देशवासी ना चाहें तो हजारों गांधी और लाखों मोदी नहीं पूरा कर सकते स्वच्छ भारत मिशनः मोदी
नई दिल्ली,02 अक्टूबर(इ खबरटुडे)। गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत मिशन के तीन साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने सोमवार को विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वो स्वच्छता के लिए आगे आएं।
उन्होंने कहा कि भारत के सामने चुनौतियां हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उनसे डरकर भागें। हम उनका सामना करेंगे और उनसे बाहर आने के लिए काम करेंगे। पीएम ने स्वच्छता के लिए जागरूक होने का आह्वान करते हुए कहा कि हजारों गांधी, लाखों मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी आ जाएं तो भी स्वच्छ भारत का सपना पूरा नहीं होगा जब तक 125 करोड़ भारतीय ना चाहें।
पीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत के लिए सकारात्मक माहौल बना, हम इसे स्वच्छता रैंकिंग में देख सकते हैं। मुझे विश्वास है कि पांच साल आते-आते यह खबर नहीं छापेगा कि कौन स्वच्छता अभियान से जुड़ा था, बल्कि यह छापेगा कि इससे दूर कौन भाग रहे थे। समाज की शक्ति को अगर हम स्वीकार करके चलें। जन भागीदारी को स्वीकार करके चलें। सरकार को कम करते चलें, समाज को बढ़ाते चलें तो यह मिशन सफल होता ही जाएगा।’
प्रधानमंत्री ने बताया कि गंदगी से लोगों को काफी नुकसान होता है। उन्होंने कहा, ‘स्वच्छता न होने की वजह से हर वर्ष एक परिवार पर 50 हजार रुपये का बोझ पड़ता है। माताएं बहनें अगर सुबह बाहर जाती हैं। अगर दिन हो गया तो उन्हें अंधेरे का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में उनका स्वास्थ्य कैसे ठीक रहेगा? मां को पूछिए कि जब बाहर जाने से पहले सारी चीजें ठीक से रख देतें हैं तो कैसा लगता है? मां इसके जवाब में जरूर कहेगी कि घर की सफाई में आधा दिन चला जाता था, लेकिन अब बहुत जल्दी सारा काम हो जाता है। अगर कोई बाहर से हिंदुस्तान देखेगा तो ताजमहल इतना अच्छा, लेकिन गंदगी देखकर कैसा लगेगा।’