नेता प्रतिपक्ष बने रावत कांग्रेस से बाहर
रतलाम,18 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। कांग्रेस पार्षद दल के सचेतक राजीव रावत को साथियों ने नेता प्रतिपक्ष बनाया। करीब 29 घंटे बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगाते हुए प्रदेश इकाई ने उन्हें छह साल के लिए निलंबित कर दिया। इससे कांग्रेसजन सकते में हैं।
उपनेता प्रतिपक्ष यास्मीन शेरानी व पार्षद शांतिलाल वर्मा के नेतृत्व में 14 पार्षदों ने राजीव रावत को नेता प्रतिपक्ष बनाने संबंधी पत्र सोमवार को निगम अध्यक्ष दिनेश पोरवाल व आयुक्त सोमनाथ झारिया को सौंपा था। 3 पार्षदों ने मौखिक सहमति दी थी। पार्षदों का कहना था विमल छिपानी के निगम नहीं आने व काम में रुचि नहीं लेने से परेशानी होती है। मंगलवार को रावत ने नेता प्रतिपक्ष का दायित्व संभाला। उनका बुधवार का दिन स्वागत-सत्कार में गुजरा। शाम को प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने के निर्देश शहर अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा को दिए। शाम को डॉ. शर्मा के हस्ताक्षर से रावत का निलंबन पत्र जारी हो गया।
29 घंटे नेता प्रतिपक्ष रहे रावत – रावत करीब 29 घंटे नेता प्रतिपक्ष रहे। सोमवार को पार्षदों के पत्र सौंपने के बाद मंगलवार दोपहर 11.30 बजे रावत ने नेता प्रतिपक्ष का प्रभार संभाला था। बुधवार शाम करीब 4.50 बजे निलंबन आदेश आ गया। इस लिहाज ने रावत बमुश्किल 29 घंटे नेता प्रतिपक्ष रहे।
पार्षद पद को खतरा नहीं
कांग्रेस से 6 साल के निलंबित रावत के पार्षद पद पर फिलहाल खतरा नहीं है। विधि जानकारों की मानें तो दल बदलने पर किसी भी जनप्रतिनिधि का पद रिक्त मान लिया जाता है। दल-बदल कानून लोकसभा व विधानसभा में लागू होता है, नगरीय निकायों पर नहीं। इसके दायरे में रावत नहीं आते। उन पर संगठन ने कार्रवाई की। उन्होंने दल नहीं बदला।
एकजुट हैं पार्षद
रावत ने बताया निलंबित किए जाने की अधिकृत सूचना नहीं मिली। यदि ऐसा होता है तो गुरुवार को पार्षद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देंगे। उपनेता प्रतिपक्ष शेरानी ने बताया रावत को नेता प्रतिपक्ष पद पर काबिज कराने वाले पार्षद एकजुट हैं। हर हाल में पार्षद साथ रहेंगे। संगठन के सामने मजबूती से पक्ष रखेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगे शहर की रिपोर्ट
डॉ. शर्मा ने बताया अनुशासनहीनता की कार्रवाई हुई। प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया से बात होना बाकी है। गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट देंगे। इसमें शहर में कांग्रेस की वर्तमान स्थिति, चुनाव के वक्तके हालात, पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की भूमिका का खुलासा करेंगे।
दोपहर में दिया सम्मेलन का पत्र
रावत ने नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से बुधवार दोपहर साधारण सम्मेलन बुलाने के लिए निगम अध्यक्ष को पत्र दिया था। उन्होंने आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान, सफाई की बिगड़ी व्यवस्था, आचार संहिता के कारण अटके निर्माण आदि मुद्दों पर सम्मेलन में चर्चा कराने की मांग की। लोक लेखा समिति का मुद्दा भी पत्र में था।
‘अगला निशाना शहर अध्यक्ष’
नेता प्रतिपक्ष विमल छिपानी ने कहा जो व्यक्ति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पुतला जलाए उसके खिलाफ कार्रवाई तय थी। यदि शहर कांग्रेस अध्यक्ष इस षड्यंत्र में शामिल हैं, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उन्होंने दावा किया कि अगला निशाना शहर अध्यक्ष ही हैं।