पाकिस्तान ने मोदी के लिए अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल से किया इनकार, कश्मीर का दिया हवाला
नई दिल्ली,28 अक्टूबर (इ खबर टुडे )। पाकिस्तान ने पिछले दो महीने में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष विमान को अपना हवाई क्षेत्र इस्तेमाल करने देने से इनकार कर दिया। पीएम नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं। रविवार (27 अक्टूबर) को भारत के निवेदन के जवाब में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार के कथित उल्लघंन के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुल्क का हवाई क्षेत्र इस्तेमाल नहीं करने देने का फैसला लिया है। पाकिस्तान की अंग्रेजी वेबसाइट में यह जानकारी छापी गई है। कुरैशी ने आगे कहा, ‘भारतीय हाई कमीशन को लिखित में इसकी जानकारी दे दी जाएगा।’
पीएम मोदी सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंच में भाग लेने और सऊदी अरब में चोटी के नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए विदेश दौरे पर जाने वाले हैं। मोदी इस दौरान सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात करेंगे। मोदी के सऊदी अरब के दौरे पर भारत-सऊदी अरब सामरिक भागीदारी परिषद की स्थापना के एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। मोदी सऊदी अरब के वार्षिक निवेश मंच, भविष्य के निवेश की पहल के तीसरे संस्करण में भी भाषण देंगे।
उल्लेखनीय है कि शाह महमूद कुरैशी ने भारत पर कश्मीर में पाबंदी का आरोप लगाते हुए अंतररराष्ट्रीय समुदाय से और खासतौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से पाबंदियों को खत्म कराने की दिशा में काम करने की अपील की। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के भारत सरकार के पांच अगस्त के फैसले के बाद पाकिस्तान नई दिल्ली के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की नाकाम कोशिश करता आ रहा है।
कुरैशी ने 24 अक्टूबर को मनाए जाने वाले संयुक्त राष्ट्र दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि वैश्विक संस्था ने उपनिवेशवाद के खिलाफ संघर्ष में और मौलिक अधिकारों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, ‘आत्मनिर्णय का लोगों का अधिकार इसके केंद्र में है। फिर भी इस तरह के एक सार्वभौम मूल्य को जम्मू कश्मीर में रौंदा जा रहा है।’ कुरैशी ने कहा कि पांच अगस्त के बाद क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा पाबंदियां लगाने के बाद से स्थिति और बदतर हो गई।
उन्होंने कहा, ‘जैसा कि हम संयुक्त राष्ट्र दिवस मना रहे हैं, मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और खासतौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कश्मीर संकट खत्म करने की दिशा में काम करने की अपील करता हूं।’ गौरतलब है कि भारत सरकार के अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद राज्य में कई पाबंदियां लगा दी गई थी जिसके तहत मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी।