November 17, 2024

ढोढर में हुई एक लाख की लूट का पर्दाफाश,तीन आरोपी गिरफ्तार

रतलाम,15 जुलाई (इ खबर टुडे )। जिले के  रिंगनोद थाना क्षैत्र अंतर्गत डेढ माह पूर्व हुई एक लाख रुपए की लूट के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में मंदसौर निवासी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे लूट की राशि और अन्य सामान जब्त किया गया है। आरोपीगण  पूर्व में भी हत्या और डकैती जैसी संगीन अपराधों में लिप्त रहे है ।
एसपी अमित सिंह ने पुलिस नियंत्रण कक्ष पर मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 31 मई को रिंगनोद थाना क्षैत्र की ढोढर चौकी पर फरियादी सुरेन्द्रसिंह चंद्रावत ने एक लाख रुपए लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फरियादी ने बताया था कि वह जावरा से एक लाख रुपए लेकर सवारी जीप में आ रहा था। माननखेडा फंटे पर वह जीप से उतरा और रुपए से भरी थैली हाथ में लेकर पैदल की जड़वासा के रास्ते पर जा रहा था। इसी दौरान मोटर साइकल पर दो व्यक्ति उसके पास से निकले। आगे जाकर मोटर साइकल रुक गई और उस पर से एक युवक उतरकर उसके पास आया और पुछा कि थैली में क्या है। जब फरियादी ने थैली में रुपए होने की बात कही तो युवक थैली में रखे रुपए लेकर भाग गया। थैली में फरियादी का आधार कार्ड भी था। पुलिस ने इस मामले में धारा 392 के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु की।  एसपी अमित सिंह ने बताया कि लूट के इस मामले में पुलिस ने कन्हैयालाल पिता लालूजी 25 वर्ष निवासी लसुडिय़ाईला थाना भावगढ जिला मंदसौर, श्यामलाल पिता भेरुलाल गायरी 25 वर्ष निवासी लसुडियाईला थाना भावगढ जिला मंदसौर और गोपाल पिता लालूजी बागरी 25 वर्ष निवासी लसुडिय़ाईला थाना भावगढ जिला मंदसौर को गिरफ्तार  किया है। आरोपियों से लूट की राशी में से 52 हजार पांच सौ रुपए, फरियादी का आधार कार्ड और घटना में प्रयुक्त मोटर साइकल जब्त की गई है।
लूट की इस वारदात को सूलझाने के लिए एसपी अमित सिंह ने एक टीम का गठन किया था। जाँच  के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि लसुडिय़ा इला का रहने वाला कन्हैयालाल जो पूर्व में लूट और हत्या के अपराध में बंद हो चुका है अपने दो अन्य साथियों के साथ अपनी हैसीयत से ज्यादा रुपए खर्च कर पार्टियां कर रहा है। सूचना पर पुलिस ने कन्हैयालाल को हिरासत में लिया और पुछताछ की तो उसने दोनो साथियों के साथ लूट की घटना करना कबुल की।  कन्हैयालाल ने पुलिस पुछताछ में बताया कि घटना के दिन वह साथी श्यामलाल और गोपाल के साथ माननखेड़ा फंटे पर खड़े थे, तभी फरियादी सुरेन्द्रसिंह सवारी जीप से उतरा और कच्चे रास्ते से होकर जड़वासा जाते दिखा। उसी समय आरोपियों ने लूट कीयोजना बनाई और गोपाल को रेकी के लिए रोड पर खड़ा कर शेष दोनों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट के बाद आरोपी बाइक से ही लसुडिय़ा पहुंचे और शाम को दस हजार रुपए पार्टी में खर्च कर दिए। बाद में तीनों ने 30-30 हजार रुपए बांट लिए। आरोपियों के पास से पुलिस ने 52 हजार 500 रुपए जब्त किए है। शेष रुपए आरोपियों ने पार्टियों में खर्च कर दिए।

कालूखेड़ा में हत्या के मामले में आरोपी

पुलिस के अनुसार आरोपियों का आपराधिक रेकार्ड है। पूर्व में कन्हैयालाल और श्यामलाल के खिलाफ जिले के कालुखेड़ा थाने  में हत्या का प्रकरण भी दर्ज है। आरोपियों ने सुपारी लेकर हत्या को अंजाम दिया था. वहीं तीनों आरोपियों के खिलाफ मंदसौर के भावगढ थाने में डकैती का भी प्रकरण दर्ज है। आरोपी फिलहाल जमानत पर है। पुलिस अन्य मामले में भी आरोपियों से पुछताछ कर रही है।

टीम को दस हजार का पुरस्कार

एसपी अमित सिंह ने मामले को सुलझाने में भूमिका निभाने वाली टीम को दस हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस मामले में एएसपी गोपाल खांडेल और जावरा एसडीओपी एस.डी.माले के मार्गदर्शन में टीम का गठन किया गया था, जिसमें थाना प्रभारी एसआई शिवांशु  मालवीय, एसआई अमितसिंह कुशवाह, एएसआई हीरालाल चंदन, प्रधान आरक्षक कोदरसिंह, आरक्षक संजय आजंना, कमलेश पांडे, नरेन्द्र सिसौदिया, ललित जगावत, रमेश चौहान, राजपाल सिंह, अर्जुन बारिया, नीतिन जोशी, रमेश खिंचावत, संदीप शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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