May 19, 2024

जिम्मेदारी निभाये, पुख्ता काम कराये

समयसीमा की बैठक में दिये सख्त निर्देश

रतलाम 27 जून(इ खबरटुडे)। कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने समयसीमा की बैठक में विभागीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों को हिदायत दी कि वे सौपे गये पदीय दायित्वों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करें। उन्होने कहा कि उनके द्वारा किये जाने वाले कार्य धरातल पर परिणाममूलक होने चाहिए जिससे कि हितग्राही निश्चित रूप से लाभान्वित होना ही चाहिए। कलेक्टर ने आज बैठक में ऑपरेशन प्राण वायु अभियान अंतर्गत किये जाने वाले वृक्षारोपण को संजीदगी से करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके अंतर्गत लगाये जाने वाले पौधे, वृक्ष बनकर रतलाम जिले में हरियाली क्रांति का सुत्रपात करते हुए नई गाथा का सुत्रधार होना चाहिए। उन्होने बैठक में सामाजिक न्याय विभाग, ग्रामीण यात्रिकी सेवा, खादय विभाग, शिक्षा विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व अन्य विभागों को आगामी समय में कार्य करने के लिये निश्चित टारगेट आज दिये।
कलेक्टर ने बैठक में ऑपरेशन प्राण वायु अंतर्गत किये जाने वाले वृक्षारोपण कार्य को आने वाली पीडि़यों को एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किये जाने हेतु पूर्ण निष्ठा से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होने बताया कि इसके अंतर्गत चार प्रकार से वृक्षारोपण का कार्य किया जावेगा। हितग्राही कृषकों के खेतों में नंदन फलोद्यान अंतर्गत मन पसंद फलदार वृक्षों के पौधे रोपे जायेगे, सड़कों के दोनेां किनारो पर पौध रोपण किया जावेगा, शासकीय परिसरों में पौध रोपण किया जावेगा और रिक्त पड़ी शासकीय भूमि पर भी अभियान अंतर्गत वृक्षारोपण किया जायेगा। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि वृक्षारोपण का कार्य जिले से प्रसारित निर्देश के बाद ही किया जा सकेगा। अभी निर्धारित माप अनुसार प्रत्येक पौधे के लिये 3ग3ग3 वर्ग फीट के गड्ढे खोदे जायेगे। जब तक निर्देश जारी नहीं होते हैं तब तक जिन स्थानों पर बेहतर गुणवत्ता की मिट्टी मौजूद नहीं है उन वृक्षारोपण स्थलों पर अच्छी मिट्टी को जमा किये जाने के निर्देश दिये गये। निर्देश जारी होने बाद ही गड्ढों में मिट्टी भरी जा सकेगी। वृक्षारोपण का कार्य जिले के द्वारा तैनात किये जाने वाले अर्ब्जवर के मार्गदर्शन में ही होगा। कलेक्टर ने ऑपरेशन प्राण वायु अंतर्गत होने वाले वृक्षारोपण कार्य की तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृतियॉ त्वरित रूप से जारी करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत हरजिन्दरसिंह एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री अरूण कुमार जैन को दिये। उन्होने जिला स्तरीय, जनपद स्तरीय एवं ग्राम पंचायत स्तरीय ग्रीन टीम के गठन के निर्देश भी दिये है।
कलेक्टर ने निर्देशित किया हैं कि वृक्षारोपण कार्य की निगरानी के लिये एक मॉनिटरिंग सेल का गठन किया जायेगा जो कि वृक्षारोपण कार्य की सतत रूप से निगरानी करेगी ताकि पौध रोपण के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकें। विभिन्न स्तरों पर गठित ग्रीन टीम भी मॉनिटरिंग का कार्य करेगी। उन्होने स्पष्ट किया हैं कि वे विगत वर्षो में किये गये वृक्षारोपण के परिणामों से भलीभांति अवगत है इसलिये वे चाहते हैं कि वर्ष 2016 में किया जाने वाला वृक्षारोपण जिले के सभी सहभागी अधिकारियों, कर्मचारियों, हितग्राहियों और आमजन की सहभागीता के लिये अविस्मरणीय होना चाहिए।

