कोविड-कंट्रोल रूम को प्रभावी बनाया जाएगा, कलेक्टर सुबह-शाम डाटा की समीक्षा करेंगे
कलेक्टर श्री डाड ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया, बैठक लेकर दिए निर्देश
रतलाम ,10 सितम्बर (इ खबरटुडे)। जिला मुख्यालय पर ई-दक्ष केंद्र में बनाए गए कोविड-कंट्रोल रूम को प्रभावी बनाया जाएगा। कलेक्टर गोपालचंद्र डाड प्रतिदिन सुबह-शाम कंट्रोल रूम से डाटा लेकर समीक्षा करेंगे।
कंट्रोल रूम को सुदृढ़ करते हुए डॉक्टरों की टीम होम आइसोलेट तथा क्वॉरेंटाइन मरीजों की वीडियो कॉलिंग से सघन मानिटरिंग करेगी। गुरुवार को कलेक्टर ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। बैठक लेकर नोडल अधिकारियों को दिशा निर्देशित किया।
इस दौरान एसडीएम शहर अभिषेक गेहलोत, डिप्टी कलेक्टर सुश्री शिराली जैन, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे की मौजूदगी में कलेक्टर द्वारा कंट्रोल रूम पर लगाए गए कंप्यूटर सिस्टम पर डाटा देखा तथा कंट्रोल रूम मॉनिटरिंग की समीक्षा की।
कलेक्टर ने इस दौरान कंट्रोल रूम से मेडिकल कालेज में भर्ती एक पाजिटिव मरीज को काल करके चर्चा की। उन्होंने विस्तार से कंट्रोल रूम की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। कंट्रोल रूम से मरीजों को किए जाने वाले टेलीफोन कॉल से कितने मरीज को को प्रतिदिन काल जा रहे हैं, कितनी बार कॉल किए जाते हैं, उनको किस प्रकार मदद की जाती है आदि जानकारी प्राप्त की।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि होम आइसोलेट तथा क्वॉरेंटाइन मरीजों के सुबह-शाम के टेंपरेचर, ऑक्सीजन लेवल तथा पल्स रेट की जानकारी कंट्रोल रूम द्वारा उन्हें दी जाए। कलेक्टर ने कहा कि शीघ्र ही जिले में सैलाना, बाजना, आलोट आदि स्थानों पर कोविड-केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं जहां एसिंप्टोमेटिक मरीजों को रखा जाएगा। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए आवश्यक है कि कंट्रोल रूम प्रतिदिन के डेटा का विश्लेषण करके नतीजे निकाले, जो भी व्यक्ति कंट्रोल रूम पर कॉल करता है उसे उपचार के संबंध में सही सलाह दी जाए।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कहा कि कोविड-कमांड सेंटर पृथक से बनाया जाए, जहां डॉक्टर्स की टीम बैठकर होम आइसोलेट पेशेंट की मानिटरिंग करेगी। डॉक्टर वीडियो कॉल द्वारा स्वास्थ्य का हाल-चाल जानेंगे, पेशेंट को उचित उपचार एवं सलाह देंगे। इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि पुराने कलेक्ट्रेट परिसर ने उचित स्थान पर कोविड-कमांड सेंटर बनाया जाएगा।