मध्यप्रदेश में सहायक प्राध्यापक भर्ती में नया विवाद : अजजा के आरक्षित पदों पर पिछड़ा वर्ग की नियुक्ति
इंदौर,18 जनवरी (इ खबरटुडे)। राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक भर्ती में गड़बड़ी का एक और आरोप लगा है। चयन सूची में अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित पदों पर चयनित करने का आरोप लगाया गया है।
24 चयनित उम्मीदवारों के नामों की सूची के साथ इस बारे में चार महीने पहले शिकायत भी की गई थी। चयनित उम्मीदवारों द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करने के लिए दबाव बनाने के बाद अब इस शिकायत की जांच की मांग भी उठ रही है।
दिसंबर 2017 में पीएससी ने सहायक प्राध्यापक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। तमाम विवादों और कोर्ट केस के बाद जून 2018 में परीक्षा हो सकी। लिखित परीक्षा के आधार पर पीएससी ने अगस्त में अंतिम परिणाम और चयन सूची जारी की। कुल 2536 उम्मीदवारों को चयनित घोषित किया गया।
चयनित उम्मीदवार नियुक्ति पत्र जारी नहीं होने के खिलाफ बुधवार को भोपाल में विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे। उम्मीदवार दावा कर रहे हैं कि उच्च शिक्षा मंत्री समेत अन्य अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके नियुक्ति पत्र जारी किए जा रहे हैं। इसी बीच इस चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी का नया आरोप सामने आया है।
गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने आरोप लगाया है कि पीएससी ने चयन सूची में अनुसूचित जनजाति के आरक्षित पदों पर ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों का चयन किया गया। गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने बकायदा 24 नामों की एक सूची भी सार्वजनिक कर दी है। यूनियन की ओर से दावा किया गया है कि सितंबर में ही गड़बड़ी की शिकायत की जा चुकी थी।