रतलाम

प्रतिबंधित दवाइयों के विक्रय की बात गलत

म.प्र. केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौतमचंद धींग ने चर्चा में कहा

रतलाम,13 मई (इ खबरटुडे)। प्रदेशमें दवाइ विक्रेताओ द्वारा प्रतिबधित एवं नशीली दवाइयों के विक्रय की बात गलत है। प्रदेश का केमिस्ट एसोसिएशन कानुन और सरकार के निर्देशों का इमानदारी से पालन करता है। खाद्य एवं सुरक्षा कानुन को लेकर भी केमिस्ट एसोसिएशन गंभीर है।इस कानुन को पुरी तरह समझने के लिए एक कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है।

यह बात मध्यप्रदेश केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के प्रदेशअध्यक्ष गौतमचंद धींग और सचिव राजीव सिंघल ने रविवार को रतलाम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। वे यहां एसोसिएशन की चतुर्थ प्रादेशिक कांन्फेंस का नेतृत्व करने आए थे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि  केमिस्ट एसोसिएशन पुरे विश्व में एक मात्र एसा संगठन है जो आपस में राष्ट्रीय, प्रादेशिक और जिला स्तर पर पुरी तरह जुडा हुआ है। यह साढे सात लाखलोगों का संगठन है।

खाद्य सुरक्षा कानुन का प्रभाव समझेंगे

खाद्य सुरक्षा कानुन के दायरे में दवाई विक्रेताओं के भी आने के प्रश्न पर प्रदेशाध्यक्ष श्री धींग ने कहा कि दवाई विक्रेता खुला व्यापार नहीं करते है। दवाई के साथही अन्य उत्पाद भी वे फैकिंग वाले ही बेचते है। इस कारण दवाइ विक्रेताओं को इस कानुन का परीधी में नहीं लाना चाहिए। केमिस्ट एसोसिएशन ने अन्य संगठनों के साथविरोधभी जताया है, लेकिन अभी हम इस कानुन का पालन कर रहे है। आज की बैठक में इस कानुन को लेकर भी चर्चा हुई है और निर्णय लिया गया है कि केमिस्ट एसोसिएशन पहले इस कानुन को पुरी तरह समझेगा और दवाई विक्रेताओं पर कानुन के पड़ने वाले प्रभाव को भी देखेगा,जिसके बाद कानुन को लेकर अपनी रुपरेखा तैयार करेगा।

प्रतिबंधित दवाई विक्रय की बात गलत

प्रदेशाध्यक्ष श्री धींग ने दवाई विक्रेताओं द्वारा प्रतिबंधित दवाई विक्रय किए जाने के प्रशन पर कहा कि यह बात गलत है। जब सरकार किसी दवाई पर प्रतिबंधलगाती है तो प्रदेशएसोसिएशन तत्काल एसी दवाइयों को न बेचे जाने के निर्देश देती है। दवाई विक्रेता भी एसी दवाइयों को विक्रय नहीं करते है, लेकिन प्रतिबंध के बाद कई कंपनिया कोर्ट में चली जाती है और कोर्ट से प्रतिबंधपर स्टे ले आती है।स्टे के बाद कई बार वद दवाई बाजार में बिकती है। इसके बाद भी प्रदेश केमिस्ट एसोसिएशन ने यह निर्देश जारी कर रखे है कि एसी दवाइयों का भी बहुत आवश्यकता होने पर ही विक्रय किया जाए।

एक स्थान से मिले लाइसेंस

खाद्य सुरक्षा कानुन लागू होने के बाद दवाई विक्रेताओं को कुछऔर विभागों से भी लाइसेंस लेने के नियम होने के प्रश्न पर श्री धींग ने कहा कि सरकारी प्रक्रिया का पालन तो करना पड़ेगा, लेकिन हम सरकार से चर्चा कर इस बात का प्रयास कर रहे है कि सभी लाइसेंस एक स्थान पर ही आसानी से बन जाए, या एक लाइसेंस में सभी तरह की अनुमति आ जाए।

यह थे मौजुद

पत्रकारों से चर्चा के अवसर पर जिला औषद्यी विक्रेता संघ के अध्यक्ष जय छजलानी, मीडीया प्रभारी प्रकाश लोढा, दिनेश बरमेचा, दीपक डोशी भी मौजुद थे।

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