November 18, 2024

जानबूझकर सालों से कैंसर पैदा करने वाला पाउडर बेच रही है जॉनसन एंड जॉनसनः रिपोर्ट

नई दिल्ली, 15 दिसंबर(इ खबरटुडे)। मशहूर अमेरिकी फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन लंबे समय से आरोप झेल रही है कि इसके बेबी पाउडर से कैंसर होता है. इस साल अगस्त में अमेरिका की मिसौरी की एक अदालत ने बेबी पाउडर से कैंसर होने की बात साबित होने के बाद कंपनी पर करीब 32 हजार करोड़ रुपये का भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया था. कंपनी लगातार इन आरोपों को खारिज करती रही है लेकिन समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कंपनी को आज नहीं दशकों पहले से इस बात की जानकारी थी कि इसके पाउडर में एस्बेस्टस होता है. एस्बेस्टस से कैंसर का खतरा होता है.

रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कंपनी के इंटरनल डॉक्यूमेंट्स का हवाला देते हुए कहा है कि कंपनी एग्जेक्यूटिव से लेकर माइन मैनेजर, साइंटिस्ट, डॉक्टर और यहां तक कि वकील भी इस बात से अवगत थे. यह जानते हुए भी कंपनी सालों से यह प्रोडक्ट बेच रही है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, रॉयटर्स ने कंपनी के कई डॉक्यूमेंट्स का अध्ययन किया जिसमें सामने आया कि 1971 से 2000 तक जॉनसन एंड जॉनसन के रॉ पाउडर और बेबी पाउडर की टेस्टिंग में कई बार एस्बेस्टस होने की बात सामने आई. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनी ने कॉस्मेटिक टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस की मात्रा को लिमिट करने के की कोशिशों के खिलाफ अमेरिकी रेगुलेटर्स पर दबाव भी बनाया. इसमें वह काफी हद तक सफल भी हुई.मुताबिक इस रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में कंपनी के स्टॉक में शुक्रवार को 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. सीएनएन ने लिखा कि 2002 के बाद यह कंपनी के शेयर्स में सबसे बड़ी गिरावट है. 19 जुलाई 2002 को कंपनी के शेयर्स में 16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी. तब कंपनी की एक पूर्व कर्मी ने कंपनी पर रिकॉर्ड में गड़बड़ी का आरोप लगाया था.

सीएनएन के मुताबिक जॉनसन एंड जॉनसन ने रॉयटर्स की इस रिपोर्ट को एक तरफा और गलत बताया है. कंपनी ने कहा, “रॉयटर्स का आर्टिकल एकतरफा और झूठा है. कंपनी का बेबी पाउडर सुरक्षित और एस्बेस्टस फ्री है.” कंपनी ने आगे कहा, “कंपनी, रेगुलेटर्स, इंडिपेंडेंट लैब्स और शैक्षिक संस्थानों की तरफ से कराए गए हजारों टेस्ट्स में से किसी में भी यह बात सामने नहीं आई कि कंपनी के पाउडर में एस्बेस्टस होता है.”

कंपनी ने कहा कि दशकों से फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन और अन्य ग्लोबल रेगुलेटर्स को सहयोग देती रही है. कंपनी ने कहा कि वह टेस्टिंग के लिए सबसे एडवांस्ड मैथड का इस्तेमाल करती है.

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