चार मोबाइल ऐप को लेकर गृह मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट
भोपाल,28 अक्टुम्बर(इ खबरटुडे)पाकिस्तानी एजेसिंयां भारत में मोबाइल ऐप में मालवेयर वायरस भेजकर जासूसी कर रही हैं। गृह मंत्रालय को इस जानकारी की पुख्ता रिपोर्ट मिलते ही देश के सभी सुरक्षा बलों और राज्यों की खुफिया एजेसियों को पत्र लिखकर कुछ विशेष मोबाइल ऐप डाउनलोड नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा पूर्व सैनिकों को नौकरी के नाम या वित्तीय सहायता की आड़ में जासूसी के प्रयास में फंसाने के मामले में देशभर से सात मामले सामने आने के बाद इसे लेकर भी अलर्ट रहने के निर्देश हैं।
इन ऐप से दूर रहने को कहा
गृह मंत्रालय ने राज्यों को भेजे निर्देश में कहा है कि ऐसे मोबाइल ऐप के नाम सहित जानकारी दी है। इसमें जिन एप्लीकेशन से दूर रहने के निर्देश दिए है उनमें टॉप गन (गेम ऐप), एमपीजुंक (म्यूजिक ऐप), बीडीजुंकी (वीडियो ऐप ) और टॉकिंग फ्रॉग (एंटरटेनमेंट ऐप) शामिल हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार इन ऐप में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी वायरस भेजकर जानकारियां हासिल कर रही है।
मप्र पुलिस ने तैयार किया अपना ऐप
इधर मप्र पुलिस ने वॉट्सएप की तर्ज पर एक अलग एप खुद ही डिजाइन करवाया है, जिससे गोपनीयता भंग होने की जैसी कोई स्थिति ना रहे और पुलिसकर्मी भी इस ऐप के जरिए सोशल कनेक्ट रह पाएं। इस ऐप की खास बात है कि इसे आम नागरिकों के लिए भी रखा गया है। वहीं गृह मंत्रालय के पत्र को बाद मप्र इंटेलिजेंस और एटीएस ने भी अपने स्टाफ को निर्देश जारी कर इस तरह के ऐप से अलर्ट रहने को कहा है। एटीएस और इंटेलिजेंस विंग ने मेल के लिए भी पुलिस के द्वारा तैयार किए गए सिस्टम का इस्तेमाल करना भी अनिवार्य कर दिया है।
जिलों के एसपी को भी दिए निर्देश
आईजी इंटेलिजेंस व लॉ एंड ऑर्डर मकरंद देउस्कर बताते हैं कि गृह मंत्रालय के पत्र के बाद खुफिया विंग के अलावा भी सभी जिलों के एसपी को मोबाइल फोन व इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस के इस्तेमाल को लेकर विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। इनमें कई ऐप डाउनलोड न करने सहित अन्य बातों का भी ध्यान रखने को कहा गया है।