2024

मन की बात: पीएम मोदी की अपील- सैनिकों के लिए घर में एक दीया जलाएं

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नई दिल्ली,25 अक्टूबर(इ खबर टुडे )। दशहरे (Dussehra) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने देशवासियों से कोरोना काल में संयम से काम लेने की बात कही.

सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार ! आज विजयादशमी यानी दशहरे का पर्व है. इस पावन अवसर पर आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं.”

प्रधानमंत्री ने कहा, दशहरे का ये पर्व, असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है. लेकिन, साथ ही ये एक तरह से संकटों पर धैर्य की जीत का पर्व भी है.”

उन्होंने कहा, ‘आज आप सभी बहुत संयम के साथ जी रहे हैं, मर्यादा में रहकर पर्व, त्योहार मना रहे हैं, इसलिए, जो लड़ाई हम लड़ रहे हैं, उसमें जीत भी सुनिश्चित है. पहले दुर्गा पंडाल में, मां के दर्शनों के लिए इतनी भीड़ जुट जाती थी. एकदम, मेले जैसा माहौल रहता था, लेकिन, इस बार ऐसा नहीं हो पाया. पहले, दशहरे पर भी बड़े-बड़े मेले लगते थे, लेकिन इस बार उनका स्वरूप भी अलग ही है.”

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में, हमें संयम से ही काम लेना है, मर्यादा में ही रहना है.

इसके साथ ही पीएम ने सैनिकों को याद करते हुए कहा, “मैं उन परिवारों के त्याग को भी नमन करता हूं, जिनके बेटे-बेटियां आज सरहद पर हैं. हर वो व्यक्ति जो देश से जुड़ी किसी-न-किसी जिम्मेदारी की वजह से अपने घर पर नहीं है, अपने परिवार से दूर हैं, मैं ह्रदय से उनका आभार प्रकट करता हूं.”

उन्होंने आगे कहा, “हमें घर में एक दीया, भारत माता के इन वीर बेटे-बेटियों के सम्मान में भी जलाना है. मैं अपने वीर जवानों से भी कहना चाहता हूं कि आप भले ही सीमा पर हैं, लेकिन पूरा देश आपके साथ हैं, आपके लिए कामना कर रहा है.”

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में खादी की लोकप्रियता पर भी बता की. उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य की दृष्टि से ये बॉडी फ्रेंडली फैब्रिक है, हर मौसम में पहना जाने वाला है और आज खादी फैशन स्टेटमेंट भी है. खादी की पॉपुलैरिटी तो बढ़ ही रही है. साथ ही, दुनिया में कई जगह, खादी बनाई भी जा रही है.”

इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने मेक्सिको के ओहाका का भी जिक्र किया है. उन्होंने बताया, “मेक्सिको में एक जगह है ‘ओहाका(Oaxaca)’. इस इलाके में कई गांव ऐसे है, जहां स्थानीय ग्रामीण, खादी बुनने का काम करते हैं. आज, यहां की खादी ‘ओहाका खादी’ के नाम से प्रसिद्ध हो चुकी है.”

उन्होंने आगे कहा, “शुरू में लोग खादी को लेकर संदेह में थे, पर, आखिरकार इसमें लोगों की दिलचस्पी बढ़ी और इसका बाजार तैयार हो गया.”

कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल को भी याद किया. पीएम मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, कुछ ही दिनों बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म जयंती, 31 अक्टूबर को हम सब, ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के तौर पर मनाएंगे. ”

उन्होंने कहा, “जरा उस लौह-पुरुष की छवि की कल्पना कीजिये जो राजे-रजवाड़ों से बात कर रहे थे, पूज्य बापू के जन-आंदोलन का प्रबंधन कर रहे थे, साथ ही, अंग्रेजों से लड़ाई भी लड़ रहे थे, और इन सब के बीच भी, उनका सेंस ऑफ ह्यूमर पूरे रंग में होता था. बहुत कम लोग मिलेंगे जिनके व्यक्तित्व में एक साथ कई सारे तत्व मौजूद हों. वैचारिक गहराई, नैतिक साहस, राजनैतिक विलक्षणता, कृषि क्षेत्र का गहरा ज्ञान और राष्ट्रीय एकता के प्रति समर्पण भाव.”

कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री ने देशवासियों से एक वेबसाइट देखने का भी आग्रह किया. ये वेबसाइट है— http://ekbharat.gov.in (एक भारत डॉट गव डॉट इन).

पीएम मोदी ने बताया कि इसमें, इसमें नेशनल इंटिग्रेशन की हमारी मुहिम को आगे बढ़ाने के कई प्रयास दिखाई देंगे.

पीएम मोदी ने कहा, “आप इस वेबसाइट के लिए कॉन्ट्रिब्यूट भी करें, जैसे, हर राज्य और संस्कृति में अलग-अलग खान-पान होता है. यह व्यंजन स्थानीय स्तर के खास इनग्रेडिएंट्स यानी, अनाज और मसालों से बनाए जाते हैं. क्या हम इन लोकल फूड की ​रेसिपी को लोकल इनग्रेडिएंट्स के नामों के साथ, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ वेबसाइट पर शेयर कर सकते हैं?

यूनिटी और इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है.”

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