जनपद सीईओ को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण विधायक
सीईओ के दुव्र्यवहार से नाराज थे विधायक,नेताओं ने समझाकर धरने से उठाया
रतलाम,26 नवंबर (इ खबरटुडे)। शनिवार दोपहर को रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर और जनपद पंचायत रतलाम सीईओ लक्ष्मणसिंह डिंडोर के बीच तीखी बहस हो गई। इसके बाद विधायक नाराज होकर वहां से एडीएम चेंबर पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। हंगामा बढऩे पर विधायक के समर्थक कलेक्ट्रेट में ही धरने पर बैठ गए। इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और संगठन के पदाधिकारी भी मौके पंहुचे और अपनी आपत्ति दर्ज करवाई। कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
शनिवार दोपहर करीब 2 बजे रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर ग्राम मेवासा की एक दर्जन महिलाओं की पेंशन, बीपीएल कार्ड, पेयजल आदि की समस्या को लेकर जनपद पंचायत पहुंचे। यहां जनपद उपाध्यक्ष के कक्ष में बैठे और समस्या हल करवाने के लिए सीईओ लक्ष्मणसिंह डिंडोर को बुलवाया। विधायक ने बताया कि करीब आधे घंटे तक कई बार सूचना भेजने के बावजूद सीईओ नहीं आए। इसपर विधायक ने दोपहर करीब आधे घंटे बाद एसडीएम नेहा भारती को सूचना दी। सूचना मिलते ही एसडीएम जनपद पंचायत पहुंच गई। एसडीएम के पहुंचने पर सीईओ अपने कक्ष से बाहर निकले और बाहर गलियारे में ही विधायक ने एसडीएम से उनकी शिकायत की तो दोनों में बहस हो गई। विधायक ने कहा कि सीईओ प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हैं। सीईओ ने विधायक से ठीक से बात करने की बात कही। ग्रामीणों और एसडीएम तथा जनपद के जनप्रतिनिधियों के सामने दोनों में बहस हुई जिसके बाद नाराज विधायक वहां से रवाना हो गए।
यहां से नाराज विधायक समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां एडीएम कैलाश बुंदेला से शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि उचित निराकरण नहीं होने पर बाहर आकर आक्रोशित होते हुए मीडिया से कहा कि अगर सीईओ को नहीं हटाया गया तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा। विधायक के बाहर आने पर मंडल अध्यक्ष अशोक पंड्या सहित समर्थक कलेक्ट्रर कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गया। विधायक के बैठते ही कार्यसमिति सदस्य रामस्वरूप गुर्जर ने विधायक को उठाया और कार्यकर्ताओं को भी विधायक को बैठाने पर नाराजगी जताई। कार्यकर्ताओं ने भी यहां नाराजगी जताते हुए कहा कि विधायक का अपमान हुआ है, ऐसे में उन्हें भी ठेस पहुंची है।
कलेक्टर नहीं तो एडीएम से की चर्चा
घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर भाजपा जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित और राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष हि मत कोठारी भी मौके पर पहुंचे। तीनों एडीएम से मिलने दोबारा उनके कक्ष में पंहुचे। यहां एसडीएम नेहा भारती और एसडीएम सुनील झा भी मौजूद रहे। एडीएम ने सीईओ को भी बुलवाने की बात कही,लेकिन विधायक ने कहा कि वे सीईओ को सामने भी नहीं देखना चाहते। विधायक ने यह भी शिकायत रखी कि सीईओ ग्रामीणों की समस्याओं पर गंभीरता नहीं दिखाते हैं। इंदिरा आवास, पेंशन, बीपीएल कार्ड सहित कई योजनाओं के लिए ग्रामीणों को महीनों तक भटकना पड़ता है। एडीएम को तत्काल सीईओ पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस बीच कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने भी इंदौर से फोन पर एडीएम से पूरे मामले की जानकारी ली।
इनका कहना है
मैं ग्रामीण महिलाओं की समस्या लेकर गया था, लेकिन सीईओ किसी की शिकायत सुनता नहीं है। जब जनप्रतिनिधियों का इतना अपमान किया जा रहा है तो आम जनता की सुनवाई कैसे होगी। इस मामले में मै सीएम से बात करूंगा।
- मथुरालाल डामर, विधायक रतलाम ग्रामीण