कांग्रेस असहाय, भाजपा ने मैदान मारा
कांग्रेस का घोषणा पत्र हवा-हवाई, अभी एकजुटता नहीं,
2020 के सपने दिखाए
उज्जैन,10 अगस्त (इ खबरटुडे)। पिछले 10 सालों से वेंटीलेटर पर पड़ी कांग्रेस अभी भी पूरी तरह भाजपा के सामने असहाय नजर आ रही है। यहां तक कि पिछले नगर निगम में भाजपा बोर्ड की गलतियों को भुनाने का सुनहरा मौका छोड़ कांग्रेसियों ने जीत का सेहरा भाजपा महापौर प्रत्याशी के लिये बुन दिया है। जिन नेताओं ने कांग्रेस की महापौर प्रत्याशी कविता गोमे को टिकिट दिलवाया उन्होंने ही उसे मुसीबत में ला दिया है। कांग्रेस के कुछ पार्षद प्रत्याशियों को छोड़ दें तो बाकी अन्य प्रत्याशियों की हालत भी खराब नजर आ रही है।
रविवार को अंतत: थकी-हारी कांग्रेस पार्टी ने औपचारिक रुप से अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया। दुर्भाग्य यह रहा कि प्रदेश अध्यक्ष भी इस अवसर पर उपस्थित नहीं हो सके। कांग्रेस का घोषणा पत्र तब आया है जब भाजपा अपना घोषणा पत्र मतदाताओं तक पहुंचा चुकी है।
कांग्रेस इस बार न सिर्फ अपने प्रत्याशी घोषणा में पिछड़ी बल्कि चुनाव प्रचार से लेकर जनसपंर्क और अब घोषणा पत्र प्रकाशन में भी पिछड़ती दिखी। हालांकि पार्टी नेताओं का दावा है कि हम शेष दो दिनों में घर घर जाकर पार्टी घोषणा पत्र मतदाताओं तक पहुंचा देंगे। कांग्रेस फिलहाल अपने बड़े नेताओं के चुनावी मैदान में न आने से शनिपात की स्थिति में है। बावजूद इसके स्थानीय उन नेताओं ने दावा किया है कि दो दिन में घर-घर यह घोषणा-पत्र पहुंचाकर पार्टी के लिए जनसमर्थन मांगेंगे। इस बार एक गुट विशेष के नेताओं ने पैराशूट से महापौर प्रत्याशी उतारा है और अधिकांश वार्डों में पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए टिकट ऐसे चेहरों को दिये जिनकी जन छबि ठीक नहीं है।
कांग्रेस प्रचार के लिए न दिग्विजयसिंह आये है और न योतिरादित्य सिंधिया और न कमलनाथ। जबकि कहा ये जा रहा है कि महापौर प्रत्याशी सहित अधिकांश वार्डो में कांग्रेस ने कमलनाथ समर्थकों को टिकिट दिये है। शनिवार को योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में थे। बावजूद इसके कांग्रेस नेता उन्हें उौन तक लाने में सफल नहीं रहे। हालांकि सिंधिया गुट इस चुनाव में अपनी उपेक्षा से खासा नाराज है। दिग्विजयसिंह का न आना भी इस बार बडा चकित कर रहा है।
अरूण यादव बारिश में फंसे
यहां घोषणा पत्र जारी करने के साथ साथ कांग्रेस के समर्थन में सभाएं लेने प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव पहुंचने वाले थे लेकिन झालावाड़ में उन्हें आपातकालीन स्थिति में हेलीकॉप्टर उतारना पड़ा।
यह है कांग्रेस का कागजी दावा
कांग्रेस ने अपने पंचसूत्रीय विकास घोषणा पत्र में विजन 2020 का चित्र जारी करते हुए कहा है कि योजनाओं के लिए सर्वे निगम तंत्र को सरल एवं प्रभावशील बनाने, जीवन स्तर उच्च श्रेणी का निर्मित करने, शहर में धार्मिक पर्यटन विकसित करने, तथा नागरिक सुविधा व रियायतों सहित सिंहस्थ के शेष बचे 250 दिनों में द्रूत गति से कार्यों को अंजाम दिलाया जायेगा। घोषणा पत्र जारी करते समय महापौर प्रत्याशी सहित शहर कांग्रेस अध्यक्ष मीणा, पूर्व सांसद गुड्डू, पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर, पर्यवेक्षक अजय रघुवंशी, विधायक सचिन यादव, पूर्व विधायक तुलसी सिलावट, संजय ठाकुर, जयसिंह दरबार, ओमप्रकाश लोट, नूरी खान आदि नेता मौजूद थे।
जन-धन के नुकसान तथा भ्रष्टाचार पर एफआईआर से ना-नुकूर
हालांकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के दो चरणों के धुआंधार प्रचार के बाद कांग्रेस चुनाव मैदान में काफी पिछड़ चुकी है। बावजूद इसके जब कांग्रेस नेताओं से यह पूछा गया कि आप तमाम आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा बोर्ड में भ्रष्टाचार हुआ और अनेकों शौचालय बस स्टापर तोड़ना पड़े। क्या कांग्रेस बोर्ड बना तो भाजपा नेताओं और महापौर आदि पर एफआईआर होगी? इस मामले में पूर्व सांसद गुड्डू सहित अन्य नेता और महापौर प्रत्याशी भी ना-नुकूर करती दिखी, साथ ही यह भी संतोषजनक सुख से नहीं बता पाये कि आखिर कांग्रेस को घोषणा-पत्र जारी करने में विलम्ब क्यों हुआ?