कहीं भी जाता हूं, मेरा एक ही काम ‘मेरा देश, मेरा देश, मेरा देश- PM मोदी
कतर/दोहा,05जून(इ खबरटुडे)।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय कतर दौरे के दूसरे दिन रविवार को दोहा में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का विकास मोदी नहीं बल्कि सवा सौ करोड़ लोगों की बदौलत हो रहा है. इसके लिए हर भारतीय थैंक्स का हकदार है. भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है.
पूरी दुनिया में बढ़ा भारत के लिए आकर्षण
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कतर में रहने वाले लोग एक पल भी भारत से अलग नहीं होते. आबादी, रहन-सहन, बोलचाल इन सब मामलों में कतर की धरती पर भारत को जी रहे हैं. पूरे विश्व में भारत की छवि चमक रही है. भारत के प्रति पूरे विश्व का आकर्षण बढ़ा है.
कहीं भी रहते हों देश के लिए जीते हैं
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति का आधार वहां के जनमानस तय करते हैं. सैकड़ों शिकायतों के बाद भी देश के लिए जीने का, जूझने का मन करता जाता है. यही हमारी सबसे बड़ी खासियत है.
पीएम मोदी नेकहा
- भ्रष्टाचार की वजह से हर भारतीय को नकारात्मक चर्चा करने का मौका मिलता है. हमें इस भ्रष्टाचार रूपी दीमक से देश को आजादी दिलानी है.
- स्कूलों में मध्याह्न भोजन को लेकर पहले भ्रष्टाचार होता था. यह बंद हो गया है. छात्रों का अब दोहरा नामांकन नहीं होता.
- भ्रष्टाचार की वजह से फर्जी राशन कार्ड बनाए जाते थे, रसोई गैस का कनेक्शन बंटता था. यह सब बंद हो गया.
- अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी होती है, तो सब खुश होते हैं. पूरी दुनिया में इसकी हालत डंवाडोल है, लेकिन भारत तरक्की कर रहा है.
- तीन करोड़ से ज्यादा घरों को रसोई गैस का कनेक्शन दिया गया.
- छोटी-छोटी पहल से सरकार ने हर साल होने वाले 36 हजार करोड़ रुपये की चोरी बंद की गई.
- मां बच्चे की मिठाई चोरी बंद करवाती है तो बच्चे उससे नाराज होते हैं.
- मैंने मां की तरह कई बच्चों की मिठाई बंद करवा दी. इसलिए मुझे थोड़ी तकलीफ हो रही है.
- मेरी तकलीफ दूर करने के लिए सवा सौ करोड़ लोगों की शुभकामनाओं से ताकत और प्रेरणा मिलती है.
- दुनिया भर में रहने वाले भारतीय लोग देश का गर्व बढ़ाने वाला काम करते हैं. इसमें ही अपनापन है.
- हमने देश में प्रशासन में पारदर्शिता, आर्थिक अनुशासन और प्रभाव बढ़ाने के लिए उठाए कई कदम
- दुनिया भर की खरीद की क्षमता घटी, लेकिन भारत में यह बढ़ा.
- देश में दो सालों में सूखा आया, बारिश कम हुई. इसके बावजूद भारत की जीडीपी 7.9 की दर से आगे बढ़ी.
- कहीं भी 5-50 भारतीय मिलते हैं तो क्रिकेट, नई फिल्म पर बात करते हैं. इसके अलावा हम पर ही बात होती है.
- नेताओं की आलोचना होती है. भ्रष्टाचार पर चर्चा होती है. ऐसा तो चलता ही है- यह कहते हैं.
- हालात बदले हैं. अब भारत की तेज गति से विकास पर चर्चा होती है. सरकार की नई पहल पर बात होती है.
- दुनिया भर में कहीं भी जाता हूं, मेरा एक ही काम होता है- मेरा देश, मेरा देश, मेरा देश
- दुनिया के कई देशों के शासक जब भारतीय समुदाय की तारीफ करते हैं, तो मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है.