तनख्वाह ले रहे है, काम भी करे
कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक मे दिये सख्त निर्देश
रतलाम ,26 मई (इ खबरटुडे)। कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने समय सीमा की बैठक में सभी विभागो की विभिन्न शिकायतो के निराकरण के लिये दी गई समय सीमा और निराकरण की स्थिती की गहन समीक्षा की। उन्होने निराकरण मे बरती जाने वाली उदासीनता के कारण आम जनता को होने वाली परेशानियो के मद्देनजर अधिकारियो को कडी फटकार लगाई। कलेक्टर ने कहा कि तनख्वाह ले रहे तो मुस्तैदी से कार्य करे अन्यथा रिटायरमेन्ट लेकर घर जायें वरना उन्हे कठोर कार्यवाही करनी पडेगी। नगर निगम ने क्या कार्यवाही की और क्या कार्यवाही करोगें
कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने नगर निगम के कार्यपालन यंत्री सलीम खान से पूछा कि शहर मे बढती अविकसित अवैध कॉलोनियो को रोकने के लिये क्या किया गया है? नगर निगम द्वारा अवैध निर्माण कार्यो को क्यो नही रोका गया? जिन कॉलोनाईजर्स को स्वीकृति दी गई उनके द्वारा कॉलोनियो मे विकास कार्य नही किये जाने पर नगर निगम ने क्या किया? क्या उन्हे नोटिस दिये गये? यदि दिये गए तो क्या उन्होने पालन किया? यदि नही किया तो नगर निगम ने क्या किया? भविष्य में ऐसे कॉलोनाईज़र्स के विरूध नगर निगम की क्या कार्य योजना है, जिनके कारण रहवासियो को समस्याओ का सामना करना पड रहा है? कलेक्टर ने सभी कॉलोनियो एवं कॉलोनाईजर्स की एक सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है।
मोईनुद्दीन कुरैशी को शोकाज़ नोटिस
कलेक्टर ने नगर निगम के लिपिक मोईनुद्दीन कुरैशी को शोकाज़ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये है। उन्होने श्री कुरेशी को चेतावनी भी देने को कहा हैं । श्री कुरेशी नगर निगम मे सामाजिक सुरंक्षा पेंशन का कार्य देखते है। थावरिया बाजार के गोपालसिंह द्वारा शिकायत की गई कि विगत 6 माह से उन्हे विकलांग पेंशन नही मिल रही हैं। कलेक्टर बी चन्द्रशेखर ने नगर निगम से रिकार्ड तलब किया तो पता चला कि 245 लोगो को विगत 6 माह से पेंशन नही मिली हैं।
आप कर क्या रहे हैं
लोगो के घरो पर बगैर उनकी सहमति के मोबाईल टावर लग रहे है। लोगो के द्वारा शिकायत की जा रही है कि उनके स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न हो रहा है। आपत्ति के बावजूद टावर हटाये नही जा रहे है। आखिरकार नगर निगम का अमला कर क्या रहा है। कलेक्टर बी चन्द्रशेखर ने समय सीमा की बैठक मे मोबाईल टावर को नही हटाने पर कार्यपालन यंत्री सलीम खान से जवाब तलब किया। कलेक्टर ने मोबाईल कम्पनी को नोटीस देकर मोबाईल टावर हटवाने के निर्देश दिये। उन्होने शहर मे बगैर अनुमति के लगाऐ गये मोबाईल टावरो को चिन्हीत कर उचित कार्यवाही के निर्देश नगर निगम को दिये।
नेगरून में मंगलवार शाम तक हैन्डपंम्प लगवाऐ
कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक मे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देशित किया कि नेगरून मे अनुसूचित जाति की बस्ती में मंगलवार शाम तक हैन्डपम्प लगाया जाना सुनिश्चित कर अवगत कराये। उन्होने बैठक मे गी्रष्म कालीन पेयजल के इंतजामो की भी पडताल की।
कृषि उपज मंडी के व्यापारी पक्का बिल दें
कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने समय सीमा की बैठक मे कृषि उपज मंडी सचिव को निर्देशित किया कि वे मंडी मे किसानो को व्यापारियो से पक्का बिल दिलवाना सुनिश्चित कराये। उन्होने कहा है कि जो पक्का बिल नही देते है उनके विरूध्द कार्यवाही करे। व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये मंडी मे विभिन्न स्थानो पर पक्का बिल देने और पक्का बिल लेने संबंधी बोर्ड लगवाऐ जाऐ। मंडी मे शिकायत पेटिया भी लगवाई जाये ताकि किसान पक्का बिल नही देने पर शिकायत कर सके। शिकायत पेटियो को कलेक्टर द्वारा नामांकित प्रतिनिधि द्वारा ही खोला जाऐगा।
आरटीई के तहत अपात्रो को प्रवेश दिया तो खैर नही
कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने समय सीमा की बैठक मे शिक्षा के अधिकार अधिनियम अंतर्गत विद्यालयो मे गरीब विद्यार्थियो को प्रवेश दिलाने के लिये जिला कार्यक्रम समन्वयक को पाबंद करते हुए निर्देशित किया है कि पात्र को प्रवेश नही मिलने और अपात्र को प्रवेश देने वाले विद्यालयो और बगैर पात्रता परीक्षण के अनुशंसा करने वाले नोडल अधिकारियो की खैर नही। उन्होने डीपीसी को विभिन्न विद्यालयो मे आरटीई के अंतर्गत रिक्त सीटो की पूर्ति के लिये व्यापक प्रचार प्रसार कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
झूठी शिकायत की तो आवेदक पर होगी कार्यवाही
समय सीमा की बैठक मे ग्राम कुडी का टापरा की झूमलीबाई थावरीया द्वारा वन विभाग के लॉरेन्स चौहान द्वारा पटटे के लिये 12 हजार रूपये लेने संबंधी प्रकरण मे डीएफओ श्री राय द्वारा बताया गया कि शिकायत की जांच कराये जाने पर शिकायत निराधार पाई गई है। कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने आवेदक को बुलाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि शिकायत झूठी पाई गई तो आवेदक के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जायेगी।
पटवारियो का मुख्यालय चेक करें
कलेक्टर बी. चन्द्रशेखर ने अनुविभागीय अधिकारियो को अपने भ्रमण के दौरान नियमित रूप से पटवारियो के मुख्यालय पर रहने एवं निर्धारित दिनाें में नियत समय पर उपस्थिती चेक करने के निर्देश दिये। उन्होनें सभी पटवारियो की मुख्यालय संबंधी जानकारी की हार्ड एवं साफ्ट कॉपी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं ताकि वे स्वंय भी अपने भ्रमण के दौरान जांच कर सके।