प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग से रेलवे को फायदा होगा,पीपी मॉडल रेलवे के लिए सही नहीं
नई दिल्ली,25 फरवरी(इ खबरटुडे)। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपना दूसरा बजट पेश कर दिया. उन्होंने जितने वादे किए और 2016 के लिए जो राजस्व लक्ष्य तय किया वह वास्तविकता से कोसों दूर नजर आता है. प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग से रेलवे को फायदा होगा लेकिन पीपीपी मॉडल रेलवे के लिए सही नहीं है.
जानिए, रेल बजट की बारीकियां-
- – रेलवे बोर्ड का पुनर्गठन सबसे महत्वपूर्ण सुधार, पीपीपी सेल बनेगा.
- – प्रभु का मिशन अप्रोच अच्छा. इससे रेलवे के लक्ष्यों को लेकर स्पष्टता आएगी.
- – नई ट्रांसपोट लॉजिस्टक्स कंपनी को रेलेवे के पुनर्गठन की शुरुआत मान सकते हैं.
- – रेलवे भाड़े कारोबार को यात्री से अलग करने की शुरुआत कर रही है.
- – रेलवे यात्रियों के डाटा का कमर्शियल इस्तेमाल करेगा.
- – प्रभु ने ट्रांसपेरेंसी पर जोर दिया है कई क्षेत्रों में थर्ड पार्टी ऑडिट की शुरुआत.
- – कैटरिंग के लिए आईआरसीटीसी का पुनर्गठन सुविधाएं बेहतर करेगा. ई-ऑर्डर सर्विसेज पर जोर.
- – यात्री सुविधाओं में नई शुरुआत रेलवे की छवि बेहतर करेगी.
- – रेलवे में निजी व बैंकिंग निवेश लाने की कोशिश.
- – नेटवर्क विस्तार के ठोस योजनायें, यात्री सुविधाओं में नए प्रयोग.
- – हाईस्पीड कॉरीडोर के लिए स्पेशल परपज वेहिकल से नए निवेश की संभावना बढेगी.
- – रेलवे ने पिछले साल 24000 करोड़ रुपये के ठेके जारी किए हैं. इस साल इन पर गति दिखने की उम्मीद है.
- – सांसद क्षेत्र विकास योजना को रेलवे से जोडने की पहल सराहनीय. इससे संसाधनों की कमी दूर होगी.
- – रेलवे की अकाउंटिंग में बदलाव का संकेत. जीरो बेस बजटिंग देबराय समिति की राय पर अमल.
- – रेलवे ने बचाए 8700 करोड़, प्रोत्साहन परक उपलब्धि अगले साल के खजाने पर दबाव कम होगा.
- – बजट भाषण की शुरुआत होते ही शेयर बाजार गिरा सेंसेक्स 70 अंक टूटा निफ्टी 7000 से नीचे.
- – प्रभु ने रेल की गति बढ़ाने का खाका पेश किया भारतीय रेल दुनिया में सबसे धीमी चलती है. माल गाड़ी 25 किमी और यात्री 70 किमी.
- – रेलवे रुपी बांड जारी करेगी, विदेश से पैसा जुटाने की योजना.
- – डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर वरीयता पर आया तीन प्रोजेक्ट पहले चरण में
- – रेलवे चुनेगी प्रोजेक्ट फाइनेंस की राह. प्रभु ने जोड़ी नई सूझ.
- – रेलवे दो इंजन फैक्ट्री लगायेगी लेकिन पहले से देश में क्षमता मौजूद.
- – रेलवे बैंकों से कर्ज पाने योग्य प्रोजेक्ट बनायेगी रेलवे में बैंक निवेश की राह खुलने की संभावना.
- – नौ किमी. ब्रॉड गेज प्रतिदिन बनाने का लक्ष्य कुछ ज्यादा ही महत्वाकांक्षी.
- – रेलवे प्रोजेक्ट के लिए राज्यों के साथ अनुबंध सराहनीय. लेकिन राज्यों के पास संसाधनों का टोटा.
- – रेलवे बहुपक्षीय संसाधनों के लिए नया फंड बनाएगी. इससे कर्ज पर निर्भरता कम होगी.
- – रेलवे को आधुनिक फाइनेंसिंग से जोड़ने की सराहनीय पहल वरीयताओं में स्पष्टता.
- – रेलवे का प्रोजेक्ट्स कंपलीशन तेज हुआ. पिछले बजटों से बेहतर.
- – डीजल की कीमत घटने से रेलवे को बचत. खजाने को राहत.
- – रेलवे को निजी निवेश और आधुनिक फाइनेंस से जोड़ने की नई पहल.
- – आधुनिकीकरण और नेटवर्क विस्तार के भरोसेमंद लक्ष्य.
- – पिछले साल की बचत ने रेलवे को दी राहत. इस साल के लिए कुछ ज्यादा संसाधन उपलब्ध होंगे.
- – प्रभु का लोकलुभावन पक्ष शुरु, अनरिजर्व अंत्योदय एक्सप्रेस.
- – तेजस होगी रेलवे की प्रीमियम सर्विस, निगाहें एयर ट्रैवलर्स पर. अच्छी शुरुआत.