फर्जी एन्काउंटर मामले में फंसी UP पुलिस, जिम ट्रेनर को गोली मारने का आरोप
नोएडा,04 फरवरी (इ खबरटुडे)। जहां एक ओर एन्काउंटर के जरिये बदमाशों पर लगाम लगाने में जुटी यूपी पुलिस की तारीफ हो रही है। वहीं, नोएडा में पुलिस की हरकतें परेशान भी कर रही हैं। पिछले महीने नोएडा पुलिस कर्मी पर मासूम से आरोप लगा था और अब ताजा मामले में आरोप है कि नोएडा के सेक्टर 122 में एक एसआइ ने अपने प्रमोशन के लिए एक युवक की गर्दन और दूसरे के पैर में गोली मार दी। यह भी बताया जा रहा है कि उस दौरान आरोपी पुलिसकर्मी सादी वर्दी में था।
मामला बढ़ने पर आरोपी एएसआइ को गिरफ्तार कर लिया गया है। गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी लव कुमार का कहना है कि इस मामले में तत्काल प्रभाव से चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई की कड़ी में जिसने जितेंद्र पर गोली चलाई उस सब इंस्पेक्टर का सर्विस रिवॉल्वर सीज कर दिया गया है। इसके अलावा, उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है।
वहीं, नोएडा के फोर्टिस में में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे जितेंद्र के परिवार का आरोप है कि रात में फर्जी एनकाउंटर करने की कोशिश थी। बता दें कि जितेंद्र पर्थला गांव में जिम चलाता है। उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। गोली गले में लगी है और रीढ़ की हड्डी में अटक गई है। डीआईजी लव कुमार मामले की निष्पक्ष जांच की बात कह रहे हैं।
घरवालों के मुताबिक़ युवक अपनी बहन की सगाई से लौट रहा था पुलिस ने जानबूझ कर व्यक्तिगत कारणों से सीधा गर्दन पर ही गोली चलाई। आरोप है कि चार दोस्तों के साथ स्कार्पियो से बहरामपुर से बहन की सगाई कर लौट रहे जितेंद्र यादव उर्फ डम्बर को नोएडा के सेक्टर 122 स्थित सीएनजी पर कहासुनी के बाद विजय दर्शन नाम के पुलिस कर्मी ने गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल को नोएडा के फोर्टिस में भर्ती कराया गया है, जबकि जितेंद्र यादव के अन्य साथी गायब बताए जा रहे है।
जितेन्द्र यादव के परिवार वालों का कहना है कि यूपी पुलिस ने एक फेक एनकाउंटर में उसे गोली मारी है। परिवार कहना है कि उसे उसकी जाति की वजह से गोली मारी गई।
फर्जी एन्काउंटर की खबर से अस्पताल के बाहर काफी संख्या में परिजन और ग्रामीण जमा हैं। किसी बवाल की आशंका के मद्देनजर अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
समाजवादी पार्टी की नेता पंखुड़ी पाठक ने फर्जी एन्काउंटर के मामले में यूपी पुलिस को घेरा है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है-‘जितेन्द्र यादव नाम के एक बेगुनाह को गर्दन में गोली लगी है, ये यूपी पुलिस की नोएडा में असफल मुठभेड़ की कोशिश है, यूपी सरकार इस मुद्दे को मीडिया से दूर रखने की कोशिश कर रही है। शख्स नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है, यूपी पुलिस के अधिकारी प्रमोशन के लिए निर्दोष लोगों का एनकाउंटर कर रहे हैं।’