December 26, 2024

पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश सवार होकर निकले

mahakal

उज्जैन,13 जुलाई( इ खबर टुडे/ब्रजेश परमार)।श्रावण के दूसरे सोमवार पर भगवान महाकालेश्‍वर पालकी में चन्‍द्रमोलेश्‍वर रूप में तथा हाथी पर मनमहेश के स्‍वरूप में भ्रमण पर निकले।

सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में पूजन-अर्चन शासकीय पुजारी पं.घनश्‍याम शर्मा द्वारा संपन्‍न कराया गया। सर्व प्रथम भगवान श्री महाकालेश्‍वर का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्‍चात भगवान की आरती की गई। इस अवसर पर पूजन में कलेक्टर , पुलिस अधीक्षक सपरिवार शामिल हुए।

पूजन के पश्चात कंधा देकर कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने पालकी को आगे बढ़ाया। भगवान महाकालेश्वर की सवारी कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर परिवर्तित मार्ग से निकाली गई। महाकालेश्वर मन्दिर से सवारी हरसिद्धि मन्दिर के सामने से होकर नृसिंह घाट पर झालरिया मठ होते हुए रामघाट पहुंची।

दूसरी सवारी कोरोना संक्रमण के कारण परिवर्तित मार्ग से रामघाट पहुंची। रामघाट पर पहुंचने के पश्चात भगवान महाकालेश्वर का मां शिप्रा के पवित्र जल से विधिवत पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद भगवान का विधि-विधान से पूजन व आरती की गई। इस दौरान सांसद अनिल फिरोजिया एवं अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।

भगवान महाकाल का पूजन पुजारी पं.आशीष गुरू द्वारा सम्पन्न कराया गया। इस दौरान घाट के दूसरी तरफ दत्त अखाड़े की ओर से भी भगवान का पूजन-अर्चन किया गया। रामघाट पर प्रशासन द्वारा भगवान महाकालेश्वर की पालकी के स्वागत में आकर्षक रंगोली बनाई गई थी। भगवान महाकालेश्वर के पूजन के पश्चात आरती की गई। इस दौरान पुलिस बैण्ड द्वारा “ओम जय शिव ओंकारा” के धुन बजाई गई।

आरती के पश्चात भगवान महाकालेश्वर की सवारी परिवर्तित मार्ग से होती हुई हरसिद्धि मन्दिर मार्ग पहुंची। हरसिद्धि मन्दिर आगमन पर मन्दिर के पुजारियों द्वारा भगवान महाकालेश्वर की आरती की गई। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा रंग, गुलाल उड़ाये गये तथा आतिशबाजी भी की गई। यहां से भगवान महाकाल की सवारी पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची।

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