उज्जैन में संत का अनशन, सिंहस्थ में शिप्रा के जल से स्नान की मांग
उज्जैन,25मार्च(इ खबरटुडे)।शिप्रा भू-गर्भ जल से सिंहस्थ में साधु-संतों को स्नान कराने की मांग को लेकर संत गणेशदासजी महाराज गुरुवार शाम से नृसिंह घाट पर अनशन पर बैठ गए हैं। इसके पहले भी वे अनशन पर बैठे थे। आश्वासन के बाद अनशन तोड़ा था।
निर्मोही अखाड़ा से जुड़े रहे संत गणेशदास महाराज सिंहस्थ के दौरान शिप्रा जल से स्नान की मांग को लेकर 22 से 26 फरवरी तक नृसिंह घाट पर अनशन पर बैठे थे। उस समय कलेक्टर ने आश्वासन देकर अनशन तुड़वा दिया था। एक सप्ताह में कार्रवाई की बात कही गई थी।
इसके पश्चात् गणेशदास ने भोपाल के यादगारे शाहयानी पार्क में 4 मार्च को एक दिन का सत्याग्रह किया। बात नहीं बनी तो दिल्ली में 16 मार्च को सत्याग्रह करने लगे। यहां शरद यादव ने प्रधानमंत्री आदि को उनकी भावना से अवगत कराने का आश्वासन दिया था। गुरुवार से गणेशदास फिर से शिप्रा के भू-गर्भ जल से सिंहस्थ में साधु-संतों को स्नान कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं।
शिप्रा में कुएं खोदे जाएं
शिप्रा अनुष्ठान से जुड़े कामरेड सत्यनारायण पुरोहित का कहना है कि नर्मदा का पानी लाकर शिप्रा के अस्तित्व को समाप्त करने की साजिश है। पर्यावरणविद् राजेंद्रसिंह भी कह चुके हैं कि नदियों के संरक्षण के लिए नदियों में कुएं खोदे जाएं। उन्होंने शिप्रा के उद्गम स्थल से लेकर उज्जैन तक नदी में कुएं खोद कर शिप्रा जल संरक्षण का सुझाव दिया है।