November 18, 2024

तनाव को समय दें वरना यह आपको समय नहीं देगा – डॉ. निलेश

सही जीवन शैली से सौ वर्ष की आयु सम्भव हैं

रतलाम 03जून(इ खबरटुडे)। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभागीय अधिकारी, कर्मचारी को तनाव प्रबंधन के लिये एसडीएम शहर श्रीमती नेहा भारतीय की अध्यक्षता में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में नेशनल एज्युकेशन चेरिटेबल ट्रस्ट नागपुर के डॉ. निलेश ने सम्बोधित किया। उन्होने मुख्य रूप से मेडिसिन फ्री लाईफ, तनाव प्रबंधन, एक्युप्रेशर थैरेपी, योगासन, मैगनेटिक थैरेपी एवं नेचरोपैथी पर आधारित जीवन शैली के बारे में बताया। उन्होने कहा कि जापान में लाईफ स्पाम व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा में 104 वर्ष हैं तथा चायना में लगभग 102 वर्ष है किन्तु भारत में अब भी जीवन प्रत्याशा लगभग 65 वर्ष ही है।इसका मुख्य कारण गलत जीवन शैली और तनाव प्रबंधन का न होना है। नेचरोपैथी के अंतर्गत प्राकृतिक वस्तुओं का उपयोग कर बिमारियों से बचा जा सकता है और गोली दवाईयों की आवश्यकता न्यून की जा सकती है। तनाव मुख्य रूप से दिमाग की थकान को प्रदर्शित करता हैं और रक्त का प्रवाह ठीक नहीं होने से व्यक्ति को बिमारियॉ घेर लेती है। इसके लिये हेंड मसाज थैरेपी, वाटर ड्रीप थैरेपी, सीएलसी (ताली बजाना, हॅसना, रोना) आदि का उपयोग कर तनाव प्रबंधन किया जा सकता है। इसके साथ-साथ तीस वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को अपना लिपिड प्रोफाईल टेस्ट आवश्यक रूप से कराना चाहिए।

सब्जियों को हमेशा नमक के पानी से ही धोक कर ही उपयोग करना चाहिए। प्रतिदिन सुबह अथवा शाम को कम से आधा घण्टा पैदल चलना चाहिए। योगासन, प्राणायाम आदि का उपयोग करने से कई बिमारियों का खतरा कम हो जाता है। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रभाकर ननावरे, मानसिक रोग चिकित्सक डॉ. निर्मल वर्मा तथा जिले के अन्य सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।क्रमांक

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