कई अपराधियों को पकडा पुलिस ने
हत्या और डकैती की योजना बनाने जैसे अपराधों में लिप्त थे अपराधी
रतलाम,21 दिसम्बर(इ खबर टुडे)। जिला पुलिस के लिए शनिवार का दिन उपलब्धियों भरा रहा। पुलिस ने दो दिन पूर्व हुई हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की वहीं डकैती की योजना बना रहे पांच आरोपियों को भी पकडा। इसी तरह गत दिवस हुए विवाद में हत्या के प्रयास के आरोपी और एक जिला बदर बदमाश को भी पुलिस ने धर दबोचा। इस तरह पुलिस ने कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक जीके पाठक ने बताया कि विगत दिनांक 18 दिसम्बर को रिंगनोद पुलिस थानान्तर्गत ग्राम सरसोद में अशोक पिता रामचन्द्र सेन 20 की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया था। पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपी रशीद उर्फ राशिद खान पठान पिता फजल मेहमूद 28 को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त देशी पिस्टल व जिन्दा कारतूस भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
एसपी डॉ पाठक ने बताया कि विगत रात्रि को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने पैट्रोल पंप लूटने की योजना बना रहे पांच बदमाशों को मय हथियारों के गिरफ्तार किया गया। उक्त बदमाश इटावा माताजी रोड पर स्थित एक बंद पंचायत भवन के पीछे छुप कर डकैती की योजना बना रहे थे। पुलिस ने घेराबन्दी कर आरोपी संदीप पिता मनोहर लाल गूर्जर 22 नि.धबाई जी का वास,सूरज पिता हिम्मत सिंह परिहार 19 नि.मेहता जी का वास,काकू उर्फ राजेन्द्र पिता भेरुसिंह चौहान 25 नि.सुदामा परिसर रतलाम,ओमप्रकाश पिता देवीलाल गुर्जर 21 नि.धबाई जी का वास तथा हरीश पिता पूनमचंद भोई कहार 20 नि.काजीपुरा रतलाम को मौके से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से एक तलवार,दो चाकू,एक खंजर आदि हथियार जब्त किए गए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शहर पुलिस ने गत दिवस 20 दिसम्बर रात को हुए एक विवाद में हत्या के प्रयास के आरोपी अजय भोई नि.दानीपुरा को उंकाला रोड से भागते हुए पकडा। उक्त आरोपी ने बीती रात आपसी विवाद के दौरान फरियादी अक्षय पिता सरनाम सिंह जाटव के सीने पर चाकू से प्राणघातक वार किए थे। पुलिस ने इस आरोपी के कब्जे से चाकू भी बरामद किया है। इसी तरह कुख्यात बदमाश धनराज उर्फ आलू पिता गुलजारीलाल 52 नि.हरिजन बस्ती शैरानीपुरा को अपराध की नीयत से घुमते हुए गिरफ्तार किया। उक्त बदमाश के आपराधिक चरित्र को देखते हुए इसे जिलाबदर किया गया था,इसके बावजूद यह रतलाम में घूमते हुए पाया गया।