सही माप का गड्ढा नहीं तो नपेगे सचिव

कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने बैठक में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को हिदायत दी हैं कि पौध रोपण के पश्चात एक भी पौधा हमारी गलती के कारण मरना नहीं चाहिए। उन्होने कहा हैं कि यदि सही माप का गड्ढा नहीं खुदा और जानकारी में यदि सिद्ध पाया गया तो ग्राम पंचायत के सचिवों के विरूद्ध पदमुक्ति जैसे कठोरत्मक कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होने कहा हैं कि पौध रोपण में गड्ढों की सही माप मिट्टी और गोबर का सही मिश्रण अच्छी गुणवत्ता के पौधे, उनका बेहतर रखरखाव इत्यादि सभी कार्य सम्बद्ध सभी लोगों के द्वारा जिम्मेदारी पूर्ण तरीके से किया जाना सुनिश्चित किया जाये।

त्रिस्तरीय ग्रीन टीम गठित होगी

कलेक्टर ने तीन स्तरों पर ऑपरेशन प्राणवायु अंतर्गत वृक्षारोपण के लिये ग्रीन टीम गठित करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा हैं कि ग्राम पंचायत स्तर पर गठित होने वाली ग्रीन टीम में सरपंच, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक, ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी, संबंधित विद्यालयों के प्रमुख भी सम्मिलित रहेगे। इसी प्रकार से जनपद स्तर पर एवं जिला स्तर पर ग्रीन टीम का गठन आगामी एक सप्ताह में कर लिये जाने के निर्देश दिये गये है।

आप को क्यों पता नहीं हैं

कलेक्टर ने बैठक में मानसिक रूप से निःशक्त वयस्क बच्चों के लिये कानूनी सरपरस्ती के प्रावधान के बारे में प्रभारी उप संचालक सामाजिक न्याय से पड़ताल की। प्रभारी अधिकारी असेरकर द्वारा इस संबंध में अनभिज्ञता व्यक्त की गई। कलेक्टर ने कहा कि आपको क्यो पता नहीं हैं यह तो मूलभुत जानकारी हैं जिसका प्रावधान स्पर्श अभियान के अंतर्गत किया गया था। इसके अंतर्गत मानसिक रूप से निःशक्त वयस्क बच्चों की पहचान की जाकर उनका जिम्मा कानूनी रूप से इच्छुक व्यक्तियों अथवा संस्थाओं को सौपा जाना था। जिनकी निगरानी में उनकी भलीभांति देखरेख की जा सकें। कलेक्टर ने उन्हें हिदायत दी कि पूरी जानकारी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष रखे और कलेक्टर के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निगरानी के निर्देश दिये गये।

पूर्ण कार्यो का मूल्यांकन कराकर भुगतान कराये

कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये हैं कि अब तक पूर्ण हो चूके विभिन्न कार्यो का मूल्याकन कराकर उनका त्वरित भुगतान कराये। उन्होने निर्देश दिये कि पूर्ण कार्य यदि मूल्यांकन के अभाव में बारिश में धुल जाते हैं और संबंधित मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं मिल पाता हैं तो मूल्यांकन कार्य के लिये जिम्मेदार उपयंत्री एवं सहायक यंत्रियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी।

पेट्रोल पम्प संचालक प्रमाण पत्र सौपेगे

कलेक्टर ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि जिले में संचालित सभी पेट्रोल पम्पों पर हवा, पानी एवं शौचालय संबंधी मूलभुत सुविधाएॅ कराये जाने के निर्देश संचालकों को जारी करें। उल्लेखनीय हैं कि जिले में 73 पेट्रोल पम्प संचालित किये जा रहे है। नियमानुसार सभी पेट्रोल पम्पों पर शुद्ध पेयजल, बेहतर शौचालय एवं निःशुल्क रूप से वाहनों में हवा भरने की व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया हैं कि सभी पेट्रोल पम्प संचालकों से मूलभुत सुविधाओं की उपलब्धता संबंधी प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाकर अवगत कराया जायें।

येलो कार्ड टी.एल.में ही बॅटेगे और एकत्रित भी होगे

नवीन शिक्षा सत्र के आरम्भ से ही शालाओं में शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिये सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक को जिला स्तरीय अधिकारियों को मॉनीटरिंग के लिये उपलब्ध कराये जाने वाले येलो कार्ड प्रत्येक टी.एल. की बैठक में वितरित एवं एकत्रित करने के निर्देश कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने दिये। इन येलो कार्ड का उपयोग शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिये जिला अधिकारियों को विभिन्न स्थलों पर अपने भ्रमण के दौरान किया जायेगा। भ्रमण में वे विद्यालय, छात्रावासों एवं शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में जाकर गुणवत्ता की जॉच करेगे एवं पायी जाने वाली कमियों को अंकित करेगे। जिला स्तर पर कलेक्टर स्वयं इन कमियों केा दूर किये जाने के लिये यथोचित कार्यवाही करते हुए आवश्यक निर्देश जारी करेगे।

