कश्मीर से आए युवकों का दावा, फैक्ट्री मालिक के दबाव में गए थे पत्थरबाजी करने
बागपत,20जून (इ खबरटुडे)। कश्मीर के पुलवामा में फैक्ट्री मालिक की कैद से भागे बागपत और सहारनपुर जिले के छह युवकों में से एक से पूछताछ जारी है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस ने एक युवक को पूछताछ के लिए कोतवाली तलब करने की बात स्वीकार की है।
सूत्रों से पता चला है कि पूछताछ में युवक ने बताया कि आतंकवादियों पर सैन्य कार्रवाई के दौरान सेना के जवानों का ध्यान भटकाने के लिए उन्हें पत्थरबाजी करने जाने का दबाव बनाया जाता था, इसके लिए उन्हें एक विशेष कुर्ता दिया जाता था। वह लोग एक बार पत्थरबाजी करने भी गए। खुफिया विभाग ने पूरे मामले से लखनऊ को अवगत कराया है। उधर, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल ने कहा है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि उप्र के बागपत जिले के बड़ौत नगर के गुराना रोड पर रहने वाला नसीम पूछताछ में बार-बार बयान बदल रहा है। इंस्पेक्टर अरविद कुमार ने बताया कि एक युवक तहरीर लेकर आया था। उससे असलियत का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। गौरतलब है कि नसीम समेत बागपत और सहारनपुर जिले के छह युवक तीन माह से कश्मीर के पुलवामा में एक फैक्ट्री में बंधक बने हुए थे।
सोमवार को नसीम और उसके साथियों ने इसका राजफाश करते हुए आपबीती सुनाई थी। सभी ने बताया था कि पुलवामा में फैक्ट्री में सिलाई का काम करते थे, लेकिन फैक्ट्री मालिक उन्हें मजदूरी नहीं देता था और आतंकवादियों पर कार्रवाई के दौरान सेना के जवानों पर पत्थरबाजी करने के लिए उकसाता था। ऐसा न करने पर उनको हथियारों से डराया धमकाया और मारा पीटा जाता था। दबाव में आकर एक दिन वह पत्थरबाजी करने के लिए गए थे, लेकिन वह खड़े रहे और उसके बाद वापस आ गए।
युवकों को पुलवामा ले जाने वाले युवक की तलाश : पूछताछ में नसीम ने बताया कि उन्हें कई माह पहले बागपत जिले के अमीनगर सराय का रहने वाला एक युवक कश्मीर में काम दिलाने के नाम पर पुलवामा ले गया था और वहां पर फैक्ट्री मालिक से मिलवाने के बाद वापस आ गया था। फैक्ट्री मालिक उन पर अब भी कश्मीर बुलाने का दबाव बना रहा है