April 30, 2024

पाॅच नंदघरों का लोकार्पण एवं बीस का भूमिपूजन

हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की – महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस

रतलाम 25 फरवरी(इ खबरटुडे)। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से संचालित किये जाने वाले और वेदान्ता ग्रुप के द्वारा सीएसआर मद से निर्मित किये गये पाॅच आधूनिक आंगनवाड़ी भवनों (नंदघरों) का ग्राम कैरवासा में आज लोकार्पण किया गया।

अतिथियों के द्वारा बीस अन्य निर्मित होने वाले नंदघरांे का सामुहिक भूमिपूजन भी किया गया। इसके अतिरिक्त कैरवासा में राजीव गांधी सेवा केन्द्र (पंचायत भवन) एवं साढ़े तीन लाख रूपये की लागत से निर्मित किये गये सीमेंट कांक्रीट रोड़ का लोकार्पण भी हुआ।

संस्कारित जीवन पद्धति का नाम हैं ‘‘नंदघर’’ – केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत

भूमिपूजन एवं लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार थावरचंद्र गेहलोत ने कहा कि नंदघर संस्कारित जीवन जीने की पद्धति का नाम है। इस अवसर पर राज्य मंत्री मध्यप्रदेश शासन तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास (स्व.प्र.) स्कूल शिक्षा एवं श्रम विभाग तथा जिले के प्रभारी मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि नंदघरों मंे बाल गोपालांे को शिक्षा दिये जाने के उपरांत महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री मध्यप्रदेश शासन श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बच्चों के लिये निर्मित किये गये। आंगनवाड़ी भवनों को बेहतर बताते हुए कहा कि हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की। समारोह को उज्जैन – आलोट क्षेत्र के सांसद चिंतामणी मालवीय, आलोट विधायक जितेन्द्र गेहलोत और बजरंग पुरोहित ने भी सम्बोधित किया। समारोह में कलेक्टर बी.चन्द्रषेखर, पुलिस अधीक्षक अमितसिंह, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रांे के जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

केन्द्रीय मंत्री थावरचंद्र गेहलोत ने समारोह में अपने उद्बोधन में बताया कि बच्चों के सर्वागीण विकास की प्रारम्भिक तैयारियों का स्थान हैं आंगनवाड़ी केन्द्र। इन केन्द्रों में बच्चों को शिक्षा, संस्कार, कुषाग्रता और संयमित जीवन जीने की पद्धतियों को आधुनिक संसाधनों के साथ सिखाया जाने के लिये सर्व सुविधा युक्त नंदघरों का निर्माण वेदान्ता गु्रप के सहयोग से किया गया है। इन केन्द्रों में नन्हे-मुन्ने बच्चांे को विभिन्न संसाधनों के साथ ही एलईडी के माध्यम से एनिमेटेड फिल्में भी दिखाई जायेगी जिनमें बाल सुलभ कहानियों के माध्यम से नैतिक पाठों के सबक सिखाये जायेगे। नंदघरांे की अवधारणा पर उन्होने व्यापक प्रकाश डालते हुए बताया कि दोपहर तक इनमंे जहा बच्चों केा अध्ययन-अध्यापन कराया जायेगा वही दोपहर पश्चात महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिये प्रषिक्षण दिया जायेगा।

नंदघरों में महिलाओं को मिलेगा प्रशिक्षण – प्रभारी मंत्री श्री जोषी
राज्य मंत्री मध्यप्रदेश शासन तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास (स्व.प्र.) स्कूल शिक्षा एवं श्रम विभाग तथा जिले के प्रभारी मंत्री दीपक जोशी ने सामाजिक न्याय विभाग और महिला और बाल विकास विभाग से जुड़ने पर प्रषन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं के आर्थिक सषक्तिकरण में उनका विभाग उन्हें तकनीकी प्रषिक्षण नंदघरांे में देगा। महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई व आगरबत्ती निर्माण के साथ ही अन्य स्थानीय स्तर के कार्य जो भी महिलाऐं करना चाहेगी प्रषिक्षण दिया जायेगा। उन्होने आषा जताई कि नंदघरों में बच्चों को बेहतर वातावरण उपलब्ध रहेगा जिससे बच्चे नंदलाला की तरह उल्लेखनीय कार्य कर देश-प्रदेश का नाम रोषन करेगे। श्री जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेष सरकार जाति, धर्म का पक्षपात किये बगैर 12वीं कक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं के आय.आय.एम.इंजिनियरिंग, मेडिकल जैसे क्षेत्रों में प्रवेश करने पर समस्त फीस चुकाये जाने का प्रावधान कर रही हैं। इसका लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ावर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और सामान्य वर्ग के सभी विद्यार्थियों को बगैर पक्षपात के मिलेगा।

विकास की दूरी का आधार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता – श्रीमती चिटनिस
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाआंे को बच्चों के विकास की दूरी बताया हैं। उन्होने अपने उद्बोधन में कहा कि विभाग का मूल कार्य कुपोषण को मिटाना है। इसके लिये आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के साथ ही पूरे अमले को अपनी जिम्मेदारियों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करना होगा। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आदर्ष आंगनवाड़ी वह हैं जिसमें बच्चों की उपस्थिति बेहतर हो। उन्होने विभाग के द्वारा पूरे प्रदेश मंे संचालित किये जा रहे विशेष वजन अभियान में पर्यवेक्षिकाओं, सहायक परियोजना अधिकारियांे, सहायक संचालक और कार्यक्रम अधिकारी के साथ ही संयुक्त संचालक को भी आंगनवाड़ी केन्द्रों में जाकर बच्चों के वजन लेने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि अभियान के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा वजन लिये जाने का कार्य नहीं किया जाना हैं क्योकि यह कार्य उनका नियमित कार्यो का हिस्सा है। नंदघरों की अवधारणा के संबंध में श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चें नन्हे कृष्ण का रूप हैं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताऐं उनकी यषोदा मैया है। जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों में यषोदा मैया बाल लाल गोपालांे का लालन पालन कर रही है वह नंदघर है।
भूमिपूजन और लोकार्पण
ग्राम कैरवासा में केन्द्रीय मंत्री गेहलोत, प्रभारी मंत्री दीपक जोशी और महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कैरवासा, मण्डावल, बरखेड़ा, कराड़िया एवं खारवाकलां में नवनिर्मित नंदघरांे का एक साथ लोकार्पण किया। इस अवसर पर बर्डियागोयल, सरसी, उपलई, भूतेड़ा, पाताखेड़ी, लसुडियाजंगली, आकलियाकला, निपानिया लीला,पंथ पिपलौदा, माधोपुर, दौलतगंज, जमुनिया शंकर, आबुपुरा, कलसियाभीम, बर्डिया राठौर, पिपलिया सिसौदिया, खजुरीदेवदा और गुराड़िया में निर्मित होने वाले नंदघरों का भूमिपूजन किया गया।

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