काम नहीं तो विभागीय जॉच

कलेक्टर ने रतलाम शहरी क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे में लापरवाही बरतने वाले 10 शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित करने के निर्देश दिये है। बैठक में जिला कार्यक्रम समन्वय सर्व शिक्षा अभियान डॉ. राजेन्द्र सक्सेना ने बताया कि शहरी क्षेत्र में सर्वे कार्य में दल प्रभारी बनाये गये शिक्षकों के द्वारा कार्य में लापरवाही बरती गई और सर्वे का कार्य पूर्ण नहीं किया गया। इस सर्वे में समस्त बच्चों के समग्र आई.डी. का सत्यापन किया जाना था साथ ही स्कूलों में कितने विद्यार्थी अध्ययनरत है इसकी भी पड़ताल की।

ईशरथुनी छात्रावास धराड़ में शिफ्ट होगा

समयसीमा की बैठक में बालिका शिक्षा छात्रावास ईशरथुनी में रहने वाली सभी बालिकाओं को एक सप्ताह में धराड़ में शिफ्ट करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये। बैठक में बताया गया कि ईशरथुनी में बालिकाओं की आवासीय व्यवस्था दुररूत नहीं होने के कारण बालिका छात्रावास में अन्यत्र स्थल पर स्थानांतरित करना आवश्यक है। ग्राम धराड़ में  शैक्षणिक परिसर कवर्ड है, धराड़ में थाना भी है और धराड़ फोरलेन पर मौजूद ग्राम है। कलेक्टर ने बालिकाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अन्य समस्त बातों को दर की नार करते हुए तत्काल छात्रावास शिफ्ट करने के निर्देश दिये।

सड़क सुधरवाये या डम्पर नहीं चलाये

कलेक्टर ने जिले में विभिन्न खनिज खदानों के कारण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना एवं अन्य सड़कों को होने वाले नुकसान के मद्देनजर खनिज अधिकारी शिल्पी को निर्देशित किया कि खदान संचालकों के द्वारा या तो सड़कों की मरम्मत कराया जाना सुनिश्चित किया जाये या डम्पर चलाया जाना बंद किये जाये। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानंत्री सड़क योजना एवं अन्य सड़के निश्चित भार साधक क्षमता अनुसार निर्मित की जाती है। अत्याधिक भार के कारण सड़के क्षतिग्रस्त होती है। इसके लिये जिम्मेदार खदान संचालकों के माध्यम से चलने वाले डम्परों को नियंत्रित किया जाना अत्यावश्यक है। उन्होने खनिज अधिकारी को खदान संचालकों की बैठक बुलाने के निर्देश दिये है। साथ ही उन्होने खनिज के सेटेलाईट नक्क्षे भी प्रस्तुत करने को कहा है।

जाति प्रमाण पत्र स्कूल के माध्यम से ही बनेगे

कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया हैं कि पहली कक्षा में भर्ती होने वाले विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र स्कूलों के माध्यम से ही तैयार कराये जाये। उन्होने जाति प्रमाण पत्र से शेष रहे विद्यार्थियों के प्रमाण पत्र भी यथाशीघ्र तैयार कराने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने कहा हैं कि जाति प्रमाण पत्र बनाये जाने वाले कार्य अभियान चलाया जाकर पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें।

स्वास्थ्य विभाग के 50 कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित

समयसीमा की बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्रीमती वंदना खरे ने बताया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर 50 से अधिक कर्मचारियों की मुख्यालय पर नहीं रहने संबंधी जानकारी प्राप्त हुई है। उन्होने कहा कि कुछ कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि मुख्यालय पर बिजली की व्यवस्था नहीं होने के कारण वे मुख्यालय पर रहने में असमर्थ है। कलेक्टर ने पुछा कि क्या बिजली नहीं रहने से लोग बीमार नहीं रहते हैं, क्या उन्हें उपचार की आवश्यकता नहीं होती हैं, जो कर्मचारी कर्तव्य निर्वहन में असमर्थतता महसुस कर रहे है। उन्हें तत्काल त्याग पत्र दे देना चाहिए। कलेक्टर ने मुख्यालय पर नहीं रहने वाले सभी कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जॉच संस्थित करने के निर्देश दिये है।

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