झारखंड:दुमका में धर्मांतरण कराने के मामले में 16 इसाई धर्म प्रचारक भेजे गये जेल
रांची,08 जुलाई (इ खबरटुडे)। दूसरे धर्म की आलोचना कर इसाई धर्म में जबरन शामिल करने के मामले में दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना की पुलिस ने 16 आरोपियों के खिलाफ झारखंड धर्म स्वतंत्र अधिनियम की धारा 4 और भादवि की धारा 295 ए और 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा उन सभी को शनिवार की दोपहर न्यायालय में पेश कराने के बाद न्यायिक हिरासत में दुमका सेंट्रल जेल भेज दिया गया है.
सब से इसाई धर्म अपनाने को कर रहे थे प्रेरित
दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के मलूटी पंचायत के फूलपहाड़ी गांव के ग्रामीणों द्वारा गुरुवार को इन धर्म प्रचारकों को बंधक बनाये रखा गया था और सुबह इन्हें पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया था. गांव के प्रधान रमेश मुर्मू के मुताबिक गुरुवार की देर शाम सात बजे के करीब एक बस में सवार होकर लोग गांव पहुंचे थे और माइक से एनाउंस कर सबको एकत्रित कर लिया था. सबों से वे इसाई धर्म अपनाने की बात कह रहे थे.
जाहेरथान और मांझीथान को बताया था शैतान का निवास
प्रधान के मुताबिक इसाई धर्म प्रचारकों का कहना था कि गांव में जो मांझी थान और जाहेर थान है, उसमें शैतान निवास करते हैं. उन्होंने उनकी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाते हुए पूजा-पाठ छोड़ देने की भी अपील की थी. इसाई धर्म को अपनाने पर कई तरह की सुविधाएं देने की बात कही. कई प्रलोभन भी दिये. मना करने के बावजूद वे लोग गांव में धर्म प्रचार करते रहे थे. रात भर बिठाये रखे जाने के बाद सुबह ग्रामीणों ने उन सब को पुलिस के हवाले कर दिया था.
16 में से 10 पश्चिम बंगाल के
जबरन धर्मांतरण कराने के इस मामले में जिन 16 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें से 10 तो जिले की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के रामपुरहाट के ही तुमबुनी, कांचपहाड़ी व खाचपाड़ा के रहने वाले हैं, जबकि तीन शिकारीपाड़ा के, एक गोपीकांदर व रामगढ़ के तथा एक गोड्डा जिले के देवदांड के रहने वाले हैं. आरोपियों में सात महिलाएं हैं.
इनकी हुई है गिरफ्तारी
1. सोपाई सोरेन (35), कांचपहाड़ी, रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
2. स्टीफन हेंब्रम(22), मालभाला, देवदांड, गोड्डा
3. गोपाल टुडू (25), तुमबुनी,खाचपाड़ा,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
4. लोबिन सोरेन(35),तुमबुनी,खाचपाड़ा,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
5. विरेंद्र हेंब्रम(20),तुमबुनी,खाचपाड़ा,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
6. लुखीराम मरांडी(22),चंदनगड़िया, शिकारीपाड़ा, दुमका
7. प्रदीप किस्कू(22), पर्वतपुर, गोपीकांदर, दुमका
8. शिवा मुर्मू(27),फूलपहाड़ी, शिकारीपाड़ा, दुमका
9. बुधन मरांडी(23), कागमारा, रामगढ़, दुमका
10. मिरु सोरेन(35),तुमबुनी,खाचपाड़ा,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
11. कहां टुडू(30), तुमबुनी,खाचपाड़ा,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
12. मोनिका हेंब्रम(18),तुमबुनी,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
13. पानसुरी सोरेन(18),तुमबुनी,रामपुरहाट, पश्चिम बंगाल
14. रानी सोरेन(38), कांचपहाड़ी, रामपुरहाट, वीरभूम
15. रासमुनी हांसदा(18), धोवाडंगाल, शिकारीपाड़ा, दुमका
16. सुफला मरांडी(19), सुढ़ीचुआ, रामपुरहाट, वीरभूम
धर्मांतरण के ऐसे मामलों में हो सीबीआई जांच : हिंदू क्रांति सेना
हिंदू क्रांति सेना के प्रमंडलीय अध्यक्ष प्रकाश चंद्र गंधर्व ने संताल परगना के साथ-साथ पूरे प्रदेश में इसाई मिशनरियों द्वारा किये जा रहे धर्मांतरण की निंदा की है और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है. गंधर्व ने कहा कि भोले-भाले एवं गरीब लोगों को पैसा एवं अन्य सुविधाओं का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराकर उन्हें इसाई धर्म मानने को मजबूर किया जा रहा है.
उन्होंने हाल ही में मिशनरिज ऑफ चैरिटी जैसी संस्था की आड़ में नवजात को बेचने के धंधे पर भी सवाल खड़ा किया है और धर्मांतरण व मिशनरिज की गतिविधि की सीबीआई जैसी उच्चस्तरीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की है. हिंदू क्रांति सेना ने जबरन धर्मांतरण का विरोध करने तथा मामले में शिकायत कर पर्दाफाश कराने वाले ग्राम प्रधान रमेश मुर्मू की प्रशंसा भी की है. हिंदू क्रांति सेना ने मिशनरीज संस्थाओं के चल-अचल संपत्ति की जांच की भी मांग की है.
हाल ही में कई ने की घर वापसी
दुमका में हाल ही में कई आदिवासियों ने घर वापसी की है और इसाई धर्म को छोड़ वापस अपने पुराने सरना को अपनाया है. दुमका के मांझी थान और जाहेर थान में पश्चिम बंगाल के ही वर्धमान से ऐसे लोग घर वापसी के लिए आये थे, जिनका कहना था कि उन्हें उनके कष्टों से मुक्ति दिलाने की बात कहकर इसाई धर्म में शामिल किया गया था, पर जब उन्हें अहसास हुआ और कष्टों से मुक्ति नहीं मिली, तो वे वापस लौट आये थे. मसलिया के भी धार्मिक स्थल में ऐसे कई परिवारों ने हाल ही में घर वापसी की थी. हालांकि धर्मांतरण को लेकर इनके द्वारा किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की गयी थी.
बरहेट कुंडली मिशन में प्रशासन ने किया सर्च
थाना क्षेत्र के अंतर्गत कुंडली मिशन में चल रहे मिशन ऑफ चैरिटी की जांच जिला प्रशासन की गठित टीम ने की, जिसमें सबकुछ सामान्य पाया गया. गठित टीम लगभग 12 बजे कुंडली मिशन के मिशन ऑफ चैरिटी के कार्यालय पहुंची. जहां टीम द्वारा अनाथ बच्चों के रखरखाव से संबंधित पंजी आदि का अवलोकन किया. साथ ही बच्चों को रखने वाली जगहों की भी जांच की गयी. जहां अभी फिलहाल 25 बच्चे मौजूद हैं.
ये थे जांच टीम में
कार्यपालक दंडाधिकारी मोहनलाल मरांडी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी, बरहेट पुलिस निरीक्षक राधा रमन मिंज, बरहेट थाना प्रभारी अनुप प्रसाद. साथ में एसआइ शिवकुमार सिंह, एएसआइ विजय कुमार के अलावा महिला व पुरुष पुलिस बल तथा मिशन के अन्य सिस्टर मौजूद रहे.