November 25, 2024

दिल्ली में सीरो सर्वे: 29% लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी, महिलाओं और बच्चों में सबसे ज्यादा इम्यूनिटी

नई दिल्ली,20 अगस्त (इ खबर टुडे)। दिल्ली में संपन्न हुए दूसरे सीरो सर्वे (sero prevalence survey) में पाई गई है. रिपोर्ट में बताया गया कि एक महीने के भीतर करीब 5 फीसदी एंटीबॉडी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. स्वास्थ्य विभाग को 12,598 लोगों की सैंपल रिपोर्ट दी गई, जिसमें से ढाई हजार सैंपल्स की अभी जांच चल रही है.

शरीर में एंटीबॉडी पाए जाने का मतलब है कि शख्स के भीतर कोरोना से लड़ने की क्षमता हो गई है. हालांकि, विशेषज्ञ अभी इस पर कोई जानकारी हासिल नहीं कर पाए हैं कि यह क्षमता कितने दिनों तक रहेगी. एक तय संख्या के भीतर अगर लोगों में एंटीबॉडी पाई जाएगी, तो इससे माना जा रहा है कि हर्ड इम्यूनिटी विकसित हो सकती है.

पुरुषों से ज्यादा एंटीबॉडी महिलाओं और बच्चों में

दिल्ली में पहला सीरो सर्वे के परिणाम जुलाई में आए थे. इसमें 21,387 लोगों के सैंपल लिए गए. और 23.48 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई थी. इस रिपोर्ट के परिणाम आने के बाद कहा जाने लगा था कि दिल्ली में 50 लाख आबादी में यानी एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी पाए गए. जिसके चलते दिल्ली सरकार ने हर महीने सीरो सर्वे कराने का फैसला किया. दूसरे सीरो सर्व में लगभग 29 फीसदी लोगों नें इस वायरस से लड़ने की इम्यूनिटी पाई गई है जिससे पहले सर्वे द्वारा सामने आए फैक्ट्स को और मजबूती मिलती है.
नए सर्वे के रिजल्ट्स के बाद यह और कंफर्म होता दिख रहा है कि दिल्ली में एक चौथाई लोगों भीतर कोरोना से लड़ने की क्षमता यानी इम्यूनिटी बन गई है और इसकी संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.

सर्वे के लिए बनाई गई गाइडलाइन के अनुसार सर्वे के लिए 18 से ऊपर 25, 18 से 49 साल के बीच 50 और 50 साल से ऊपर के 25 फीसदी सैंपल्स लिए गए हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दूसरे सीरो सर्वे में बताया गया है कि पुरुषों से ज्यादा एंटीबॉडी महिलाओं और बच्चों में पाए गए. वहीं, पुरुषों में महिलाओं और बच्चों की अपेक्षा एंटीबॉडी कम पाई गई है.

बताया गया कि 28.3 फीसदी पुरुषों, 32.2 फीसदी महिलाओं और 18 साल से कम उम्र के बच्चों में 34.7 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी पाई गई. इसके साथ ही 18 से 49 साल के उम्र के लोगों में 28.5 और 50 साल से ऊपर के 31.2 फीसदी लोगों में इम्यूनिटी पाई गई.

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