पार्टी से निलम्बन के बाद बेकफुट पर आए बागी
राजीव रावत व अन्य पार्षदों ने किया खेद व्यक्त
रतलाम, 19 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर मची खींचतान और नेता प्रतिपक्ष बने पार्षद राजीव रावत के पार्टी से निलम्बन के बाद अब बागी पार्षद बैकफुट पर आ गए है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता खुर्शीद अनवर की पहल पर बागी पार्षदों ने अपने कार्य के लिए खेद व्यक्त किया है। हांलाकि इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष विमल छिपानी को भी ढंके छुपे शब्दों में चेतावनी दे दी गई है कि वे भी मर्यादित वक्तव्य जारी करें।
उल्लेखनीय है कि राजीव रावत के कांग्रेस से निलम्बन के बाद पार्टी के दूसरे धडे ने बागी पार्षदों को बचाने की कवायद शुरु कर दी। इसके परिणाम के रुप में मप्र कांग्र्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष खुर्शीद अनवर ने आज प्रतिपक्ष नेता पद के लिए हो रहे विवाद को लेकर प्रदेश कांग्र्रेस कमेटी के निर्देश पर शहर कांग्र्रेस अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा व पार्षदों की एक बैठक ली।
बैठक के बाद प्रदेश उपाध्यक्ष खुर्शीद अनवर ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि निगम में प्रतिपक्ष नेता मनोनयन को लेकर पार्षदों द्वारा स्वयं के हस्ताक्षर किए हुए पत्र प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया व आयुक्त नगर निगम, शहर कांग्र्रेस कमेटी को दिए है व निगम कार्यालय में प्रतिपक्ष नेता के कक्ष में राजीव रावत का पार्षदों द्वारा स्वागत किया गया जो अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। संगठन द्वारा इसे गंभीरता से लेकर श्री रावत को निष्कासित कर दिया गया। श्री अनवर ने कहा कि बैठक में पार्षदों ने व राजीव रावत ने इस बात को स्वीकारा कि यह सारा काम अज्ञानतावश हुआ है। जबकि प्रतिपक्ष नेता का मनोनयन कांग्र्रेस संगठन द्वारा होता है। दो वर्षों से प्रतिपक्ष नेता के खिलाफ पार्षदों ने मुहिम छेड़ रखी थी। विधानसभा चुनाव के बाद यह घटना हुई है। यह सारा काम अज्ञानतावश हुआ है। राजीव रावत सहित सभी पार्षदों ने खेद व्यक्त किया है। श्री अनवर ने यह भी कहा कि विमल छिपानी को भी अपने वक्तव्य पर सार्वजनिक खेत व्यक्त करना चाहिए।