November 14, 2024

ज्योतिर्विद् के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना शास्त्र सम्मत होगा

इंदौर,14 जनवरी(इ खबरटुडे)।सूर्य के उत्तरायण होने के पर्व मकर संक्रांति की तारीख को लेकर असमंजस बरकरार है। इस बीच सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को रात 1.36 बजे होगा। इसके चलते पर्व का पुण्यकाल 15 जनवरी को शाम 5.36 बजे तक, यानी 10 घंटे 22 मिनट रहेगा। ज्योतिर्विद् के मुताबिक 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना शास्त्र सम्मत होगा।

 पर्व का पुण्यकाल 15 जनवरी को मानना शास्त्र सम्मत होगा

इस दिन अमृत सिद्धि योग दोपहर 12.35 से दिवस पर्यंत रहेगा। पर्व पर स्नान-दान, पूजन वैभवदायक होगा। ज्योतिर्विद् श्याम बापू के अनुसार मकर राशि में सूर्य का प्रवेश सायंकाल या रात्रि में होता है तो पर्व अगले दिन माना जाता है। पर्व का पुण्यकाल 15 जनवरी को मानना शास्त्र सम्मत होगा।

ज्योतिर्विद् देवेंद्र कुशवाह के अनुसार, अगले वर्ष 2017, 2018, 2021 में मकर संक्रांति 14 जनवरी को आएगी। इससे पहले 2011, 2012, 2015 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई गई थी। ऐसा इसलिए होता है कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमते हुए 72 साल में एक डिग्री पीछे हो जाती है। इससे सूर्य मकर राशि में एक दिन देर से प्रवेश करता है। इससे संक्रांति का समय 72 से 90 साल में एक दिन आगे बढ़ जाता है।

बना खास संयोग : ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार, 15 जनवरी को सुबह उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र तथा परिघ योग में संक्रांति के पर्व काल का आरंभ होगा। संवत्सर की गणना से देखें तो 60 वर्ष बाद संक्रांति पर नक्षत्र, योग तथा इसके वाहन का दिव्य संयोग बन रहा है।

मौसम में बदलाव : सूर्य का राशि परिवर्तन मौसम में भी बदलाव लाएगा। मकर संक्रांति के बाद शीत लहर का प्रकोप बढ़ेगा। कहीं-कहीं ओला वृष्टि के भी योग हैं। यह समय फसलों के लिए अनुकूल रहने की उम्मीद है।

मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश : मकर संक्रांति से मलमास का समापन होगा। विवाह, गृह प्रवेश, गृह आरंभ, देव प्रतिष्ठा, कुएं-बावड़ी खनन जैसे मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।

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